रविवार, 30 नवंबर 2014

वादे और इरादे

वादे और इरादे
शब्दकोश में अगर मजबूरी शब्द नहीं होता तो हमारी सरकारों का क्या होता? पांच साल तक वह जनता को क्या जवाब देतीं? सरकार आज कोई वादे को पूरा करने में नाकाम रहती है तो अदालत हो या जनता की अदालत में मजबूरी का बहाना लेकर अपना पीछा छुड़ाना चाहती है। आज भले केन्द्रीय मंत्री संसद में कोई भी बयान क्यों न दे लेकिन सरकार आने पर सौ दिन में विदेशों से काला धन वापस लाने का वादा करने वाली सरकार भी उसी पुरानी परिपाटी पर चलती नजर आ रही है। 


promises and intentions

भाजपा सरकार भी पिछली सरकार की तरह अपनी मजबूरियां गिना कर काला धन वापस लाने में असमर्थता जता रही है। वित्त मंत्री अरूण जेटली संसद में बयान दे रहे हैं कि सरकार काला धन लाने के मुद्दे पर गंभीर है लेकिन उसे अंतरराष्ट्रीय संधियों की पालना करनी पड़ती है। वे अब कह रहे हैं कि कुछ खाताधारकों ने बैंकों से अपनी रकम निकाल ली। लोकसभा चुनाव से पहले प्रधानमंत्री पद के दावेदार नरेन्द्र मोदी, तत्कालीन पार्टी अध्यक्ष राजनाथ सिंह और स्वयं जेटली जब सौ दिन में काला धन वापस लाने की बात कह रहे थे तब क्या उन्हें अंतरराष्ट्रीय संधियों से वचनबद्धता की जानकारी नहीं थी?

काला धन वापस लाने में यदि इतनी मजबूरियां हैं तो क्या ये मजबूरियां मनमोहन सिंह सरकार के सामने नहीं रहीं होंगी? भाजपा नेता इस मुद्दे पर तब सरकार को संसद में क्यों घेरते थे? क्या जनता को यह बताने के लिए कि यूपीए सरकार में काला धन वापस लाने की इच्छाशक्ति नहीं है या फिर वह काले धन कुबेरों को बचाना चाहती है। विपक्ष में रहकर सरकार पर आरोप लगाना आसान होता है क्योंकि उसमें कुछ बिगड़ता नहीं है। भाजपा नेताओं को अब पता चल रहा होगा कि आरोप लगाने और उसे साबित करने में कितना अंतर होता है? पूरे बहुमत के साथ सरकार में बैठकर भी यदि जोर-शोर से किए गए वादे को पूरा करने में नाकामी हाथ लगे तो मतदाता कथनी और करनी के अंतर को भी साफ समझ लेते हैं।

काले धन का मुद्दा भाजपा पिछले चार-पांच साल से जोर-शोर से उठाती रही है और उसने जनता को यह विश्वास दिला दिया था कि उसके सत्ता में आने के सौ दिन में काला धन वापस आ जाएगा। देश खुशहाल हो जाएगा और लोगों पर टैक्स की मार कम हो जाएगी। अब तो दो सौ दिन पूरे होने जा रहे हैं। फिर भी सरकार मजबूरियों का रोना रो रही है तो कैसे लगे कि "अच्छे दिन" आने वाले हैं।

पॉलिटेक्निक कर रहे छात्र ने लगाई फांसी

पॉलिटेक्निक कर रहे छात्र ने लगाई फांसी
बैतूल।चंद्रशेखर वार्ड में किराए से रहने वाले पॉलिटेक्निक के एक छात्र ने शनिवार दोपहर अपने ही कमरे मे फांसी लगा ली,जिससे उसकी मौत हो गई। फांसी लगाए जाने का कारण अज्ञात है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

Are Polytechnic student hanging made

थाना कोतवाली की सब इंस्पेक्टर रमा मेश्राम ने बताया कि दोपहर में सूचना मिली कि चंद्रशेखर वार्ड में शांति देशमुख के मकान में किराए से रहने वाले पॉलिटेक्निक के छात्र कन्हैया मसतकर ने अपने ही कक्ष मे फांसी लगा ली,जिससे उसकी मौत हो गई। वह शासकीय पॉलिटेक्निक सोनाघाटी में इलेक्ट्रानिक्स में द्वितीय वर्ष का छात्र था। आठ महीने पहले ही किराए के मकान में रहने आया था।


मेश्राम ने बताया कि कन्हैया सुबह दस बजे के लगभग अपने कमरे मे आया था। उसने बाजू में ही रहने वाले सिद्धार्थ से कुर्सी मांगी और अपने कमरे में चला गया। कुछ देर बाद जब सिद्धार्थ वापस कुर्सी लेने पहुंचा तो अंदर से दरवाजा बंद था।


सिद्धार्थ ने खिड़की से देखा तो कन्हैया फांसी पर लटका हुआ था। कन्हैया ने लेंटर की छत रस्सी बांधकर कुर्सी के सहारे फांसी लगा ली थी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच पड़ताल के बाद शव को उतारा। छात्र के परिजन भी पहुंच गए थे। -

कल्याणपुर। लड़खड़ाई पेयजल आपूर्ति

कल्याणपुर। लड़खड़ाई पेयजल आपूर्ति

कल्याणपुर। कस्बे में बिगड़ी जलापूर्ति व्यवस्था पर रहवासियों की परेशानियां बढ़ गई है। सर्दी में भी पेयजल किल्लत है। ओवरहैड टैंक के निर्माण का कार्य धीमी गति से होने से यह स्थिति बनी हुई है।

क्षेत्र में मीठा पानी उपलब्ध करवाने के लिए वर्ष 2008 में मुख्यमंत्री ने उम्मेदसागर-धवा-कल्याणपुर-समदड़ी-खंडप पेयजल योजना का शिलान्यास किया था।

जिस पर कस्बे सहित क्षेत्र के लोगों ने शीघ्र ही पेयजल समस्या के निजात मिलने को लेकर उम्मीद संजोई थी, लेकिन योजना की धीमी गति से चल रहे कार्य पर ग्रामीणों को पेयजल के रूप में पहले की तरह ही परेशानियां उठानी पड़ रही है।


Plummeting water supply

वैकल्पिक व्यवस्था बंद
उम्मेदसागर-कल्याणपुर-खंडप पेयजल योजना के तहत सरकार ने कस्बे समदड़ी में पेयजल सप्लाई शुरू की थी। कस्बे के ग्रामीणों की मांग पर सरकार ने वैकल्पिक व्यवस्था के लिए पेयजल लाइन से कस्बे के तालाब में पानी छोड़ने का निर्णय लिया।

इस पर तालाब में एकत्रित होने वाले पानी को ग्रामीण टंकियों से भरकर अपनी जरूरत पूरी करते थे, लेकिन पांच दिन पूर्व जलदाय विभाग की ओर से एयरवॉल्व पर लगा इनडेन्ड हटा दिया गया।

जिससे पेयजल सप्लाई बंद हो गई। ऎसे में तालाब में नहीं पहुंच रहे पानी से पेयजल को लेकर कस्बे सहित क्षेत्रके ग्रामीणों के सामने समस्या खड़ी हो गई है।

तिरसिंगड़ी, थोब, रेवाड़ा तालाब का पानी टैंकरों से डलवाकर ग्रामीण अपनी जरूरत पूरी कर रहे हैं। टैंकर संचालकों के प्रति टैंकर 7-8 सौ रूपए राशि वसूलने से ग्रामीणों की हालत खस्ताहाल हो गई है।

धीमी गति से हो रहा कार्य
पेयजल योजना का पानी उपलब्ध करवाने के लिए जलदाय विभाग की ओर से ओवरहैड टैंक का निर्माण किया जा रहा है, लेकिन कार्य की गति इतनी धीमी है कि आधा ही कार्य पूरा हो पाया है। इस पर कई दिनों तक ग्रामीणों को योजना का सीधा पानी उपलब्ध नहीं होगा यह तय सा है।

बालोतरा। पदरिक्तता का असर अध्ययन पर

बालोतरा। पदरिक्तता का असर अध्ययन पर
बालोतरा। राजकीय एमबीआर स्नातकोत्तर महाविद्यालय में प्राचार्य सहित व्याख्याताओं के रिक्त पदों के कारण विद्यार्थियों का अध्ययन प्रभावित हो रहा है।

वर्ष 2008 में महाविद्यालय को स्नातकोत्तर में क्रमोन्नत तो कर दिया, लेकिन स्वीकृत पदों को नहीं भरा गया। विज्ञान संकाय नहीं होने से छात्र पढ़ाई के लिए अन्यत्र बड़े शहरों की ओर रूख करने को मजबूर है।

शारीरिक शिक्षक नहीं होने से खिलाडियों को आगे बढ़ने के अवसर से वंचित होना पड़ रहा है। रिक्त पद भरने को लेकर छात्रों ने कई बार विरोध प्रदर्शन भी किया।

सरकार व जनप्रतिनिधियों को अवगत करवाया, लेकिन सिवाय आश्वासन के इन्हें आज दिन तक कुछ नहीं मिला। जनप्रतिनिधियों की फौरी पैरवी पर समस्या जस की तस बनी हुई है।


To study the effect of Pdriktta

यह है स्थिति
महाविद्यालय में एक माह से प्राचार्य का पद रिक्त है। एक वर्ष से अधिक समय से उप प्राचार्य का पद रिक्त है। राजनीति विज्ञान के स्वीकृत व्याख्याता के तीनों पद खाली है।

भूगोल, अर्थशास्त्र, लेखाशास्त्र व्याख्याताओं के पद लम्बे समय से रिक्त है। इसके अलावा लाइब्रेरियन, कनिष्ठ लिपिक, प्रयोगशाला सहायक, प्रयोगशाला ब्रेवर व एक चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी का पद भी रिक्त है।

परिणाम पर पड़ता है असर
नगर में महाविद्यालय नाममात्र का ही है। प्राचार्य सहित व्याख्याताओं के पद लम्बे समय से रिक्त होने से पढ़ाई चौपट हुई जा रही है। जिसका खामियाजा परीक्षा परिणाम के रूप में भुगतना पड़ता है। सरकार पद भरें।
महेन्द्र प्रजापत, छात्रसंघ महासचिव

अवगत करवाते हैं
पद रिक्तता को लेकर कॉलेज शिक्षा निदेशालय को समय-समय पर अवगत करवाते हैं। वहां से ही पदों की स्वीकृति की जाती है। व्यवस्था में परेशानी तो आती है, लेकिन सहयोग से कार्य करते हैं।
रचना चैतन्य, कार्यवाहक प्राचार्य

पद रिक्तता से छात्राओ की पढ़ाई प्रभावित
मोकलसर. कस्बे के मेहरामचंद हुण्डिया राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय में लम्बे समय से प्रधानाचार्य सहित व्याख्याताओं के पद रिक्त होने से बालिकाओं की पढ़ाई चौपट हो रही है।

परेशान अभिभावक व बालिकाएं कई बार जनप्रतिनिधियों से पद भरने की मांग कर चुके हैं, लेकिन आज दिन तक एक भी पद नहीं भरा गया है। इससे अभिभावकों व ग्रामीणों में रोष्ा है।

विद्यालय में वर्ष 2005 से प्रधानाचार्य का पद रिक्त चल रहा है। अंग्रेजी, हिंदी, इतिहास, हिंदी साहित्य विष्ायों के व्याख्याता के पद भी रिक्त हैं।

शैक्षणिक व्यवस्था बनाए रखने के लिए एक व्याख्याता व दो वरिष्ठ अध्यापकों को यहां नियुक्त कर रखा है, लेकिन इनके अवकाश पर रहने से छात्राओं की पढ़ाई चौपट हो जाती है। विद्यालय का हर वर्ष कम रहते परिणाम पर इस बात को समझा जा सकता है।

रिक्त पद भरें
विद्यालय में बड़ी संख्या में पद रिक्त है। जिससे छात्रों की पढ़ाई चौपट हुई जा रही है। सरकार से कई बार मांग की गई, लेकिन कोई सुनवाई नहीं की जा रही है।
रेशमीदेवी भाटी, सरपंच मोकलसर

परिणाम प्रभावित
विद्यालय में बड़ी संख्या में पद रिक्तता के चलते बालिकाओं का परिणाम प्रभावित हो रहा है। सरकार अविलम्ब रिक्त पद भरें।
अणसीदेवी, जिला परिषद सदस्य

प्रयास जारी है
रिक्त पदों को भरने को लेकर सरकार को अवगत करवाया गया है। प्रयास जारी है, उम्मीद है शीघ्र ही पद भरे जाएंगे।
हमीरसिंह भायल, विधायक -

बाड़मेर। रोजगार के लिए पंजीकरण से हुआ मोह भंग

बाड़मेर। रोजगार के लिए पंजीकरण से हुआ मोह भंग
बाड़मेर। सुरसा के मुंह की तरह बढ़ रही बेरोजगारी के दौर में बेरोजगारों का रोजगार कार्यालय के प्रति मोह भंग हो रहा है। हजारों बेरोजगार रोजगार के लिए भटक रहे हैं, लेकिन पंजीकरण के लिए रोजगार कार्यालय की दहलीज पर चढ़ने वालों की तादाद बहुत कम है।
इसका कारण है सीधी भर्ती में रोजगार कार्यालय में रजिस्ट्रेशन (पंजीयन) की अनिवार्यता नहीं होना। ऎसे में बेरोजगार रोजगार कार्यालय में पंजीयन करवाने में दिलचस्पी नहीं ले रहे।

सरकारी व गैर सरकारी संस्थानों में रोजगार के लिए बेरोजगारों की युवाओं की लम्बी कतारें लग जाती है। उन्हें बस एक अदद नौकरी चाहिए, लेकिन कभी नौकरी देने का जरिया रहे रोजगार कार्यालय के प्रति इनकी दिलचस्पी कम हो रही है।

Employment grew disillusioned with the registration

जिला रोजगार कार्यालय में मात्र 8 हजार 280 बेरोजगारों का ही पंजीयन हो रखा है। इससे ज्यादा बेरोजगार तो हर साल शिक्षा स्नातक (बीएड) करके आ रहे हैं।

ऎसे में सवाल यह उठता है कि आखिर बेरोजगार पंजीयन क्यों नहीं करवाते? इसका एक कारण यह है कि पहले सरकारी भर्ती रोजगार कार्यालय के मार्फत आती थी और उसमें रोजगार कार्यालय से पंजीयन की अनिवार्यता होती थी, लेकिन अब सीधी भर्ती निकलने लगी है। इसके चलते रोजगार पंजीयन की अनिवार्यता खत्म हो गई है। ऎसे में बेरोजगार भी पंजीयन करवाने में कम दिलचस्पी ले रहे हैं।

अदालत में भर्ती से बढ़ा पंजीयन
करीब दो-तीन माह पहले न्यायालय में विभिन्न पदों की भर्ती आई थी। इसमें आवेदक के लिए रोजगार कार्यालय में पंजीयन होना अनिवार्य था। इसके चलते करीब एक-डेढ़ हजार आवेदन एक साथ हो गए, जबकि इससे पहले जो पंजीयन थे, वे सालों से चल रहे थे।

पंजीयन रद्द, दूबारा नहीं
कई ऎसे बेरोजगार हैं जिन्होंने एक बार पंजीयन करवाया, लेकिन इसका नवीनीकरण नहीं करवाया। ऎसे सैकड़ों युवा है जिनका पंजीयन नवीनीकरण नहीं हुआ और रद्द हो चुका है। -

बाड़मेर। अव्यवस्था में भी 100 महिलाओं ने कराई नसबंदी

बाड़मेर। अव्यवस्था में भी 100 महिलाओं ने कराई नसबंदी

बाड़मेर। स्थानीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र व प्राथमिक केंद्र में शनिवार को परिवार कल्याण कार्यक्रम के तहत नसबंदी शिविर का आयोजन किया गया। इस दौरान सिणधरी में 67 एवं होडू में 25 महिलाओं की नसबंदी की गई। इसी तरह अजीज में आयोजित शिविर में 7 महिलाओं की नसबंदी की गई। जिला स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि आज भी नसबंदी के शिविर धोरीमन्ना, जासोल, खंडप में लगाए जाएंगे।

100 women sterlized insystmaticly

रहा अव्यवस्था का आलम
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र परिसर में बने विश्राम गृह को स्टोर के रूप में उपयोग करने से नसबंदी के लिए आने वाली महिलाओं व उनके परजिन को परेशानी का सामना करना पड़ा। महिलाएं दिन भर परिसर में पेड़ों व भवनों की छाया में बैठी रही एवं विश्राम गृह पर ताला लटकता रहा। -

सिवाना। फर्जी लूट पर्दाफाश, आरोपित गिरफ्तार


सिवाना। फर्जी लूट पर्दाफाश, आरोपित गिरफ्तार
सिवाना। पुलिस ने 28 दिन पूर्व दर्ज लूट के फर्जी प्रकरण का पर्दाफाश करते हुए दो आरोपितों को गिरफ्तार किया है। थानाधिकारी ज्ञानसिंह ईदा ने बताया कि जोगाराम पुत्र छोगाराम निवासी मायलावास ने 1 नवम्बर को रिपोर्ट पेश कर बताया था कि उसने सुरेश कुमार पुत्र धुकाराम निवासी मायलावास को जीप देकर डूंगरसिंह पुरोहित को लाने के लिए देवड़ा गांव भेजा था। जो वापिस नहीं लौटा।

पीछे जाने पर देखा तो अर्जियाणा सरहद के नाले में जीप की सीट पर सुरेश कुमार बंधा हुआ था। वहीं गाड़ी के कांच टूटे हुए थे। 21 सौ रूपए व मोबाइल छीन लिया था। रिपोर्ट में बताया कि उसने घटना से पूर्व सुरेश कुमार को तीन लाख रूपए दिए थे।

प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक अनिल देशमुख व अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जसाराम बोस के निर्देश पर पुलिस उप अधीक्षक राजेन्द्र डिढारिया की निगरानी में सहायक थानाधिकारी सिवाना शेराराम, कांस्टेबल पदमपुरी, बृजमोहन की टीम गठित की गई।

टीम सुरेश कुमार की गतिविधियों पर नजर रखे हुए थी। मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने सुरेश कुमार व पेमाराम पुत्र गणेशाराम मवड़ी को तलब कर पूछताछ की। जिस पर लूट के मामले का पर्दाफाश हुआ।

loot plan exposed, accused arrested

एक दिन पहले बनाई लूट की योजना
घटना से पूर्व रात्रि जोगाराम ने मार्बल खरीदी को जाने के लिए सुरेश कुमार को 3 लाख रूपए दिए थे। इस पर सुरेश ने अपने मित्र पेमाराम के साथ मिलकर लूट की घटना क ो अंजाम देने का षड्यंत्र रचा।

जोगाराम ने 1 नवम्बर को सुबह सुरेश को डूंगरसिंह को लाने के लिए देवड़ा भेजा। इस दौरान तय योजना के अनुसार सुरेश की जानकारी पर पेमाराम देवड़ा को जाने वाले मार्ग पर मोटर साइकिल से पहुंचा। अर्जियाणा के समीप दोनों ने बनावटी लूट दर्शाने क लिए गाड़ी के कांच फोड़े।

वहीं पेमाराम ने सुरेश को गाड ी में बांध दिया। तीन लाख रूपए व मोबाइल लेकर पेमाराम यहां से चला गया। सुरेश के नहीं पहुंचने पर जोगाराम उसकी खोज में देवड़ा की ओर रवाना हुआ तो वह गाड़ी से बंधा मिला पाया। इस पर उसने लूट को लेकर पुलिस में रिपोर्ट पेश की।

पुलिस की टीम ने मुखबिर की सूचना पर दोनों आरोपितों को गिरफ्तार किया। कड़ी पूछताछ में जुर्म करना स्वीकार किया। सुरेश कुमार ने 2 लाख व पेमाराम ने 1 लाख रूपए आपस में बांटकर लेना कबूल किया। पुलिस ने आरोपितों को गिरफ्तार कर बरामदगी के प्रयास शुरू किए। 

पोस्टमास्टरों ने किया लाखों का गबन

पोस्टमास्टरों ने किया लाखों का गबन

जयपुर। जयपुर के दो डाकघरों में गबन का खुलासा हुआ है, जिनमें औचक निरीक्षण के दौरान लाखों रूपए की गड़बड़ी सामने आई है। इनमें ज्योति नगर स्थित विद्युत भवन डाकघर से 3.34 लाख और चौमूं डाकघर से 1.25 लाख रूपए का अधिकारियों ने गबन कर लिया ।

दोनों ही जगह पोस्टमास्टरों की मिलीभगत सामने आई है। विभाग ने एक पोस्टमास्टर को निलंबित कर जांच शुरू कर दी है। विभागीय अधिकारियों का कहना है कि जांच के बाद राशि और बढ़ सकती है। जांच में उपभोक्ताओं के खातों को भी खंगाला जा रहा है।
postmaster the embezzlement of lakh

चेक में दर्शाई राशि
विद्युत भवन परिसर में संचालित डाकघर में उपभोक्ता बचत खाता, आवर्ती जमा, मासिक आय योजना में नकद जमा कराते रहे। पोस्टमास्टर अमर सिंह ने कुछ हिस्सा रोकड़ के बजाय चेक में दर्शाकर 3.34 लाख की राशि को खुद की जेब में भर लिया । आरोपित को दो दिन पहले ही निलंबित किया है।

पहले भागा फिर जमा कराई राशि
चौमूं डाकघर में औचक निरीक्षण के लिए पहुंची टीम को राशि कम मिली। पोस्टमास्टर रामजीलाल सोलंकी तत्काल वहां से चलता बना। अधिकारियों के रोकने पर जरूरी काम का हवाला देकर निकल गया। वापस लौटा और बकाया राशि जमा करा दी। बाकी राशि दूसरी जगह रखने की आड़ लेते हुए बचाव किया।

निदेशक (डाक सेवा) दुष्यंत मुद्गल से सवाल-जवाब
सवाल. दो डाकघरों में सरकारी रोकड़ में सेंधमारी हुई है?
जवाब. ज्योति नगर और चौमूं डाकघर में करीब 4.60 लाख रूपए का गबन सामने आया है। इसमें पोस्टमास्टर की मिलीभगत सामने आई है। जांच के बाद वास्तविक गबन राशि सामने आएगी।
सवाल. क्या इनके खिलाफ कार्रवाई की गई है?
जवाब. ज्योति नगर डाकघर के पोस्टमास्टर को निलंबित किया है। चौमूं के मामले में विस्तृत जांच जारी है।
सवाल. दूसरे को निलंबित क्यों नहीं किया?
जवाब. दस्तावेज की जांच की जा रही है, जिसके आधार पर कार्रवाई करेंगे।

पहले भी हुए ऎसे मामले
जयपुर के राजापार्क डाकघर में करीब 33 लाख रूपए का गबन। पोस्टमास्टर निलंबित, जांच सीबीआई को सौंपी गई।

जेएलएन मार्ग स्थित डाकघर के पोस्टमास्टर ने घर का लोन चुकाने के लिए सरकारी खजाने से पांच लाख रूपए ले लिए। विभाग ने उसको निलंबित किया।

प्रताप नगर, सेक्टर 11-12 स्थित डाकघर के पोस्टमास्टर ने आरडी (आवर्ती जमा) लॉट की पासबुक में रोकड़ जमा होने की मुहर तो लगा दी, लेकिन करीब 2.50 लाख रूपए खुद उपयोग में ले लिए।

हल्दियों का रास्ता स्थित डाकघर में कार्यरत कर्मचारी ने उपभोक्ता की खाता राशि जमा कराने के बजाय अपने पास 5 साल तक रखा।

भरतपुर जिले के डीग मुख्य डाकघर के अंतर्गत कामां स्थि

इंसाफ के लिये दर दर भटक रहा पिता

इंसाफ के लिये दर दर भटक रहा पिता 

जयपुर। अशोक नगर इलाके में दो माह पहले हुई 11वीं के छात्र गौरांग की मौत की गुत्थी अभी तक नहीं सुलझी है। इस संबंध में हरियाणा के फरीदाबाद निवासी मृतक के चाचा ने अशोक नगर थाने में हत्या का मुकदमा दर्ज कराया था, जबकि पुलिस ने ट्रेन की चपेट में आने से मौत होना बताया था।

अब मृतक गौरांग के पिता धर्मेन्द्र शर्मा निष्पक्ष जांच कर बेटे की मौत के जिम्मेदार लोगों का पता लगाने के लिए पुलिस अधिकारियों के चक्कर लगा रहे हैं। उन्होंने दो दिन पहले पुलिस कमिश्नर को ज्ञापन भी दिया है। इसके अलावा पुलिस से कुछ सवालों के जवाब मांगे हैं।

पिता ने दिल्ली निवासी किसी लड़की के चक्कर में बेटे की मौत में एक शराब ठेकेदार और खुद के साले की संदिग्ध भूमिका बताई है। पहले अशोक नगर थाना पुलिस के पास प्रकरण था, लेकिन अब विधायपुकरी थाना प्रभारी के पास है।
death of son and wandering father for justice

यह है मामला
गौरांग जवाहर नगर निवासी अपने मामा के पास रहकर पढ़ रहा था। 29 सितम्बर की रात मामा को खाना लाने की कहकर निकला था, लेकिन वापस नहीं लौटा। एसएमएस अस्पताल में 2 अक्टूबर को उसके शव की पहचान हुई थी।

इन सवालों का मांगा जवाब
मामा ने बताया लाल टीशर्ट पहनकर घर से
निकला गौरांग, जबकि शव मिला तो काली टीशर्ट में था?
गौरांग दिल्ली निवासी एक लड़की को ठेकेदार व मामा के मोबाइल से मैसेज भेजता था, ठेकेदार को थाने लाते ही किसके कहने पर तुरंत छोड़ दिया?

गौरांग की कनपटी और गर्दन के पीछे ही चोट क्यों लगी, शरीर के अन्य हिस्से पर खरोंच क्यों नहीं आई?
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में ट्रेन की चपेट में आना नहीं, बल्कि संभावना बताई है?

पुलिस ने शव की फोटो और वीडियोग्राफी क्यों नहीं करवाई?
बेटे ने आत्महत्या की तो पुलिस उसके सबूत बताए? 

भाजपा से मुकाबले के लिए पायलट को मिले 130 "खिलाड़ी

भाजपा से मुकाबले के लिए पायलट को मिले 130 "खिलाड़ी

जयपुर। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) ने शनिवार को प्रदेश की नई कार्यकारिणी घोषित कर दी।

एआईसीसी ने गुरूवार को पुरानी कार्यकारिणी भंग कर दी थी। नई कार्यकारिणी में 86 पदाधिकारियों सहित कुल 130 नेताओं को जगह मिली है।
rajasthan Pradesh Congress Committee new team announced

पुरानी कार्यकारिणी में से करीब 23 पदाधिकारियों को दोबारा शामिल किया गया है। पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के पुत्र वैभव गहलोत को महासचिव पद की जिम्मेदारी दी गई है।

कार्यकारिणी में पूर्व मंत्री शांति धारीवाल, बृजकिशोर शर्मा, पूर्व सांसद महेश जोशी व जयपुर की निवर्तमान महापौर ज्योति खंडेलवाल का नाम शामिल नहीं किया गया है। पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत व वरिष्ठ नेता सी.पी. जोशी को स्थायी आमंत्रित सदस्य के रूप में जगह दी गई है।

ऎसी है जंबो कार्यकारिणी
नई कार्यकारिणी में 15 उपाध्यक्ष, 26 महासचिव, 43 सचिव और 2 प्रवक्ताओं सहित 86 को प्रदेश में पार्टी को मजबूती देने की जिम्मेदारी दी गई है। इसके अलावा 14 कार्यकारिणी सदस्य, 12 स्थायी आमंत्रित सदस्य और 19 विशेष आमंत्रित सदस्यों को शामिल किया गया है।

उपाध्यक्ष
गोपाल सिंह ईड़वा, महेन्द्रजीत सिंह मालवीया, मास्टर भंवर लाल मेघवाल, अशोक बैरवा, रघु शर्मा, लक्ष्मण सिंह रावत, राजेन्द्र चौधरी, रघुवीर मीणा, प्रमोद जैन भाया, उदयलाल आंजना, गोविन्द सिंह डोटासरा, मकबूल मण्डेलिया, हीरालाल विश्नोई, राजीव अरोड़ा, अर्चना शर्मा (चेयरपर्सन मीडिया सेंटर)।

महासचिव
मुरारी मीणा, राम गोपाल बैरवा, मांगीलाल गरासिया, के.सी. विश्नोई, भरोसीलाल जाटव, भारत मेघवाल, घनश्याम मेहर, महेन्द्र चौधरी, गजेन्द्र शेखावत, अजीत सिंह शेखावत, सुशील शर्मा, शंकर यादव, माहिर आजाद, जगदीश राज श्रीमाली, धीरज गुर्जर, नीरज डांगी, पंकज मेहता, रिहाना रियाज, वैभव गहलोत, मुकेश शर्मा, जी.आर. खटाना, वीरेन्द्र सिंह शेखावत, पुखराज पाराशर, गिर्राज गर्ग, अशोक सैनी, पवन गोदारा।

सचिव
बालेन्दु शेखावत, राजेश कुमावत, शमा बानो, कमल मीणा, धीरज मीणा, इन्द्राज गुर्जर, कुलदीप इन्दौरा, चयनिका उनियाल, रंजू रामावत, समृद्घ शर्मा, के.के. हरितवाल, रतन देवासी, जाहिदा खान, रीटा चौधरी, महेन्द्र रलावत, प्रशांत शर्मा, राजेश चौधरी, नईमुद्दीन गुड्डू, करण सिंह, अमीन कागजी, रमा बजाज, रूपाराम मेघवाल, आदित्य शर्मा, राजेन्द्र गोदारा, दिनेश अबरार, रोहित बोहरा, वन्दना माथुर, अर्जुन बामनिया, अजीत सिंह यादव, सोमेन्द्र फालना, सुरेश मिश्रा, जगदीश चौधरी, चेतन डूडी, जगदीश वर्मा, धूप सिंह पूनिया, गोपाल कृष्ण शर्मा, शारदा साद, सुरज्ञान घोसालिया, हरन्जिर सिंह प्रधान, सुशील आसोपा, कुलदीप सिंह राजावत, विक्रम वाल्मिकी, पारसमल जैन।

प्रवक्ता
प्रताप सिंह खाचरियावास, सुरेश चौधरी - 

शनिवार, 29 नवंबर 2014

राजस्थान कांग्रेस की नई कार्यकारिणी घोषित।सूची देखे

राजस्थान कांग्रेस की नई कार्यकारिणी घोषित।सूची देखे


जयपुर। राजस्थान प्रदेश कांगे्रस कमेटी की नई कार्यकारिणी घोषित कर दी गई है।राजस्थान कांग्रेस की नई कार्यकारिणी 25 महा सचिव 43 सचिव व 15 उपाध्यक्ष घोषित। बाड़मेर विधायक मेवाराम को किया दरकिनार नहीं मिला कोई पद पूर्व राजस्व मंत्री हेमाराम चौधरी को चौहटन प्रधान शमा खान को सचिन पायलट की टीम में किया शामिल







लूणी। दहेत प्रताड़ना से परेशान विवाहिता ने आत्महत्या की



लूणी। दहेत प्रताड़ना से परेशान विवाहिता ने आत्महत्या की

लूणी। दहेज के लिये प्रताड़ित करने से तंग आकर एक विवाहिता ने फांसी  के फं दे पर लटक कर अपनी जान दे दी। इस संबंध में झंवर थाने में मुकदमा दर्ज किया गया। जिसकी जांच एसीपी बोराना डा.दुर्गसिंह राजपुरोहित कर रहे है। झंवर थानाधिकारी गंगासिंह देवड़ा ने बताया कि भांडू निवासी वीरमाराम पुत्र लालाराम मेघवाल ने मुकदमा दर्ज करवाया कि उसकी बहिन मीरा की शादी चार वर्ष पूर्व दिनेश मेघवाल निवासी खाटावास के साथ हुई व शादी के सात माह बाद से ही उसका पति दहेज के लिये परेशान करने लगा व मारपीट करता था। अपने पति की मारपीट से परेशान होकर उसकी बहिन ससुराल से पीहर चली आई । लेकिन परिवार व समाज के लोगों की समझाइश के बाद उसकी बहिन वापस ससुराल चली गई व उसके एक बेटी भी हुई। लेकिन उसकी बहिन का पति दिनेश व दिनेश की माता, पिता सहित कई लोग उसे लगातार दहेज के लिये प्रताड़ित करते रहे। मारपीट करने से तंग आकर उसकी बहिन ने आत्महत्या कर ली। पुलिस ने पीहर पक्ष व ससुराल पक्ष की मौजूदगी में मेडिकल बोर्ड से मृतका का पोस्टमार्टम करवाकर शव सहमति से ससुराल पक्ष को सुपुर्द किया।



क्या कहते है पुलिस अधिकारी
आरंभिक जांच में सामने आया है कि मृतका का पति दहेज की मांग को लेकर उसके साथ मारपीट करता था। इसी कारण विवाहिता ने फ ांसी लगाकर अपना जीवन समाप्त कर लिया। मामले की जांच जारी है।

सहयोग से होगा शहर का विकास- मेवाराम जैन

सहयोग से होगा शहर का विकास- मेवाराम जैन


वार्ड संख्या 40 में नवनिर्वाचित सभापति, उप सभापति व पार्षदों का अभिनंदन

विधायक ने दिलाया विकास का भरोसा

बाड़मेर। विधायक मेवाराम जैन ने आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी ने नगरपरिषद चुनाव में धन-बल का उपयोग किया है। चुनाव में सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग किया गया है। इसके बावजूद बाड़मेर शहर की जनता ने कांग्रस पर भरोसा जताया है। जैन ने भरोसा दिलाया कि शहर के विकास में कोई कसर नहीं रखेगी। नगर परिषद बोर्ड में सभी के सहयोग से शहर का विकास किया जाएगा। विधायक मेवाराम जैन ने गुरुवार रात वार्ड संख्या 40 में हिंगलाज मंदिर के पास आयोजित अभिनंदन कार्यक्रम में यह विचार व्यक्त किए। इस अवसर पर परिषद के नवनिर्वाचित सभापति, उप सभापति व पार्षदों का सम्मान किया गया। इस मौके विधायक जैन ने भाजपा सरकार पर करारे कटाक्ष किए। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार बने अभी एक वर्ष ही हुआ है, लेकिन मुख्यमंत्री ने कल्याणकारी योजनाओं पर कैंची चलाना शुरू कर दिया। आमजन को संबल देने के स्थान पर सरकार लगातार गलत फैसले ले रही है। परिषद चुनाव में बाड़मेर की जनता ने विश्वास जताते हुए यहां लगातार दूसरी बार कांग्रेस का बोर्ड बनाया है। इस विश्वास को बनाए रखने में नया बोर्ड कोई कसर नहीं छोड़ेगा। नवनिर्वाचित सभापति लूणकरण बोथरा ने कच्ची बस्तियों को विकसित कर शहर की मुख्य धारा में जोड़ने का भरोसा दिलाया। वार्ड संख्या 40 व वार्ड 38 के मतदाताओं ने कांग्रेस बोर्ड बनाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उप सभापति प्रीतमदास जीनगर, वार्ड 40 की पार्षद मनोहर कंवर व वार्ड 38 की पार्षद रेणू दर्जी का भी समारोह में अभिनंदन किया गया। तनसिंह महाबार, युसूफ खान सहित कई वक्ताओं ने कार्यक्रम का संबोधित किया। रिड़मलसिंह दांता ने आभार व्यक्त किया। रघुवीरसिंह तामलोर ने मंच संचालन किया।सभापति व उप सभापति ने पद संभाला


बाड़मेर। नगर परिषद के नए सभापति लूणकरण बोथरा ने शुक्रवार को सभापति का पद ग्रहण किया। उन्होंने पूजा व हवन करने के बाद पद संभाला। उप सभापति प्रीतमदास जीनगर ने भी अपना पद संभाल लिया। इस अवसर पर नगर परिषद अधिकारियों, कर्मचारियों व पार्षदो ने बोथरा का फ ूल मालाओं से स्वागत कियर। इस मौके बोथरा ने सभी पार्षदो का स्वागत किया और कहा कि बाड़मेर के विकास के लिए हमेशा तत्पर रहूंगा। सभापति ने पत्रकारों के साथ बातचीत में कहा कि नगर परिषद में भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। बाड़मेर विधायक मेवाराम जैन ने कहा कि सभी मिलकर शहर का विकास करेंगे। सभी पार्षदो के सहयोग से शहर को सुंदर बनाने का प्रयास किया जाएगा। इस अवसर पर शहर के सभी पार्षद मौजूद थे।

दिनदहाडे वैन से हुई डेढ़ करोड़ की लूट

दिनदहाडे वैन से हुई डेढ़ करोड़ की लूट

नई दिल्ली। उत्तरी दिल्ली के कमला नगर इलाके में सशस्त्र लुटेरों ने शनिवार को दिनदहाडे निजी बैंक के एक एटीएम में पैसे डालने आई वैन से डेढ़ करोड़ रूपए लूट लिए। इस दौरान उन्होंने एक सुरक्षाकर्मी की हत्या भी कर दी।
bikers loot atm cash van in delhi

दिल्ली पुलिस के संयुक्त आयुक्त संदीप गोयल ने बताया कि यह वारदात दिन में 11 बजे के आस पास हुई। लूट की शिकार हुई वैन एक निजी कंपनी की थी, जो कमला नगर और रूपनगर में एक निजी क्षेत्र के एटीएम में नकदी डालने जा रही थी।

उन्होंने कहा कि वैन के साथ एक सुरक्षाक र्मी भी था। इस बीच दो व्यकि्त मोटर साइकिल पर आए और सुरक्षाकर्मी को गोली मार दी। सुरक्षाकर्मी के सिर में दो गोली लगी।

पुलिस अधिकारी ने बताया कि लुटेरों ने वैन में एक करोड 50 लाख रूपए से भरा एक बैग उठा लिया और हथियारों को हवा में लहराते हुए भाग गए। बाद में पुलिस ने सुरक्षाकर्मी को अस्पताल पहंुचाया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया।

रूपनगर थाने में हत्या, सशस्त्र डकैती और हथियार अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। अपराधियों की तलाश के लिए पुलिस ने अभियान शुरू कर दिया है और इलाके में लगे सीसीटीवी कैमरों को खंगाला जा रहा है। लुटेरों की तलाश के लिए पुलिस उपायुक्त मधुर वर्मा के नेतृत्व में कई दलों -

गेंद लगने से नहीं हुई ह्यूज की मौत!

गेंद लगने से नहीं हुई ह्यूज की मौत!

सिडनी। ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर फिलिप ह्यूज की दुखद मौत से जहां क्रिकेट जगत में शोक की लहर है, वहीं दूसरी ओर हर दिन इसमें नए खुलासे हो रहे हैं।

मौत के बाद से ही हर तरफ इस खिलाड़ी की चर्चा हो रही है। ह्यूज को जिस दिन चोट लगी थी अब उसके बारे में एक नया खुलासा हुआ है। ह्यूज को चोट लगने के बाद उन्हें अस्पताल ले जाने में लापरवाही की बात सामने आ रही है।
questions asked about ambulance response times in Phil Hughes injury

इस पूरे मामले में सबकी नजरों में अब वो एंबुलेंस आ गई है। ऎसा कहा जा रहा है कि अगर एंबुलेंस ने थोड़ी जल्दी दिखाई होती तो ह्यूज की जान बचाई जा सकती थी।

तस्वीरों में देखें : हमेशा से रही है क्रिकेटरों और गेंद की दुश्मनी

ऑस्ट्रेलियाई समाचार पत्र सिडनी मॉर्निग हेराल्ड के मुताबिक क्रिकेट ग्राउंड में चोटिल होकर गिरे ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर फिलिप के लिए एंबुलेंस 15 मिनट की देरी से पहुंची, यही नहीं उन्हें बुलाने के लिए दो बार फोन करना पड़ा।

खबर के मुताबिक फिलिप के चोटिल होने के 6 मिनट बाद स्थानीय समयानुसार 2.29 बजे एंबुलेंस के लिए पहला फोन किया गया था। जब एंबुलेंस नहीं पहुंची तो 8 मिनट बाद 2.37 बजे एक बार फिर फोन किया गया।

न्यू साउथ वेल्स एंबुलेस ने तब पास के प्रिंसेस ऑफ वेल्स हॉस्पिटल के क्रू को सिडनी क्रिकेट ग्राउंड भेजा। यह एंबुलेंस करीब 7 मिनट बाद 2.44 बजे मैदान पर पहुंची, यानी कि एंबुलेंस को किए पहले फोन कॉल के 15 मिनट बाद।

आपको बता दें कि सिडनी क्रिकेट ग्राउंड में मैच के दौरान सिर में बाउंसर लगने से घायल हुए 25 वर्षीय बल्लेबाज ह्यूज ने दो दिन जिंदगी की जंग लड़ने के बाद गुरूवार को हार मान ली और वह दुनिया को अलविदा कह गए।

खबर के मुताबिक पहले फोन कॉल के जवाब में भेजी गई एंबुलेंस 23 मिनट बाद 2.52 बजे पहुंची। जबकि सिडनी में जब भी पेशेंट की जान खतरे में होती है तो एंबुलेंस फोन करने के औसतन 7.65 मिनट में ही पहुंच जाती है।

ह्यूज के चोटिल होकर गिरने के वक्त से ही न्यू साउथ वेल्स (एनएसडब्ल्यू) टीम के डॉक्टर जॉन ऑर्कार्ड उनके साथ थे और उन्हें सीपीआर और वेंटिलेटिंग दे रहे थे। फिल को 3.30 बजे सेंट विंजेट अस्पताल लाया गया जहां करीब 4.15 बजे ही उनकी इमर्जेसी सर्जरी की गई ताकि सर के अंदर हुई ब्लीडिंग से दिमाग को सुरक्षित किया जा सके, इसके बाद से ही वे कोमा में चले गए थे।

इस देरी को लेकर कमिश्नर क्रीन के ऑफिस ने दो बयान जारी किए लेकिन दोनों ही अलग अलग बयान थे। सुबह 8 बजे से पहले उन्होंने पहला बयान जारी किया जिसमें कहा कि पैरामैडिक्स ट्रिपल-0 पर फोन मिलने के 8 मिनट में ही मैदान पर पहुंच गए थे।

बयान में लिखा गया है कि एनएसडब्ल्यू एंबुलेंस को 2.37 बजे फोन आया और एंबुलेंस 2.44 बजे पहुंच चुकी थी, लेकिन इसके बाद शाम 5 बजे के करीब दूसरे बयान में कहा गया कि सिडनी क्रिकेट ग्राउंड से दो फोन आए थे और पहला फोन 2.37 बजे नहीं 2.29 बजे आया था। इस बयान से वो खुद ही सवालों के घेरे में आ गए हैं।

स्वास्थ्य मंत्री जिलियन स्कीनर ने कहा है कि वो इस मामले पर रे क्रीन से जवाब चाहेंगी।

जयपुर। घर बुलाकर महिला के साथ किया गैंगरेप

जयपुर। घर बुलाकर महिला के साथ किया गैंगरेप 

जयपुर/चाकसू। राजधानी के मानसरोवर क्षेत्र में रहने वाली एक तलाकशुदा महिला ने कुछ लोगों के खिलाफ शादी का झांसा देकर देह शोषण करने का मामला दर्ज कराया है।

पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने बताया कि मानसरोवर इलाके में रहने वाली पैंतीस वर्षीय महिला को मानसरोवर में ही एक व्यक्ति मिला और दूसरी शादी कराने की बात कही।

widow raped by four men in jaipur

जबरन पिलाई शराब
महिला ने उस व्यक्ति के बताए अनुसार चाकसू के अजमेरी पुरा गांव में रहने वाले एक व्यक्ति से मुलाकात की। अजमेरी गांव में रहने वाले इस व्यक्ति ने महिला को गांव में ही अपने निर्माणाधीन मकान में बुलाया।

वहां उसे जबरन शराब पिलाई और बाद में अपने तीन साथियों के साथ मिलकर उसके साथ सामूहिक बलात्कार किया। महिला ने मानसरोवर निवासी व्यक्ति और अजमेरी पुरा गांव के - 

राजस्थान कांग्रेस की नई कार्यकारिणी घोषित

राजस्थान कांग्रेस की नई कार्यकारिणी घोषित

जयपुर। राजस्थान प्रदेश कांगे्रस कमेटी की नई कार्यकारिणी घोषित कर दी गई है।थोड़ी देर में कार्यकारिणी शामिल लोगों की सूची आएगी।

Rajasthan Pradesh Congress Committee

प्रदेश कांग्रेस कमेटी सूत्रों का कहना है कि नई कार्यकारिणी गठन में पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. सीपी जोशी और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ. चंद्रभान की महत्वपूर्ण भूमिका रही।

निकाय चुनावों में पराजय के बावजूद प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट का मानना है कि पार्टी एकजुट हैं और पूरी मेहनत से चुनाव लड़ा। निकाय चुनाव में सत्ताधारी दल को बहुमत मिलता है इसलिए भाजपा ने बाजी मारी। पायलट को उम्मीद है कि पंचायत चुनावों में कांग्रेस बाजी मारेगी। 

महिलाओं ने एक दूसरे के पति पर लगाया दुष्कर्म का आरोप

महिलाओं ने एक दूसरे के पति पर लगाया दुष्कर्म का आरोप


बहराइच। उत्तर प्रदेश में बहराइच जिले के नानपारा कोतवाली क्षेत्र में दो दलित महिलाओं ने एक दूसरे के पति पर बलात्कार का आरोप लगाया है।

पुलिस ने बताया कि इटहा गांव के करूणेश का आरोप है कि उसकी पत्नी के साथ गांव के ही लवकुश ने घर में घुसकर बलात्कार किया है।

husbands raped each other women

लगभग ऎसी ही सूरत ए हाल दूसरे मामले में पेश आई जिसमें करूणेश ने लवकुश के पत्नी के साथ घर में घुसकर बलात्कार किया।

पुलिस ने इन दोनों मामलों की प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज कर ली है।

इस बारे में पुलिस क्षेत्राधिकारी बलराम सरोज का कहना है कि दोनों पक्षों के बीच सम्पत्ति का पुराना विवाद चल रहा है और अभी कुछ दिन पूर्व एक दूसरे में हाथापाई भी हुई थी। संदेह है कि इसी कारण दोनों ने एक दूसरे पर ये मुकदमे दर्ज कराए हैं। पुलिस मामले की जांच कर रही है ।

मेरठ। गर्भवती बहन की भाई ने ली जान

मेरठ। गर्भवती बहन की भाई ने ली जान 

मेरठ। उत्तर प्रदेश में मेरठ के हस्तिनापुर क्षेत्र में प्रेम प्रसंग और फिर गर्भवती हो जाने पर भाईयों ने आनर किलिंग में अपनी ही बहिन को मौत के घाट उतार दिया।

पुलिस सूत्रों ने शुक्रवार को बताया कि हस्तिनापुर क्षेत्र के गांव किशोरपुर में मंगलवार को गंगा नहर में एक युवती का शव मिला था काफी कोशिश के बाद जब शव की शिनाख्त नहीं हो सकी तो पुलिस ने अज्ञात में पंचनामा भरके उसे पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था। मृतका का फोटो स्थानीय समाचार पत्रों में छपने के बाद शव की शिनाख्त अब भोली उर्फ मोनिका के रूप में हुई।
honor killing in meerut, pregnant sister killed by brother

पुलिस ने बताया कि गांव के एक युवक से मोनिका का प्रेम हो गया था और संबंध के दौरान वह गर्भवती भी हो गई थी। इसकी भनक लगते ही परिजनों ने चिकित्सक से जांच कराई जिसमें वह सात-आठ माह की गर्भवती बताई गई। बदनामी के डर से मोनिका को रास्ते से हटाने की साजिश रची गई और मोनिका को रिश्तेदारी में छोड़ने की बात स्वीकार की गई।

सूत्रों ने बताया कि मंगलवार को भाई सोनू व उसका तहेरा भाई भूरे और दोस्त धर्मपाल दो मोटरसाइकिलों पर सवार होकर मोनिका को लेकर गए। मध्य गंगा नहर की किशोरपुर पुलिया के पास घाने जंगल के पास उसका गला घोंटकर हत्या कर दी और शव को छिपाने के लिए नहर में फेंक दिया।

इस बीच पुलिस अधीक्षक देहात कैप्टन एमएम बेग ने बताया कि पुलिस टीम गठित कर आरोपियों की तलाश की जा रही है। उन्होंने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद आरोपियों के विरूद्ध मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।

गौरतलब है कि जिले में पिछले चार दिन में आनर किलिंग की यह तीसरी वारदात है। इससे पहले सिवालखास में भाई ने बहन की गोली मारकर हत्या कर दी थी जबकि दौराला गांव के सिवाया में बहन को गोली मार दी जो जिंदगी व मौत के बीच जूझ रही है। - 

छत्तीसगढ़। मच्छर के काटने से एक जवान की मौत, 6 की हालत गंभीर

छत्तीसगढ़। मच्छर के काटने से एक जवान की मौत, 6 की हालत गंभीर
जगदलपुर। छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग में पुलिस जवानों को नक्सलियों के साथ ही मलेरिया की बीमारी से भी जूझना पड़ रहा है। शुक्रवार को मलेरिया से पीडित एक जवान की मौत हो गई और छह जवानों को गंभीर हालत के चलते इलाज के लिए रायपुर भेजना पड़ा है।

पुलिस अधीक्षक जगदलपुर अजय यादव के मुताबिक जीरम घाटी कैम्प में तैनात जवान गोविंद तरांग की शुक्रवार को मलेरिया से मौत हो गइ्र। जवान की मौत के बाद अन्य मलेरिया पीडित जवानों को हेलीकाप्टर से रायपुर रेफर किया गया है।

one jawan died and six seriously ill due to viral fever in jagdalpur

हाल में ही नक्सल प्रभावित जीरम घाटी में नए कैम्प की स्थापना की गई है। यादव ने बताया कि कैम्प में तैनात आठ जवान मलेरिया से पीडित हो गए थे जिन्हें गुरूवार शाम मेडिकल कालेज जगदलपुर में उपचारार्थ भर्ती करवाया गया था। दो गंभीर जवानों में एक दुर्ग निवासी गोविंद तरांग की मौत हो गई जबकि एक अन्य गंभीररूप से पीडित मनोज नेताम समेत छह जवानों को रायपुर रेफर किया गया है।

बस्तर संभाग के मलेरिया अधिकारी डॉ संजय बसाक ने बताया कि अंदरूनी क्षेत्रों में तैनात जवान लगातार मलेरिया से बीमार होते जा रहे हैं। यह गंभीर समस्या है। वर्तमान में मलेरिया के लिए जो दवाई दी जा रही है वह प्रभावशील नहीं है।

उन्होंने बताया कि जल्द ही बस्तर में मलेरिया विशेषज्ञों की दो टीम जबलपुर स्थित रीजनल मेडिकल रिसर्च सेंटर फार ट्रायबल से पहुंच रही है। यह टीमें बस्तर संभाग के सभी ग्रामों का सर्वे करेगी। 

श्रीगंगानगर। स्मैक तस्करी में दो भाइयों को 20 साल का कारावास

श्रीगंगानगर। स्मैक तस्करी में दो भाइयों को 20 साल का कारावास

श्रीगंगानगर। स्मैक तस्करी में दोषी भाइयों गुरमीत सिंह और मेजर सिंह को एनडीपीएस मामलों की विशेष्ा अदालत ने शुक्रवार को 20-20 साल की सजा सुनाई। कोर्ट ने दोनों पर दो-दो लाख रूपए जुर्माना भी लगाया।

सहायक लोक अभियोजक ने बताया कि भाइयों के पास से 1900 ग्राम स्मैक बरामद हुई थी।

Smack smuggling two brothers got 20 years imprisonment

पुलिस जांच में सामने आया कि दोनों के संबंध पाकिस्तान से थे और वहां से स्मैक की खेप पहुंचती थी।

दोनों से पिस्तौल और जाली नोट भी बरामद हुए थे, जिसका मामला जयपुर की विशेष्ा कोर्ट में लंबित है।

अभियोजक ने दावा किया कि मादक पदार्थ तस्करी के पहले किसी मामले में न्यायालय ने इतनी कठोर सजा नहीं सुनाई गई है। -

बांसवाड़ा। रमिला ने निभाया बहन का फर्ज

बांसवाड़ा। रमिला ने निभाया बहन का  फर्ज 

बांसवाड़ा। उपला घंटाला गांव की 19 साल की रमिला ने पिता की मौत और मां के छोड़ जाने के बाद मजदूरी कर भाई-बहनों का भरण-पोषण किया।

जब उसकी शादी की बात आई तो उसने पति पिन्टू व ससुराल पक्ष के लोगों से शादी के बाद भी अपने पीहर में रहकर छोटे भाई-बहनों की जिम्मेदारी निभाने की बात कही। इस पर ससुराल वालों ने भी उसके इस निर्णय को सराहा।
rajasthani girl created example in front of others

बहन ने निभाया फर्ज
रमिला के 7 से 16 वर्ष उम्र की दो बहनें एवं तीन भाई है। रमिला जब 13 वर्ष की थी, तब से इनकी देखभाल कर रही है। मजदूरी से मिलने वाली आय से अपने भाई-बहनों की हर जरूरत पूरी करने के साथ ही उन्हें योग्य बनाने की तमन्ना भी है।

प्यारी बेटी
-शादी के बाद भी पीहर में रहने का फैसला
-पांच भाई-बहनों की उठा रही जिम्मेदारी 

चाइनीज मांझे से कटी गर्दन, मौत के मुहाने पर बच्ची

चाइनीज मांझे से कटी गर्दन, मौत के मुहाने पर बच्ची

जयपुर। मकर संक्रांति आने में अभी डेढ़ माह है, लेकिन पतंगबाजी का शौक रखने वाले लोगों की लापरवाही ने शुक्रवार को एक मासूम बालिका को मौत के मुहाने पर पहुंचा दिया।

दुर्गापुरा में पिता के साथ बाइक पर जा रही बालिका की गर्दन चाइनीज मांझे की चपेट में आ गई। लहूलुहान बालिका को टोंक रोड स्थित हल्दीघाटी गेट के पास निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां पर उसकी हालत गंभीर बताई है।

Chinese baby's neck cut by Manje

बालिका के पिता और मामा ने प्रशासन से चाइनीज मांझा और तेज धार वाले मांझों पर रोक की मांग की है। हादसे की शिकार नीतू (6) प्रताप नगर बीएसएनएल ऑफिस के पास रहने वाले रतन लुहार की बेटी है।

वह पीतल फैक्ट्री निवासी भाई के घर शादी में जा रहा था। दुर्गापुरा पुलिया पर चढ़ते समय सड़क पर अचानक मांझा आ गया और नीतू की गर्दन में उलझ गया।

बाइक रोकी, तब तक गर्दन पर गहरा घाव हो गया। चिकित्सकों ने बताया कि नीतू की गर्दन पर 18 टांके लगाए हैं। मांझा सांस की नली तक पहुंच गया था।

मामा का कटा था होठ
नीतू के मामा सागर ने बताया कि उसके भाई दानाराम का भी प्रताप नगर में बाइक पर जाते समय सड़क पर मांझा आने से होठ कट गया था। अब मांझे ने भांजी की गर्दन काट दी। - 

शुक्रवार, 28 नवंबर 2014

पाकिस्तान ने छत्तीस भारतीय कैदियों किया रिहा

पाकिस्तान ने छत्तीस भारतीय कैदियों किया रिहा 
पाकिस्तान ने आज कराची के मलीर जिला जेल में बंद 36 भारतीय कैदियों को रिहा कर दिया।आधिकारिक सूत्रों के अुनसार, रिहा किए गए लोगों में 35 मछुआरे और एक आम नागरिक शामिल है। सजा की अवधि पूरी करने के बाद रिहा किए गए इन लोगों को लाहौर में वाघा सीमा पर भारतीय अधिकारियों को सौंपा जाएगा।रिहा हुए कैदियों ने बताया कि उन्हें आजाद हवा में सांस लेकर बेहद खुशी हो रही है और वह अपने परिजनों से मिलने के लिए बेताब हैं। 



उन्होंने कहा कि जेल में उनके साथ किसी तरह का बुरा व्यवहार नहीं किया गया।भारत और पाकिस्तान के मछुआरे अक्सर एक दूसरे के समुद्री क्षेत्र में अनाधिकृत प्रवेश कर जाते हैं, जिसके कारण उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाता है। मुछुआरों के संगठन के अनुसार कराची की जिला जेल में इस समय करीब 419 भारतीय मछुआरे कैद है और करीब इतनी ही संख्या में पाकिस्तानी मछुआरें भारतीय जेलों में बंद हैं।मछुआरे, मछली पकड़ने के लिए जिन नौकाओं का इस्तेमाल करते हैं वह अक्सर आधुनिक तकनीक से लैस नहीं होतीं जिनके कारण उन्हें समुद्र में अपनी सीमाओं की सही जानकारी नहीं मिल पाती और वह दूसरे देश के समुद्री क्षेत्र में अनजाने में प्रवेश कर जाते हैं।

इंजीनियरिंग यूनिवर्सिटी छात्र कमलेश सिन्धी का अपहरण

इंजीनियरिंग यूनिवर्सिटी छात्र कमलेश सिन्धी का अपहरण

सिंध पाकिस्तान में मेहरण इंजीनियरिंग यूनिवर्सिटी जमशोरो में इंजीनियरिंग की शिक्षा लेरहा हिन्दू बलिक युवक छात्र कमलेश सिंधी का दो दिन पहले यूनिवर्सिटी इलाके से अपहरण हो गिया हे. पास खड़े प्रत्यक्षदरश्योँ के अन्नोसार अपहरण करने वाले एक कार मन सवार सादा कपड़ों में मलबूस वेक्ति थे जिन के साथ एक पुलिस मोबाइल भी थी. सिंध की अखबारों के अनुसार यूनिवर्सिटी छात्रों की सूचना अनुसार अपहरण करने वाले लोग पाकिस्तान की सुरक्षा एजेंसिओं आईएसआई तथा एमआई के अधिकारी थे. छात्रों के अनुसार कमलेश को शायद इस लिए उठाया गया हे के उस का सम्पर्क सिंध की एक नेशनलिस्ट सियासी पार्टी जीये सिंध मुतयहदा मुहाज़ - जसमम से था. परन्तु कमलेश के भाई ने इस बात को अस्वीकरण करते हुए कहा हे क उस के भाई का किसी छात्र सियासी दल से नही था तथा उसे बेगुन्हा उठाया गया हे. कमलेश सिंधी के अपहरण ने ज़्यादा खौफ इसलिये भी फेह्लाया हे कियोँ के कमलेश के अपहरण के दिन ही दो महीने पहले पाकिस्तान की सुरख्षा तथा ख़ुफ़िया एजेंसियों दुवारा अपहरण किये गए दो और मुस्लिम सिंधी वेक्तियोँ के तशद्दुद से मारे गए शव दो अलग अलग जगहों से मिले हैं


मारे जाने वाले इन दोनों मुस्लिम सिंधी वेक्तियों का तालुक दो अलग अलग सिंधी नेशनलिस्ट सियासी दलों से बताया जारहा हे जिन में एक तो सिंध यूनिवर्सिटी जामशोरो का छात्र था जिस का तालुक उसी ही सियासी दाल से बताया जा रहा हे जिस दाल के सदस्य होने के शक में हिन्दू छात्र कमलेश सिंधी को अपहरण किया गया हे. इसी ही तरीके से कमलेश के अपहरण से केवल एक दिन पहले फ़य्याज़ नामी सिंधी मुस्लिम वेक्ति का भी पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी के लोगों के दुवारा अपहरण किया गया जिस ने अपहरण से पहले दो दिन हिन्दू लड़कियों के जबरदस्ती धर्म परिवर्तन और शादी करवाने तथा सिंधी पाकिस्तान के खुफिया एजेंसियों दुवारा नेशनलिस्ट्स लोगों के अपहरण और बेदर्दी से मारे जाने के खिलाफ एक रेल्ली निकाली थी. याद रहे के पिछले चंद एक सालों से पाकिस्तान के सिंधी नेशनलिस्ट्स लोगों का पाकिस्तान की ख़ुफ़िया अगेंसियोँ से अपहरण करना और मारे जाना एक नेम बन चुका हे. इन नाशनलिस्ट्स लोगों पे आरोप हे के वो सिंध को पाकिस्तान से अलग करवाने की एंटी स्टेट गतिविधियोँ में वेस्थ हैं. जब के ऐसा सिलसला बलोचुस्तान में पहले कई सालों से चलता हुआ बताया जा रहा हे. इस पूरी कहानी में कमलेश के अपहरण होने पर उस के भाई का कहना हे क उस का भाई किसी गलत काम में नही हे वो केवल एक ज़हीन और पोजीशन होल्डर छात्र हे जिसे आजाद किया जाए. पाकिस्तान में मिनॉिरटी राइट्स पे काम करने वाले एक्टिविस्ट्स ने भी मांग की हे के कमलेश सिंधी को सुरिक्षत आजाद किया जाए.

"एक मौका दो, लूट का माल वापस लाऊंगा" मोदी

"एक मौका दो, लूट का माल वापस लाऊंगा" मोदी 

जम्मू। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कांग्रेस, नेशनल कांफ्रेंस और पीडीपी पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि ये पिछले तीस सालों से राज्य में लूट, भ्रष्टाचार और जनता का भावनात्मक शोषण कर रही हैं।
pm modi rally in jammu

मोदी ने बटल मैदान में चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा कि सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों ने बारी-बारी से लूट मचाने की रणनीति बनाई है। उन्हाेंने कहा कि जितना पैसा यहां आया, वह यहां की जनता के खाते में गया होता तो वह सबसे धनी हो जाती लेकिन यह सारी संपति कुछ परिवारों के पास जमा हो गई।

उन्होंने लूट का माल वापस लाने के लिए राज्य की जनता से मौका भाजपा को कहा।

मोदी ने कहा कि केंद्र सरकार इस राज्य को सिर्फ मदद देकर अपनी इतिश््री कर लेती थी लेकिन उनकी सरकार यह सुनिश्चित करेगी कि पैसा सही जगह लगे। - 

भाजपा मुख्यालय पर विद्यार्थी मित्रों का जमकर हंगामा -

भाजपा मुख्यालय पर विद्यार्थी मित्रों का जमकर हंगामा -

जयपुर। अपनी मांगों को लेकर अड़े विद्यार्थी मित्रों ने शुक्रवार को भाजपा मुख्यालय के बाहर जमकर प्रदर्शन किया। प्रदेश भर से हजारों की तादाद में आए हजारों विद्यार्थी मित्रों ने मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और भाजपा के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।

प्रदर्शन के दौरान कई बार पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच काफी देर तक धक्का-मुक्की भी हुई। हालांकि पुलिस ने विद्यार्थी मित्रों बीजेपी मुख्यालयमें घुसने से असफल कर दिया। इसके बाद विद्यार्थी मित्र धरने पर बैठ गए।
para teachers protest on bjp headquarters in jaipur

चप्पे-चप्पे पर तैनात था पुलिस का भारी अमला
इससे पहले विद्यार्थी मित्रों के बड़े प्रदर्शन को देखते हुए पुलिस ने सुबह से ही प्रदर्शन ने निपटने के पुख्ता इंतजाम कर लिए थे। आलम ये था कि चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल तैनात किया गया था। पुलिस ने चौमूं हाउस से लेकर सिविल लाइंस और भाजपा मुख्यालय के बाहर बेरिकेड्स लगा दिए थे।

शिक्षामंत्री ने कहा, हम मजबूर
इधर शिक्षा मंत्री वासुदेव दवनानी ने एक निजी चैनल से बातचीत में कहा कि विद्यार्थीü मित्रों के मामले में हमारे हाथ पूरी तरह बंधे हुए हैं। इनको हाईकोर्ट के आदेश पर हटाया गया था। उन्होंने कहा कि हमने इस मामले में एक कमेटी गठित की हुई है। हमें विद्यार्थी मित्रों से पूरी हमदर्दी है।

लालू की बेटी बनेगी मुलायम की बहू!

लालू की बेटी बनेगी मुलायम की बहू!

लखनऊ। यूपी और बिहार के दो दिग्गज नेता मुलायम सिंह यादव और लालू प्रसाद यादव के साथ आने की अटकलें लगाई जा रही हैं।

इसके पीछे सबसे बड़ा कारण यह बताया जा रहा है कि सपा प्रमुख मुलायम के भतीजे तेज प्रताप की शादी और राजद नेता लालू की बेटी राज लक्ष्मी से जल्द होने वाली है।
lalu and mulayam may come together

मैनपुरी से मुलायम के हटने के बाद तेज प्रताप सांसद बने। ऎसा बताया जा रहा है कि दिसंबर के मध्य में दोनों की सगाई हो सकती है और अगले साल फरवरी में दोनों वैवाहिक बंधन में बंध सकते हैं।

इस रिश्ते के कारण ऎसी अटकलें लगाई जा रही हैं कि लालू और मुलायम दोनों अपनी पार्टियों का आपस में विलय करके जनता दल का गठन कर सकते हैं।

दो राजनीतिक परिवारों के एक रिश्ते में बंधने से ऎसी उम्मीद की जा रही है कि दोनों दिग्गज नेता अपनी कटुता भुलाकर एक साथ आ जाएं।

मुलायम सिंह पहले ही सार्वजनिक तौर पर कह चुके हैं कि 1997 में जब यूनाइटेड फ्रंट की सरकार बननी थी तो लालू ही उनको पीएम बनने से रोक दिए। वह मानते हैं कि अगर लालू ने अड़ंगा नहीं लगाया होता तो वह पीएम बन जाते।

यह ऎसा पहली बार नहीं है जब लालू और मुलायम की दोस्ती रिश्तेदारी में बदलने की बातेे हो रही हैं। 1990 से 2000 के बीच भी ऎसी बातें कही जाती थीं लेकिन ऎसा हुआ नहीं। शायद इस बार हो जाए।

रामपाल पर 30 करोड़ खर्च, खुलेगा बेनामी संपत्तियों का चिट्ठा

रामपाल पर 30 करोड़ खर्च, खुलेगा बेनामी संपत्तियों का चिट्ठा 

चंडीगढ़। पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय ने हिसार जिले के बरवाला स्थित सतलोक आश्रम के कथित संत रामपाल पर दर्ज अदालत की अवमानना के मामले में अगली सुनवाई 23 दिसंबर तय की है।

रामपाल को शुक्रवार को कड़ी सुरक्षा के बीच न्यायमूर्ति एम जयापाल और दर्शन सिंह की खंडपीठ के समक्ष पेश किया गया, जहां अदालत ने राज्य के पुलिस महानिदेशक और अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) को रामपाल और उसकी बेनामी संपत्तियों का ब्यौरा तथा उसके खिलाफ राज्य में या अन्यत्र दर्ज मामलों की फे हरिस्त अगली सुनवाई पर पेश करने के निर्देश दिए।
30 crore spent on arresting of rampal says haryana police to high court

30 करोड़ खर्च कर हुई गिरफ्तारी
हरियाणा सरकार की ओर से महाधिवक्ता बलदेव राज महाजन ने रामपाल के आपरेशन अरेस्ट पर हुए लगभग 30 करोड़ रूपए के खर्च का भी ब्यौरा भी अदालत में पेश किया। अदालत ने गत 20 नवंबर को रामपाल की पेशी के दौरान राज्य सरकार को पूरी कार्रवाई पर हुए खर्च का ब्यौरा पेश करने के निर्देश दिए थे।

महाजन द्वारा दिए खर्च के ब्यौरे में हरियाणा सरकार के लगभग साढ़े 15 करोड़ रूपए, पंजाब सरकार के साढ़े चार करोड़ रूपए, चंडीगढ़ प्रशासन के साढ़े तीन क रोड़ तथा केंद्र सरकार की केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल की तैनाती पर साढ़े तीन करोड़ रूपए का खर्च भी शामिल है।

अदालत ने राज्य सरकार से आपरेशन अरेस्ट के दौरान घायल लोगों और पुलिसकर्मियों की रिपोर्ट भी अगली सुनवाई के दिन तलब की है। अदालत ने सरकार से गिरफ्तार किए गए रामपाल के समर्थकों में किसी सरकारी कर्मचारी के शामिल होने का भी ब्यौरा मांगा है।

"आश्रम में सारे वैध हथियार" अदालत में बचाव पक्ष के वकील ने दलील दी कि रामपाल और समर्थकों को जानबूझ और जबरन फंसाया जा रहा है। उन्होंने स्पष्ट कहा कि उनके मुवकिल के आश््रम से कोई अवैध हथियार बरामद नहीं हुआ। जो भी हथियार बरामद हुए हैं वे सभी वैध हैं तथा स्थानीय प्रशासन को इसकी जानकारी है।

इस मामले में अदालत के सलाहकार अनुपम गुप्ता ने दलील दी कि अदालत की अवमानना के मामले में बार बार वारंट जारी होने के बावजूद रामपाल जानबूझ कर पेश नहीं हुआ।

उन्होंने अदालत से अनुरोध किया कि इस बात की जांच कराई जाए कि आश््रम में इतने हथियार तथा इतनी बड़ी संख्या में लोग कैसे जमा हो गए थे। क्या रामपाल इन लोगाें को अदालत में पेश नहीं होने के लिए ढाल के तौर पर इस्तेमाल कर रहा था।

रामपाल को हाई कोर्ट द्वारा गैर जमानती वारंट जारी होने के बाद पुलिस और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल की संयुक्त कार्रवाई में गत 19 नवंबर को सतलोक आश््रम से गिरफ्तार कर गत 20 नवंबर को अदालत में पेश किया गया था। जहां से उसे न्यायिक हिरासत में भेजने तथा उसे पुन: 28 नवंबर को अदालत में मामले की सुनवाई के दौरान पेश करने के आदेश जारी किए गए थे।

इससे पहले कोर्ट ने 20 नवंबर को ही अदालत की अवमामना के मामले में बार बार वारंट जारी होने के बावजूद रामपाल के उनके समक्ष पेश नहीं होने पर रोहतक की अदालत में उसके खिलाफ चल रहे हत्या के मामले में उसे मिली जमानत को भी रद्द कर दिया।

यह मामला करौंथा में 2006 में रामपाल समर्थकों और आर्यसमाजियों के बीच हुई हिंसक झड़पों में एक व्यक्ति की मौत से संबंधित था, जिसमें रामपाल को 21 अप्रैल 2008 को जमानत मिल गई थी।

एक बार रिचार्ज कराएं और पाएं अनलिमिटेड इंटरनेट!

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नई दिल्ली। भारतीय एयरटेल के 3जी रेट या उससे कम पर 4जी सर्विस ऑफर की घोषणा करने के 24 घंटे भी बीत नहीं पाए थे कि रिलायंस कम्यूनिकेशंस ने धमाकेदार डेटा प्लान पेश कर दूरसंचार कंपनियों के बीच एक तरह से होड़ पैदा कर दी है। कंपनियों की इस होड़ का फायदा इंटरनेट उपभोक्ताओं को मिलेगा।

मोबाइल पर इंटरनेट चालने वालों के लिए रिलायंस कम्यूनिकेशंस ने जो डेटा प्लान पेश किया है उसके मुताबिक, उपभोक्ता 999 रूपए के मासिक किराए पर असीमित डेटा यूज कर सकेंगे और डाउनलोड कनेक्टिविटी पर कोई लिमिट नहीं होगी।

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मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस जियो इंफोकॉम अगले साल 4जी सर्विसेज लांच करने जा रही है। ऎसे में दूरसंचार कंपनियां मोटी रकम खर्च करने वाले ज्यादा से ज्यादा डेटा सब्सक्राइबर्स को अपने साथ लाने और रखने की कोशिश में जुटेंगी।

भारत की नंबर एक दूरसंचार कंपनी भारतीय एयरटेल ने बुधवार को घोषणा की थी कि वह 999 रूपए में 10जीबी 4 जी डेटा मुहैया कराएगी। यह उसके 1499 रूपए में उपलब्ध कराए जा रहे 10जीबी 3जी डेटा प्लान से 33 फीसदी सस्ता है।

वहीं रिलायंस कम्यूनिकेशंस (आरकॉम) ने गुरूवार को असीमित डेटा ऑफर किया है। यह सीडीएमए ऑपरेटर सिस्तेमा श्याम टेलिसर्विसेज के 999 रूपये वाले डेटा प्लान जैसा है। इन प्लांस में पोस्ट-पेड कस्टमर्स को 40 जीबी और प्रीपेड कस्टमर्स को 20 जीबी डेटा मिलेगा।

आरकॉम शुरूआत में चेन्नई, बेंगलुरू, हैदराबा और पुणे में असीमित डेट प्लान देगी, जिसमें 14.7 एमबीपीएस की डेटा स्पीड मिलेगी। बाद में यह सर्विस दिल्ली और मुंबई समेत देश के अन्य शहरों में ऑफर की जाएगी। - 

बाड़मेर। आयुक्त को नही पच रहा कांग्रेस का बोर्ड ??

बाड़मेर। आयुक्त को नही पच रहा कांग्रेस का बोर्ड ??
बाड़मेर। कितनी चिंता का विषय हैं कि बाड़मेर के नए सभापति को कांग्रेस का होने की वजह से वर्तमान आयुक्त का साथ मिलना संशय का विषय बन रहा हैं। नवनिर्वाचित सभापति लूणकरण बोथरा शुक्रवार को विधायक मेवाराम जैन और बोर्ड के सदस्यों के साथ कार्यभार ग्रहण करने पहुंचे लेकिन वहां पर उनकी अगुवाई करने या पदभार ग्रहण करवाने के लिए नज़र नहीं आया। दूसरी बात यह कि यहाँ नवनिर्वाचित सभापति के कार्यभार ग्रहण करने के बाद आयुक्त अपने कक्ष के बाहर आये और हाथ मिला कर चलते बने तीसरी बात कार्मिको ने सभापति के लिए स्वागत के इंतज़ाम के रूप में फूल मालाओं का बन्दोबस्त किया था लेकिन उनको ना जाने कौनसे निर्देश मिले कि वो व्यवस्थाएं धरी रह गई।


सूत्र बताते हैं कि अब ऐसे हाल में विधायक मेवाराम जैन ने हालात को भांपते हुए आयुक्त के साथ मुलाक़ात की और बाद में सभी बोर्ड सदस्यों के सामने सभापति को नसीहत देते हुए यह इशारा भी कर दिया कि उनकी राहों में कांटे प्रतिपक्ष के अलावा नगरपरिषद की सरकारी टीम भी पहुंचा सकते हैं। वैसे यहाँ यह बताना भी जरूरी हैं कि इस पूरे घटनाक्रम में राजनीतिक बू भी सड़ांध मार रही हैं और बाड़मेर नगरपरिषद के आयुक्त पर तथाकथित सूबे की सत्ता का प्रभाव भी काम करने का सन्देह हैं जिससे आयुक्त को बचना होगा वरना शहर में जिस उम्मीद के साथ उन्हें युवा क्रियाशील अधिकारी का तमगा मिला हैं वो भी छिनते समय नही लगेगा।

समदड़ी। 21 वर्षीय युवक ने ट्रेन के आगे कूदकर की आत्महत्या

समदड़ी। 21 वर्षीय युवक ने ट्रेन के आगे कूदकर की आत्महत्या 


रिपोर्टर : सुनील दवे / समदड़ी


बाड़मेर/समदड़ी थाना क्षेत्र के समदडी और रानी दशी पूरा गांव के बीच शुक्रवार सुबह बाड़मेर से चलकर जोधपुर की और जाने वाली साधारण सवारी गाड़ी के आगे एक युवक ने कूदकर आत्महत्या कर दी ।

प्राप्त जानकारी अनुसार मजल गांव निवासी 21 वर्षीय पप्पूराम मेगवाल बी. ए. कर रहा था और कोई काम नहीं मिलने के कारण पिछले कई दिनों से बेरोजगार होने से मानसिक तनाव में था ।जिससे मानसिक संतुलन बिगड़ने के कारण ट्रेन के आगे कूद गया और मौके पर ही युवक के शरीर के टुकड़े टुकड़े हो गए ।समदड़ी पुलिस ने मौके पर पहुँच जाँच शुरू कर दी हैं।

घुसपैठ के मद्देनजर सुरक्षा बढाने के निर्देश

घुसपैठ के मद्देनजर सुरक्षा बढाने के निर्देश

कुपवाडा। जम्मू कश्मीर के अरनिया सेक्टर में गुरूवार को आतकंवादियों की घुसपैठ के बाद सीमावर्ती पांच विधानसभा क्षेत्रों में आगामी चुनाव को देखते हुए नियंत्रण रेखा पर चौकसी बढ़ाने के नए निर्देश जारी किए गए हैं।

अरनिया सेक्टर में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर पिंडी कठार गांव में फिलहाल आतंकवादियों और सेना के बीच मुठभेड़ जारी है। इस मुठभेड़ में अब तक तीन आतंकवादी ढेर हो गए तथा तीन सैनिक शहीद हो गए और चार नागरिक मारे गए। सीमा पर हालांकि पहले से ही काफी चौकसी है लेकिन घुसपैठ की इस ताजा घटना के बाद हाई अलर्ट पर रहने का नया संदेश जारी किया गया है।

jammu and kashmir arnia encounter, 3 civilians, 3 jawans and 4 terrorist dead

कुपवाडा के उपायुक्त इतरात हुसैन रफीक ने कहा कि मतदान के दिन अगर पाकिस्तानी सेना संघर्ष विराम क ा उल्लंघन करती है तो राज्य प्रशासन ने पहले से ही उसके लिए प्लान बी तैयार कर लिया है। उन्होंने बताया कि नियंत्रण रेखा पर 10 से 12 मतदान केंद्र स्थापित किए गए हैं और आपात स्थिति में मतदान केंद्रों को दूसरी जगह स्थापित करने के बारे में चुनाव आयोग को पूर्व सूचना दे दी गई है।

आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि घाुसपैठ के रास्ताें के बंद हो जाने से पहले ही बड़ी संख्या में आतंकवादी पाकिस्तान के कब्जे वाली कश्मीर से यहां घुसपैठ करने की तैयारी में हैं। सुरक्षाबलों ने हाल ही में कुपवाडा में आतंकवादियों के ठिकानों का पता लगाया था और बड़ी संख्या में विस्फोटक सामग्री बरामद की। यहां पहले भी घुसपैठ की घटनाओं को अंजाम दिया गया था। सेना का दावा है कि हथियारों का जखीरा चुनावी प्रक्रिया में गड़बड़ी करने के लिए था। -

मां ने लिया बदला, 25 आतंकियों को मौत के घाट उतारा

मां ने लिया बदला, 25 आतंकियों को मौत के घाट उतारा
काबुल। अफगानिस्तान की एक मां ने 25 तालिबानी आंतकवादियों को मौत के घाट उतारकर अपने देशवासियों के बीच चर्चा का विषय बनी हुई है।

बता दें कि अफगानिस्तान के वेस्टर्न फराह प्रांत के बालाबोलोक जिले की रहने वाली रेजा गुल के पुलिस अधिकारी बेटे सफीउल्लाह को 17 नवंबर को तालिबनी आंतकवादियों ने हत्या कर दी थी।

गुल ने एक न्यूज चैनल से बातचीत में बताया कि तालिबानी आतंकवादियों ने हमारे गांव पर हमला बोल दिया था और मेरा बेटा सुबह के समय चेक पोस्ट से बाहर था।

उसने बताया कि मुझे आतंकवादियों की उम्र नहीं पता थी लेकिन उनकी संख्या 50-60 के बीच रही होगी। उस हमले में तालिबानी आतंकवादियों ने बेटे की हत्या कर दी। उसकी लाश देखकर मैंने अपने बेटे के हत्यारों को मारने का फैसला कर लिया। इसके लिए मैंने बंदूक उठा लिया।

Grieving Afghan mother takes bloody revenge by killing 25 Taliban militants during seven hour battl

मैं चेक प्वाइंट पर पहुंच गई और फायरिंग शुरू कर दी। मारे गए पुलिस अधिकारी की पत्नी बताया कि जब हम लोग वहां हथियारों के साथ पहुंचे तब आतंकवादियों ने फायरिंग शुरू कर दी थी।

हम सबने आखिरी गोली तक जंग लड़ने का वादा किया था। गुल ने करीब 25 आतंकवादियों को मौत के घाट उतार दिया। इस फायरिंग में गुल का साथ उसके पति, बहू, बेटी और किशोर बेटे ने दिया।

गुल की बेटी फातिमा ने अफगान टेलीविजन चैनल टोलो से बातचीत में कहा कि मैं मां और पिता के साथ मिलकर लड़ने के लिए तैयार हुई थी।

स्थानीय पुलिस अधिकारी अब्दुल रज्जाक याकूबी ने 17 नवंबर को बालाबोलोक जिले में हुए तालिबानी हमले की पुष्टि की है।

उन्होंने बताया कि पुलिस अधिकारी सफीउल्लाह की हत्या के बाद उनकी मां ने रायफल उठाया था। उन्होंने बताया कि सात घंटे तक चली लड़ाई में 25 तालिबानी आतंकवादी मारे गए और 31 घायल हुए थे।

जोधपुर। पढ़ाई 150 दिन, उम्मीद अच्छे परिणाम की

जोधपुर। पढ़ाई 150 दिन, उम्मीद अच्छे परिणाम की


जोधपुर। शिक्षा का यह पूरा सत्र एक्सपेरिमेंट में ही निकल गया। ऎसे में 365 दिनों में से मात्र इस सत्र मे 146 दिन ही पढ़ाई होगी। इसके चलते पाठ्यक्रम पूरा करवाना शिक्षकों के लिए गलफांस बना हुआ है।

पढ़ाई से अधिक अवकाश के चलते एसएसए के निरीक्षण में यह सामने आया कि प्राथमिक व उप्रावि के विद्यार्थियों को ढंग से हिन्दी पढ़ना नहीं आता।

study only 150 days and expectation of good result

साल में तीन तो चुनाव ही आ गए
प्रदेश में इस बार एकीकरण, समानीकरण, समायोजन, तबादलों के लिए स्कूलों में पढ़ाई काफी हद तक प्रभावित हो रही है। इस बीच तीन चुनाव भी हुए हैं। एक तो पहले से ही सरकारी स्कूलों के परीक्षा परिणाम को लेकर आए दिन बयानबाजी होती रहती है। ऊपर से शिक्षा विभाग में हो रहे निरन्तर नित नए प्रयोगों से पूरा सत्र प्रभावित हो रहा है।

शिक्षकों को अध्यापन के अलावा अन्य कई सारे कार्यो में लगाया जा रहा है। पहले विधानसभा चुनाव, फिर लोकसभा चुनाव और आने वाले दिनों में पंचायत चुनाव में भी शिक्षकों की भागीदारी होगी। ऎसे में फिर से पढ़ाई पटरी से उतरेगी। पढ़ाई के दिनों की गिनती की जाए तो स्कूलों में साल के 365 में से 146 दिन ही पढ़ाई हो पाती है।

यह है छुटि्टयों का आलम
शिविरा पंचांग से पता चलता है कि विद्यालयों में पढ़ाई के अलावा श्ौक्षिक एवं सह श्ौक्षिक कार्य भी होते हैं। इसके अलावा रविवार, सार्वजनिक अवकाश, ग्रीष्मकालीन और शीतकालीन अवकाश होते हैं। शिक्षकों को मिलने वाले 15 आकस्मिक अवकाश भी कोई नहीं छोड़ता।

यदि गत वष्ाü के शिक्षासत्र की बात करें तो शिविरा पंचांगानुसार 242 कार्य दिवस, 52 रविवार और 71 अवकाश थे। इस लिहाज से देखा जाए तो औसतन 242 से 246 दिन विद्यालय खुलते हैं। इन सारे दिनों में भी पढ़ाई नहीं होती है।

फैक्ट फाइल
12 दिन अर्द्धवार्षिक
2 दिन वार्षिक परीक्षा

इन दोनों परीक्षाओं के लिए 3 दिन तैयारी अवकाश

10 दिन मध्यावधि अवकाश
3-3 दिन के 3 टेस्ट के 9 दिन

7 दिन शीतकालीन अवकाश होता है।
2 दिन कलक्टर और 2 दिन संस्था प्रधान पावर की छुट्टी

2 दिन जिला और 2 दिन प्रांतीय शैक्षिक सम्मेलन
कुल 61 दिन पढ़ाई के कम हो गए।

शेष 161 दिन में से शिक्षक 15 आकस्मिक अवकाश भी लेते हैं
पढ़ाने के लिए बचते हैं केवल 146 दिन

पाठ्यक्रम पूरा करवाएंगे
यह सही है कि अवकाश की अधिकता होने से पढ़ाई प्रभावित हो रही है लेकिन शिक्षकों को अन्य कई काम भी करने होते हैं। फिर भी नई भर्तियां होने से इसमें सुधार आएगा। पाठयक्रम पूरा करवाया जाएगा।
ओमसिंह राजपुरोहित, डीईओ, प्रारम्भिक शिक्षा -

जयपुर की पहली महिला ऑटो चालक हिम्मतवाली हेमलता

जयपुर की पहली महिला ऑटो चालक हिम्मतवाली हेमलता

जयपुर। हिम्मतवाली हेमलता...। जयपुर की पहली महिला ऑटो चालक हेमलता के लिए के लिए यह कहना गलत नहीं होगा। पहले पति का साथ छूटा और बाद में ससुराल वाले ताने मारने लगे ।

इन सबके बावजूद उसने हिम्मत नहीं हारी और बच्चे की परवरिश के लिए ऑटो चलाने जैसा जोखिम भरा काम करने से भी पीछे नहीं हटी। एक संस्था के सहयोग से उसने वाहन चलाना सीखा और फिर राजधानी में ऑटो चलाने लगी।
courageous Hemlata

आज हेमलता की दिनचर्या ऑटो से अपने बच्चे को स्कूल पहुंचाने के साथ शुरू होती है और देर शाम तक वह यात्रियों को अपने मुकाम तक पहुंचाने में लगी रहती है। दिनभर भागदौड़ से अपनी दो जून की रोटी जुगाड़ कर रही हेमलता अपने बच्चे की परवरिश की खातिर अपने सारे दुख भूला चुकी है।

अचानक फूट पड़ा दर्द
संवाददाता से बातचीत करते वक्त उसका दर्द अचानक ही फूट पड़ा। वह कहती है, दुनिया बदल रही है लेकिन महिलाओं को लेकर आज भी वही पुरानी सोच है। खुद तो वह ( पति ) तीन हजार रूपए कमाता और मंैंने खुद नौकरी करने को कहा तो आरोप लगाने लगा।

कभी मैं भूखी रही तो कभी बच्चा। जब कोई चारा नहीं बचा तो अलग हो गए। अब जिंदगी बेहतर लगती है। खुद कमाती हूं। बच्चे को पाल रही हूं और अच्छे स्कूल में पढ़ा रही हूं।

पहले शौक में बाइक चलाती थी और अब जिंदगी के लिए ऑटो। इसके लिए पहले कार चालक की नौकरी की। फिर माता-पिता के सहयोग से 30 हजार रूपए देकर लोन पर ऑटो खरीदा।

तोड़ा ऑटो और करवाया चालान
ऑटो में बैठने वाली सवारियां तो उत्साहवर्घन करती हैं लेकिन साथ के ऑटो चालक पता नहीं क्यों द्वेष्ा रखते हैं। अभी छह माह पुराने ऑटो को ही कई बार क्षति पहुंचा चुके हैं। ऑटो चलाना शुरू किया था तो पता नहीं था कि ऑटो कहां खड़ा करें ।

स्टैंड पर ले गई तो ऑटो चालकों ने पहले भगा दिया और बाद में पुलिस को बुलाकर चालान कटा दिया। हालांकि यातायात पुलिस बहुत सहयोग करती है। -

राजस्थान यूनिवर्सिटी: छात्रसंघ चुनाव हुआ रद्द

राजस्थान यूनिवर्सिटी:  छात्रसंघ चुनाव हुआ  रद्द

जयपुर। प्रदेश के सबसे बड़े विश्वविद्यालय की छात्र पंचायत को हाईकोर्ट से करारा झटका लगा। कोर्ट ने गुरूवार को अहम फैसला सुनाते हुए राजस्थान विश्वविद्यालय और उसके संघटक कॉलेजों के करीब तीन माह पहले हुए छात्रसंघ चुनाव रद्द कर दिए। साथ ही विवि प्रशासन को दो टूक कहा, फिर से चुनाव कराओ तो लिंगदोह समिति की सिफारिशों की पालना का हलफनामा पेश करना।

लिंगदोह ने अप्रत्यक्ष प्रणाली से चुनाव का सुझाव भी दे रखा है, जैसा जेएनयू व हैदराबाद विवि जैसे बड़े विवि में होता है। राजस्थान विवि भी काफी बड़ा है, सरकार अप्रत्यक्ष चुनाव पर विचार कर सकती है। सारांश घीया की याचिका पर न्यायाधीश मनीष्ा भण्डारी ने यह निर्णय सुनाया।
high court rejects rajasthan university student union elections including result

दो सलाहअप्रत्यक्ष पद्धति (कक्षा प्रतिनिधि प्रणाली) से चुनाव पर विचार करें।
सरकार चुनाव पर पाबंदी के लिए कानून लाने को भी स्वतंत्र है।

ये आधार देकर गुहारघीया ने याचिका के साथ राजस्थान पत्रिका सहित अन्य अखबारों की कटिंग पेश कर कहा था, छात्रसंघ चुनाव में आचार संहिता का उल्लंघन हुआ। प्रचार सामग्री से शहर गंदा हुआ। सड़कों पर खुलेआम हंगामा हुआ। लिहाजा चुनाव रद्द कर दिए जाएं।

इनकी बिना पर आदेशकोर्ट ने कहा, फोटोग्राफ व पेश सबूतों में साफ दिख रहा है कि शहरभर में पोस्टर चिपक रहे हैं। विवि, कॉलेज परिसर में पम्पलेट बिखरे हैं। छात्रों ने रैली निकाली व झगड़ा किया। झड़प में पुलिसकर्मी घायल हुआ। एफआईआर भी
दर्ज हुई।

सुप्रीम कोर्ट में मामलाहाईकोर्ट के चुनाव परिणाम पर रोक के आदेश के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में छात्रनेता मूलचंद चौधरी व द्रोण ने विशेष्ा अनुमति याचिका (एसएलपी) दायर की, जिस पर सुप्रीम कोर्ट रजिस्ट्रार के कार्यालय में 23 जनवरी को सुनवाई है।

कई नेता आयु सीमा पारविवि छात्रसंघ चुनाव लड़ने के लिए अधिकतम आयु सीमा 25 वष्ाü है। फिर चुनाव हुए तो इस बार के कई छात्र नेता इस सीमा को पार कर चुके होंगे।

निर्णय दुर्भाग्यपूर्ण
एबीवीपी भारतीय न्याय व्यवस्था में पूर्ण विश्वास करती है, लेकिन यह निर्णय अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है। सरकार की उदासीनता और पुलिस-प्रशासन के नकारात्मक रवैये पर हमें गहरा क्षोभ है।
डॉ. मिथलेश गौतम, प्रदेश संगठन मंत्री, एबीवीपी

भाजपा सरकार जिम्मेदार

भाजपा सरकार ने इन चुनावों में हार की आशंका के चलते पुलिस-प्रशासन को कोर्ट में नकारात्मक रिपोर्ट पेश करने के लिए कहा था। कोर्ट का फैसला छात्र राजनीति के लिए दुर्भाग्यपूर्ण रहा।
मुकेश भाकर, प्रदेश अध्यक्ष, एनएसयूआई

सीधे चुनाव तो भू-माफिया का दखल
कोर्ट ने जयपुर पुलिस आयुक्त के शपथपत्र का हवाला दे कहा, साफ दिखा कि आचार संहिता व लिंगदोह सिफारिशों का पालन नहीं हुआ। प्रत्यक्ष चुनाव में भूमाफिया व असामाजिक तत्वों की भागीदारी रहती है। इनके पैसे व बाहुबल का दखल रहता है। इस बार भी ऎसी बात सामने आई है। ऎसा प्रत्यक्ष चुनाव के कारण हो रहा है।

वोटिंग न होती तो मिल जाती अनुमति
हाईकोर्ट ने कहा, मतदान नहीं होता तो लिंगदोह कमेटी की सिफारिश का उल्लंघन नहीं करने वालों को चुनाव लड़ने की अनुमति दी जा सकती थी। आचार संहिता, लिंगदोह कमेटी की सिफारिश और सुप्रीम कोर्ट आदेश का पालन नहीं होने के कारण 23 अगस्त को हुए चुनाव निरस्त करने के अलावा दूसरा विकल्प नहीं है।

पहले भी अटके थे
वर्ष 1978 में भी राजस्थान विवि छात्रसंघ चुनाव रद्द हुए थे। तब छात्र नेताओं के बीच हुई हिंसक वारदातों के कारण विवि प्रशासन ने चुनाव रद्द किए थे।

अब तक यह
22 अगस्त- परिणाम पर रोक, कोर्ट ने मांगे विवि, पुलिस से आचार संहिता की पालना के शपथपत्र।

23 अगस्त- मतदान हुआ। कोर्ट ने शपथपत्रों पर सुनवाई से पहले परिणाम जारी नहीं करने को कहा।

30 सितंबर- छात्रसंघ चुनाव परिणाम को लेकर याचिका पर कोर्ट में सुनवाई पूरी।

और आगे क्या
विश्वविद्यालय, सरकार या छात्रनेता इस आदेश के खिलाफ हाईकोर्ट की खंडपीठ में अपील कर सकते हैं। सुप्रीम कोर्ट में भी इस संबंध में लंबित एसएलपी में यह मुद्दा उठाया जा सकता है।

पत्रिका व्यू: स्वागत योग्य फैसला
राजस्थान विश्वविद्यालय छात्रसंघ चुनाव को लेकर हाईकोर्ट का फैसला स्वागत योग्य है। न्यायाधीश महोदय को साधुवाद। छात्रसंघ चुनाव के दौरान धनबल, बाहुबल का प्रदर्शन, दीवारें खराब और यातायात जाम का मंजर आम शहरी भूले नहीं होंगे। लिंगदोह कमेटी की सिफारिशें लागू होने के भ्रामक हलफनामों के कारण अदालत नाराज थी और ऎसा ही फैसला आना था। अदालत का फैसला आम जनता में उम्मीद जगाने वाला है, वहीं विश्वविद्यालय और पुलिस-प्रशासन के साथ छात्रों को नसीहत देने वाला।

छात्रसंघ चुनाव बेशक लोकतंत्र की पाठशाला है, लेकिन अनुशासन और आम जनता को तकलीफ ना होना ज्यादा अहम है। सरकार, प्रशासन और छात्र यदि चुनाव करवाना भी चाहते हैं तो विश्वविद्यालय परिसर में सादगी से चुनाव सुनिश्चित करें, इच्छाशक्ति हो तो यह मुश्किल काम नहीं है। सरकार को अदालत की यह गाइडलाइन अन्य विश्वविद्यालयों में भी लागू करनी चाहिए। - 

दौसा। रेस्टोरेंट में लूटी छात्रा की अस्मत

दौसा। रेस्टोरेंट में लूटी छात्रा की अस्मत

दौसा। दौसा जिले के गांव छारेड़ा की एक किशोरी ने कुछ लोगों के खिलाफ दुष्कर्म का मामला दर्ज कराया है।

पुलिस ने गुरूवार को पीडिता के बयान दर्ज कराए। नांगलराजावतान थाना प्रभारी मुरारीलाल मीणा के नेतृत्व मे गठित पुलिस टोली ने गुरूवार को दुष्कर्म के दो आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है।

लालसोट पुलिस उपाधीक्षक अर्जुन लाल चौधरी ने बताया कि बयान लेने के बाद उसको जयपुर नारी निकेतन भेज दिया है। कक्षा 9 की छात्रा 22 नवम्बर को दोपहर 3 बजे घरवालों को बिना बताए मौसी के घर जाने को निकली थी।

school girl raped by two in dausa

नांगल राजावतान में रेस्टोरेंट चलाने वाले रामबाबू शर्मा ने शाम होने का बहाना कर रेस्टोरेंट पर रोक लिया और रात्रि में उसके साथ दुष्कर्म किया। दूसरे दिन वह दौसा पहुंची और सब्जी मंडी के बाहर खड़े लालसोट के इंदावा निवासी बबलू मीणा से मौसी के बात करने के लिए मोबाइल मांगा था, लेकिन मौसी से बात नहीं हो सकी।

आरोपित बबलू उसको बहला-फुसला कर अपने कमरे पर ले गया और उसके दुष्कर्म किया। किशोरी ने दो अन्य लोगों पर भी दुष्कर्म का आरोप लगाया है। किशोरी की गुमशुदगी की रिपोर्ट 22 नवम्बर को नांगल राजावतान थाने पर दर्ज होने के बाद पुलिस ने जगह-जगह दबिश दी। इसी दौरान बुधवार को वह दौसा में पुलिस को मिली।

चार वर्षीय बालिका के साथ दुष्कर्म
बांदीकुई के कोलवा थानान्तर्गत गोला की ढाणी गुढ़लिया में चार वर्षीय बालिका के साथ दुष्कर्म का मामला सामने आया है। पुलिस ने बताया कि बालिका के पिता ने मामला दर्ज कराया कि उसकी चार वर्षीय पुत्री बुधवार शाम घर की छत पर खेल रही थी। इसी बीच गांव का ही कालूराम नाम का व्यक्ति उसे बहला-फुसलाकर खेत में ले गया और उसके साथ दुष्कर्म किया। पुलिस ने मामला दर्ज कर बालिका का मेडिकल कराया है। - See more at: http://rajasthanpatrika.patrika.com/news/school-girl-raped-by-two-in-dausa/1204035.html#sthash.JaBe5NMX.dpuf

गुरुवार, 27 नवंबर 2014

टोंक 1 लाख घूस लेते अधिशाषी अधिकारी अरेस्ट



जयपुर। राजस्थान भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने टोंक जिले की देवली नगरपालिका के अधिशाषी अधिकारी मनोहर लाल को एक लाख रूपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया।
deoli nagar palika officer arrested for taking rs 1 lakh bribe


ब्यूरो की महानिरीक्षक स्मिता श्रीवास्तव ने बताया कि परिवादी रमेश चन्द्र ने ब्यूरो में शिकायत दर्ज कराई कि उसके लगभग 20 लाख के बिलों के भुगतान करने की एवज में अधिशाषी अधिकारी ने पांच प्रतिशत के हिसाब से एक लाख रूपए रिश्वत की मांग की है।




इस पर कार्रवाई कर गुरूवार को ब्यूरो टीम ने आरोपी मनोहर लाल को एक लाख रूपए की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया। मामलें में अग्रिम कार्रवाई की जा रही है।

बाड़मेर करगिल के शहीद भीखराम की ढाणी में रोशनी का इंतजार पंद्रह सालो से

बाड़मेर शहीद की शहादत को 15 वर्षो से उड़ रहा मखौल
बाड़मेर करगिल के शहीद भीखराम की ढाणी में रोशनी का इंतजार पंद्रह सालो से ओम प्रकाश सोनी 

बालोतरा। कहां जाता है कि शहीदो की चिताओ पर लगेंगे हर बरस मेले, वतन की राह पर मिटने वालो का यही आखिरी निशां होगा पर बालोतरा में देश के लिये शहीद होने वाले भारत माता के एक सपूूत की शहादत का सरकार के नुमाइंदे मखोल उड़ा रहे है। शहीदो के लिये भारत सरकार अनेक प्रकार सुविधाये मुहैया करवाने के दावे करती है पर सरकारी तंत्र में व्याप्त लालफीताशाही ओर भ्रष्टाचार शहीदो के परिजनो का मजाक उड़ा रहे है।

मामला बालोतरा उपखंड के पत्तासर गांव का है। पत्तासर के निवासी भीखराम 1999 में करगिल में हुये युद्ध में शहीद हो गये थे। बालोतरा के इस जांबांज के शहीद होने के बाद राज्य सरकार ने भीखराम की ढाणी में विद्युत कनेक्शन करने की भी घोषणा की थी पर आज 15 वर्ष गुजर जाने के बाद भी शहीद की ढाणी रोशनी से महरूम है। शहीद के परिजन विद्युत विभाग की चोखट पर ऐड़िया रगड़ कर थक चुके है पर विद्युत विभाग के अधिकारियो को शहीद ओर उसकी शहादत से कोई लेना देना नही है। बीते पन्द्रह वर्षो में शहीद के घर वाले ने तीन बार विद्युत कनेक्शन के लिये फाईले जमा करवाई है पर तीनो ही बार शहीद के परिजनो की फाईलो को विद्युत विभाग ने निरस्त कर दिया। शहीद की ढाणी के ग्रामीणो ने आज मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजकर शहीद भीखाराम की ढाणी पत्तासर ओर जांगुओ की ढाणी में 15 दिन के अंदर कनेक्शन करवाने की मांग की है। 15 दिनो में विद्युत कनेक्शन नही होने पर ग्रामीणो ने जन आंदोलन ओर भूख हड़ताल पर उतरने की चेतावनी दी है।

गर शहीद की शहादत को ऐसा सिला मिलता रहा तो आने वाले समय में शायद ही कोइ जांबाज वतन के लिये मिटने का जज्बा अपने दिल में रख सकेगा क्योकि शहीद को हर पल भारत माता के साथ खुद के परिजनो की भी चिंता रहती है पर वो ये सांेच कर चिंता मुक्त रहता हे कि सरकार उसके परिजनो का ख्याल रखेगी। पर जब सरकार शहीद के परिजनो को परिवार के लाडले की शहादत को ऐसा परिणाम देगी तो कोन वतन की राह पर मिटना चाहेगा।

बाड़मेर शिव विधायक मानवेन्द्रसिंह ने एक करोड़ चैसठ लाख अस्सी हजार के विकास कार्यो की अनुशंषा जारी की।





बाड़मेर शिव विधायक मानवेन्द्रसिंह ने एक करोड़ चैसठ लाख अस्सी हजार के विकास कार्यो की अनुशंषा जारी की।
बाड़मेरः-28नव

शिव विधानसभा क्षैत्र से विधायक मानवेन्द्रसिंह ने विधायक स्थानीय क्षैत्र विकास कार्यक्रम के अन्तर्गत वित्तीय वर्ष 2014-15 में विधानसभा क्षैत्र शिव के विकास कार्यो हेतु एक करोड़ चैसठ लाख अस्सी हजार रूपयें के विकास कार्य करवाने की अनुशंषा जारी कि है।

विधायक के निजी सचिव रामसिंह ने बताया कि विधायक मानवेन्द्र सिंह ने स्थानीय विधायक विकास कार्यक्रम के अन्तर्गत वित्तीय वर्ष 2014-15 में विधानसभा क्षैत्र शिव के विभिन्न ग्रंाम पंचायत में विकास कार्यो हेतु राशि जारी कि है। विधायक मानवेन्द्रसिंह ने विधानसभा क्षै़त्र में पेयजल की गम्भीर समस्या को देखते हुऐ अधिकाश राशि पानी के टांकों एंव माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के द्वारा भारत स्वच्छता अभियान के तहत प्रत्येक घरों के पास सार्वजनिक शौचायल निर्माण की आवश्यकता को देखते हुऐ विधायक ने स्थानीय विधायक क्षैत्र विकास कार्यक्रम के तहत राशि का आवंटन किया गया है।

विधायक मानवेन्द्र सिंह के अनुश्ंाषा कार्यो में से जिला कलक्टर बाड़मेर ने निम्न कार्यो की प्रशासनिक स्वीकृति जारी कि है । विधायक के निजी सचिव ने बताया कि जिला कलक्टर द्वारा ग्रंाम नोड़ियाला में टयूबवैल निर्माण हेतु दस लाख रू0, आर्दश विधा मन्दिर गूंगा के भवन निर्माण हेतु दस लाख रू0,भीलड़ी ओपनवेल से राप्रावि मन्दरूपोणियों की ढाणी तक 4किमी पाईप लाईन हेतु तीन लाख,धोनिया से तुलससिंह की ढाणी तक 2किमी पाईप लाईन हेतु एक लाख रू. बाढ बचाव कार्य विस्तार राणेजी की बस्ती की पक्की दिवारी हेतु दो लाख रू0,अगरसिंह बागसिंह के वास तालों का पार में पानी की पाईप लाईन हेतु एक लाख पंच्चास हजार रू0, इसी प्रकार पूरसिंह के वास में सार्वं टांका तक पाईप लाईन हेतु एक लाख रू के विकास कार्यो की स्वीकृति जारी हो गई है। शेष कार्यो की प्रशासनिक स्वीकृति अति शीध्र ही जिला कलक्टर द्वारा जारी कि जावेगी ।

बाड़मेर क्रॉस वोटिंग के बावजूद भाजपा फिर असफल ,उप सभापति भी कांग्रेस का



बाड़मेर क्रॉस वोटिंग के बावजूद भाजपा फिर असफल ,उप सभापति भी कांग्रेस का 
उप सभापति चुनावो में कांग्रेस के प्रीतम दास जीनगर ने भाजपा के बलवन्त सिंह भाटी को दो वोटो से हराया
रिपोर्ट। तरुण मुखी 
बाड़मेर ! भाजपा की तमाम जोड़ तोड़ के बावजूद भी एक बार फिर भाजपा को मुहँ की खानी पड़ी गुरुवार को सम्पन हुए उपसभापति के चुनावो में कांग्रेस के प्रीतम दास जीनगर ने भाजपा के बलवंत सिंह भाटी को 2 वोटो से हराकर उपसभापति निर्वाचित हुए है जीनगर को 40 में 21 वोट मिले जबकि बलवंत सिंह भाटी 40 में 19 मत मिले सुबह 10 बजे तक भाजपा के पत्ते नहीं खुलने से कांग्रेस के प्रीतम दास जीनगर के निर्विरोध निर्वाचन की संभावनाए व्यक्त की जा रही थी लेकिन 10 बजे के बाद भाजपा की प्रदेश प्रवक्ता डॉ प्रियंका चौधरी ,दिलीप पालीवाल और बलवंत सिंह भाटी नगर परिषद स्थित मतदान केंद्र पहुंचे और बलवंत सिंह भाटी का नामांकन दाखिल करवाया दोपहर 2 बजकर 30 मिनट से कड़े सुरक्षा इंतजामो के बीच मतदान शुरू हुआ सभापति के चुनाव में सभी 40 पार्षदो ने मत का प्रयोग किया शाम 3 बजे इस चुनाव का परिणाम घोषित किया जिसके अनुसार भाजपा के बलवंत सिंह भाटी को 19 और कांग्रेस के प्रीतमदास जीनगर को 21 वोट मिले भाजपा को कल के सभापति चुनावो के मुकाबले एक वोट ज्यादा मिला कल सभापति के चुनाव में दिलीप पालीवाल को 18 वोट मिले थे ऐसे में एक कोंग्रेसी पार्षद की क्रास वोटिंग की संभावना जताई जा रही है

भाजपा को जोड़तोड़ सफल नहीं

भारतीय जनता पार्टी ने कोंग्रेसी खेमे में सेंध मारी का पूरा प्रयास किया था ऐसे में आखिरी वक्त तक भाजपा की उम्मीद कायम थी जोड़ तोड़ में महारथी बलवंत सिंह भाटी को आगे करने के बाद भाजपा को भरोसा था की बलवंत सिंह भाटी के भरोसे भाजपा ने अपनी डूबती नैया को पार लगा लेंगे कोशिश की सूत्रों के हवाले से आई खबर के अनुसार भाजपा के दिग्गज नेताओ ने कांग्रेस में सेंधमारी करते हुए 3 कोंग्रेसी पार्षदो को क्रॉस वोटिंग के लिए मनाया था इसी कारण भाजपा नेता सभापति की सीट को लेकर आश्वश्त नजर आये इसी कारण डॉ डॉ प्रियंका चौधरी स्वयँ भाटी नामांकन दाखिल करवाने पहुँची और चुनाव परिणाम आने तक मतदान केंद्र के बाहर उत्सुकता से जीत का इन्तजार करने लगी लेकिन चुनाव परिणाम आने के बाद प्रियँका चौधरी के मुहँ की हवाइयाँ उड़ गयी और तीन पार्षदो के आश्वाशन के बाद भी एक कोंग्रेसी पार्षद ने ही भाजपा का साथ दिया और भाटी की 2 वोटो से हार हुई

बाड़मेर। जसवंत जिंदाबाद के गूंजे नारे

बाड़मेर। जसवंत जिंदाबाद के गूंजे नारे
बाड़मेर. नगरपरिषद सभापति चुनाव में कांग्रेस के प्रत्याशी की जीत पर कांग्रेस के नहीं जसवंत जिंदाबाद के नारे गूंजे। जसवंत के अपमान का बदला लेकर रहेंगे बैनर लिखे युवा नगर परिषद पहुंच गए। नारेबाजी जोश के बाद भाजपा के खिलाफ आक्रोश जताया। सीधा निशाना वहां खड़े भाजपा जिलाध्यक्ष जालम सिंह पर था। गौरतलब है कि गत लोकसभा चुनाव में एक समाज विशेष का साथ देकर पार्टी के साथ रहे जालम सिंह के खिलाफ यह आक्रोश था। लोकसभा चुनाव में पूर्व विदेश मंत्री जसवंत सिंह को हराया था। इसके बाद जिलाध्यक्ष के खिलाफ समाज विशेष के लोगों का आक्रोश हैं और कई जगह विरोध भी हुआ हैं।

जसवंत जिंदाबाद के गूंजे नारे

आक्रोशके शिकार हुए जालम सिंह

जबसभापति पद के लिए चुनाव हो रहे थे, तभी भाजपा जिलाध्यक्ष जालम सिंह वहां पहुंचे तो वहां खड़े युवाओं ने आक्रोश जताया और नारेबाजी शुरू की। जसवंत सेना के सैकड़ों युवा हाथों में बैनर लिए जसवंत जिंदाबाद के नारे बोलने लगे। आक्रोश मामले को बढ़ते देख पुलिस को दखलंदाजी करनी पड़ी और युवाओं को शांत करवाया। जब नारेबाजी हो रही थी तब भाजपा जिलाध्यक्ष नगर परिषद के बाहर बनी दुकानों की बालकॉनी से नजारे को देख रहे थे।

भंवरी केस के आरोपित से जेल में मारपीट

जोधपुर। जोधपुर सेन्ट्रल जेल में बुधवार को कचरा फेंकने की बात को लेकर दो बंदियों ने परसराम विश्नोई के साथ मारपीट कर दी।

जेल में प्रहरियों ने बीच-बचाव कर उन्हें छुड़ाया। हालांकि जेल प्रशासन ने मारपीट से इनकार करते हुए कहासुनी की बात स्वीकारी है। साथ ही जेल प्रशासन का कहना है कि समझाइश के बाद मामला शांत हो गया। परसराम जोधपुर जेल में भंवरी कांड के प्रकरण में बंद है।
bhanwari case accused assaulted by prisoners

सूत्रों के अनुसार जेल के हॉस्पिटल में कचरा फेंकने की बात को लेकर दो बंदियों व परसराम के बीच कहासुनी हो गई। वे आपस में उलझ गए।

बंदियों ने परसराम से मारपीट कर दी। मौके पर मौजूद प्रहरियों व अन्य बंदियों से उन्हें छुड़ाया। सूचना मिलते ही प्रहरी व जेल प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंचे। अधिकारियों ने दोनों पक्षों से करीब दो घंटे तक पूछताछ व समझाइश की। कहासुनी हुई थी

भंवरी की हत्या के मामले में जेल में बंद परसराम व दो अन्य बंदियों के बीच कचरा फेंकने की बात को लेकर कहासुनी हुई थी। इसको लेकर उलझ गए थे। मारपीट जैसी कोई बात नहीं है। दोनों पक्षों से समझाइश कर मामला शांत कर दिया गया है। जेल में शांति है।
राकेश मोहन शर्मा, अधीक्षक, सेन्ट्रल जेल, जोधपुर -