सोमवार, 13 अक्तूबर 2014

बालोतरा। माता राणी भटियाणी पशु मेले में अव्यवस्थाओ का आलम। पीने के पानी ओर चारे के लिये भटक रहे पशु

बालोतरा। माता राणी भटियाणी पशु मेले में अव्यवस्थाओ का आलम। पीने के पानी ओर चारे के लिये भटक रहे पशु 

रिपोर्टर :- ओमप्रकाश सोनी /बालोतरा
बालोतरा। बालोतरा उपखंड के दूसरे सबसे बड़े माता राणी भटियाणी पशु मेले में अव्यवस्थाओ का आलम है। मेले का विधीवत शुभारंभ सोमवार से होने जा रहा है पर मेले में बड़ी तादाद में पशु ओर पशु पालक आ चुके है।मेले में आने वाले पशुओ ओर पशु पालको के लिये पीने के पानी,छाया ओर चारे तक की कोई व्यवस्था नही हो पाई है। भीषण गर्मी में पशुओ ओर पशु पालको को हलक तर करने के लिये दो किलोमीटर पेदल चलकर जसोल कस्बे में जाना पड़ रहा है।


 मेले में पशुओ को पानी पिलाने के लिये पशु पालको को निजी स्तर पर 20 रूपये देकर पानी पिलाना पड़ रहा है। मेले का अयोजन पंचायत समिति बालोतरा द्वारा करवाया जाता है ओर मेले में पानी,छाया,चारे आदि को उपलब्ध करवाना पंचायत समिति की जिम्मेदार है पर कोई व्यवस्था नही हो रही हैं। मेले में आने वाले पशु ओर पशु पालक मेला मैदान के पास बने जलदायविभाग के होद पर निर्भर है पर बिजली नही होने के कारण जलदायविभाग का होद भी सूखा पड़ा है। साथ ही मेला मैदान में बालोतरा की कपड़ा ईकाईयो से लुणी नदी में डाला जाने वाला रासायनिक प्रदुषित पानी पसरा पड़ा है। मेले में पीने का पानी नही होने के कारण मूक पशु प्रदुषित पानी को पीकर बीमार हो रहे है। मेले में पसरे प्रदुषण से मेले में आये पशुपालको के भी हाल बेहाल है ओर वे भी बीमार हो रहे है। मेले में अव्यवस्थाओ से परेशान पशु पालक मेले से मूंह मोड़ रहे हैं। मेले की विधीवत शुरूवात से पहले ही पशुपालक घरो का रूख करने को मजबुर है। उधर मेले के व्यवस्थापक का कहना है कि मेले में पीने के पानी की व्यवस्था करना सरकार की जिम्मेवारी है ओर मेले की शुरूवात सोमवार से होगी ओर तब मेले में सारी व्यवस्थांए करवा दी जायेगी। सरकार की लापरवाही ओर पंचायत समिति के अधिकारियो की उदासीनता से उपखंड का यह पषु मेला भी रोनक खोता जा रहा है ओर मेले में पशुओ की आवक हर वर्ष घटती जा रही है।


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