गुरुवार, 13 नवंबर 2014

सिरोही। 7वीं का छात्र जीगर लटका फंदे से

सिरोही। 7वीं का छात्र जीगर लटका फंदे से


सिरोही| फिर एक मासूम मौत की नींद सो गया| इस बार मासूम ने खुद को मौत के गले लगा लिया| अपने शिक्षकों की प्रताड़ना से वह काफी परेशान था| 7वीं कक्षा में पढ़ने वाले बच्चे ने अपने ही घर की रसोई में मौत का फंदा लगा लिया| सिरोही जिले के मोरली गांव के एक घर में उस समय कोहराम मच गया जब घर के लाड़ले ने अपने ही घर में फांसी का फंदा लगा लिया| अभी जीवन शुरू हुआ था, लेकिन अपने शिक्षकों की प्रताड़ना से वह इतना परेशान हो गया कि उसने मौत को गले लगा लिया| जानकारी अनुसार सिरोही जिले के शिवगंज उपखंड क्षेत्र के पालड़ी एम गांव के एक निजी विद्यालय में 7वीं कक्षा में पढ़ने वाला मोरली गांव का एक बच्चा पिछले एक पखवाड़े से शिक्षकों की प्रताड़ना से परेशान था|

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घटना की जानकारी पुलिस को सुबह मिली और पुलिस ने मौके पर पहुंच शव को कब्जे में कर मौका पंचनामा तैयार कर शव का पोस्टमार्टम करवा परिजनों के सुपुर्द किया| पुलिस को मृतक बालक के पास से एक सुसाइड नोट भी मिला है, जिसमें प्रताड़ित करने वाले शिक्षकों तथा 3 विद्यार्थियों के नाम लिखे हैं| मामले को लेकर मृतक बालक के पिता की रिपोर्ट पर पुलिस ने शिक्षकों के विरूद्ध प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू की है|




दरअसल बच्चे जीगर ने दीपावली का होमवर्क नहीं किया था और इस बात को लेकर शिक्षक उसे प्रताड़ित करते थे| करीब 15 दिन शिक्षकों की प्रताड़ना झेलने के बाद वह 10 नवंबर को वह स्कूल गया और वहां से वह भाग गया, जिस पर विद्यालय संचालक ने बालक के दादा को इसकी सूचना दी| शाम को वह अपने खेत पर एक कोने में बैठा मिला| 11 नवंबर को वह विद्यालय नहीं गया और इसी दिन शाम 6 बजे अपने घर की रसोई में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली| मृत बालक की जेब से एक सुसाइड नोट भी मिला है, जिसमें उसने दीपावली का कार्य नहीं करने पर शिक्षक ताराराम, भरतकुमार तथा विद्यालय संचालक सुमेरसिंह पर पिटाई करने का आरोप लगाया है| इसके अलावा 3 विद्यार्थियों के नाम भी सुसाइड नोट में लिखे मिले है जो उसकी आए दिन झुठी शिकायत करते तथा उसे परेशान करते थे|



बच्चे की आत्महत्या के इस मामले में अब पुलिस अपनी जांच में जुट गई है| जांच में जुटे पुलिस अधिकारियों के अनुसार इस प्रकरण की तफ्तीश की जा रही है और जो भी इस मामलें में आरोपी पाए जाएंगे उन्हें बख्शा नहीं जाएगा| बहरहाल, अब देखना यह होगा कि पुलिस जांच में क्या कुछ सामने आता है और आरोपियों को पुलिस कब तक सजा दिलवाती है|

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