शनिवार, 1 नवंबर 2014

वन विभाग में ट्रांसफर का अजब खेल, मनपसंद पोस्टिंग के लिए नियम ताक पर


सीनियर पदों पर लगाए जूनियर अफसर
वन विभाग में ट्रांसफर का अजब खेल, मनपसंद पोस्टिंग के लिए नियम ताक पर
 जयपुर वनविभाग में ट्रांसफर पोस्टिंग में सिफारिशों का अजब खेल चल रहा है। मनपसंद जगह पर पोस्टिंग देने के लिए सारे नियम ताक पर रख सीनियर को जूनियर और जूनियर को सीनियर कैडर का पद दिया जा रहा है। जूनियर आईएफएस को सीनियर आईएफएस के कैडर पदों पर तैनाती दी जा रही है वहीं सीनियर आईएफएस प्रमोशन के बावजूद जूनियर कैडर पर जमे हैं। राजस्थान वन सेवा का हाल इससे भी बदतर है जहां भारी-भरकम वर्क डिवीजन वाले क्षेत्रों में डीएफओ की जगह एडहॉक प्रमोशन वाले डीसीएफ लगा रखे हैं। एक दिन पहले ही 10 आईएफएस की तबादला सूची में इसी प्रकार की गफलत के बाद कैडर प्रबंधन गड़बड़ाने को लेकर विभाग में जबर्दस्त रोष फैल गया है।

केस-1

^हम तो नाम भेजते हैं आगे का काम अतिरिक्त मुख्य सचिव का होता है। उन्हें देखना है कि ट्रांसफर और प्रमोशन कैसे हों। राहुलकुमार, प्रधानमुख्य वन्य जीव संरक्षक

^सरकारके पास सारे पावर होते हैं। किसी भी अफसर को कहीं भी लगाया जा सकता है। मेरे पास कोई अधिकारी शिकायत लेकर नहीं आया। -ओपीमीणा, एसीएसवन विभाग

विभाग में 1986 बैच के आईएफएस अधिकारियों को सीसीएफ से एपीसीसीएफ पर प्रमोट किया जा चुका है। जबकि इसमें 86 बैच के एके सिंह मौजूदा समय में सीसीएफ अजमेर की फील्ड पोस्ट पर जमे हैं। यही नहीं विभाग में एपीसीसीएफ कैडर वाली फोरेस्ट प्रोटेक्शन और कैंपा की पोस्ट खाली चल रही हैं। इनके अलावा एपीसीएफ योगेंद्र दक और अमरीक सिंह गुरु भी कुछ समय तक जूनियर कैडर की फील्ड पोस्ट पर रह चुके हैं।

राजस्थानवन सेवा का हाल : राजस्थानवन सेवा में पदोन्नत होकर : डीएफओ बन चुके अधिकारियों को ऑफिस और सचिवालय में तैनात कर रखा है जबकि फील्ड में डीएफओ की पोस्ट पर एडहॉक प्रमोशन वाले डीएफओ लगाए गए हैं। इसमें छतरगढ़ वन मंडल, जैसलमेर शामिल हैं।

केस-2

केस-1

कंजरवेटर राहुल भटनागर को चीफ कंजरवेटर, उदयपुर के पद पर लगाने के लिए एक्स कैडर की इस पोस्ट को डाउनग्रेड कर दिया गया। कंजरवेटर कैडर के 16 आईएफएस अधिकारियों में इनका नंबर 15वां है। इसके अलावा 23 चीफ कंजरवेटर इनके ऊपर हैं।

गूगलपर खुद को बता रखा है सीसीएफ: इंटरनेटपर राहुल भटनागर आईएफएस के नाम से सर्च करने पर इनका पद सीसीएफ बताया जा रहा है जबकि ये सीएफ ही हैं।

अजय गुप्ता कंजरवेटर कैडर के अधिकारी हैं उन्हें बनास परियोजना में सीसीएफ के पद के विरुद्ध लगाया गया जबकि 7 कंजरवेटर और चीफ कंजरवेटर्स की इस पद के लिए दावेदारी इनसे ज्यादा थी।

वन विभाग

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