मंगलवार, 25 नवंबर 2014

बाड़मेर करारी हार के बाद खरीद फरोख्त से सभापति बनाने में जुटे भाजपाई ,कांग्रेस मस्त

बाड़मेर करारी हार के बाद खरीद फरोख्त से सभापति बनाने में जुटे भाजपाई ,कांग्रेस मस्त 


बाड़मेर बाड़मेर जिले के दो नगर निकाय के चुनाव नतीजे बीजेपी के लिए सुखद नहीं रहे ,जसवंत सिंह  चुनाव लड़ने के बाद कार्यकर्ताओ की कमी से जूझ रही बीजेपी निकाय चुनावो में मरणासन्न स्थति में पहुँच गयी ,बालोतरा और बाड़मेर में कांग्रेस ने बीजेपी को जमीं दिखा धरासायी कर दी ,स्पष्ट बहुमत के बाद कांग्रेस अपना बोर्ड बनाने के प्रति आश्वस्त हे वाही बीजेपी नेता येन केन प्रकरण अपना सभापति बनाने के प्रयास में जुट गए ,बीजेपी नेताओ ने एक निजी होटल में तीन निर्दलीय पार्षदो के साथ कांग्रेस में तोड़ फोड़ करने में जुटी हे सूत्रों की माने तो बीजेपी को इसमे सफलता मिली हे ,निर्दलीय पार्षदो के साथ कांग्रेस के करीब  पार्षद बिकने  लगे हैं ,बीजेपी का अपना सभापति का दावेदार खड़ा करने की बजाय कांग्रेस से एक धनि नेता को सभापति बीजेपी और निर्दलीय के सहयोग से बनाने की तयारी चल रही हैं हालांकि कांग्रेस का दावा हैं की जीते हुए सारे पार्षद उनके साथ हे कोई खतरा नहीं हैं मगर विश्वशनीय सूत्र की माने तो कांग्रेस की जीत के बाद नायक बन उभरे विधायक मेवाराम जैन इस बार सभापति पद पर चालीस वार्ड से जीते श्रीमती मनोहर कंवर को बनाने के मूड में हे मगर उन पर दबाव हे की वार्ड इक्कीस से जीते धनपति लून कारन को सभापति बनाया जाये मगर लूँ कारन के पूर्व सांसद हरीश चौधरी गट से होने के साथ सक्षम होने के कारण विधायक अपनी राह में कांटे बिछाने की मूड में नहीं हैं ,लूणकरण सभापति के दावेदार के रूप में चुनाव लड़े सौ वो किसी कीमत पर  के मूड में नहीं हैं ,हालांकि लूणकरण खुद  फिल वक्त कांग्रेस  गुप्त स्थान पर हे ,मगर उनके लिए बीजेपी के नेता गोटिया बिछा रहे हैं ,बीजेपी लूणकरण को अपना उम्मीदवार बना कर कांग्रेस में तोड़ फोड़ करने के मूड में हैं  ,कुछ निर्दलीय बीजेपी खेमे में देखे गए हैं उनकी बात पक्की हो चुकी हैं। दूसरा डाव बीजेपी दिलीप पालीवाल पर खेलेगी लूणकरण बीजेपी के साथ नहीं आते तो दिलीप पालीवाल को उतार कांग्रेस को तोड़ने का प्रयास होगा ,बहार हाल देखना हे बीजेपी के नए नवेले नेता कोई करिश्मा कर पाते हे  निकाय चुनावो की तरह असफल होते हे वाही कांग्रेस विधायक मेवाराम जैन ने अपने बलबूते कांग्रेस को जीत दिला दी अब उसे सभापति के अंजाम तक पहुंचा राजनितिक हुनर का परिचय देने। 

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