शनिवार, 4 अक्तूबर 2014

मुक्केबाज सरिता देवी को "सख्त चेतावनी" के बाद छोड़ा -



इंचियोन (दक्षिण कोरिया)। भारतीय महिला मुक्केबाज एल सरिता देवी के माफी मांगने के बाद उन्हें सख्त चेतावनी के बाद छोड़ दिया गया है। उन्होंने एशियन गेम्स में मेजबान दक्षिण कोरिया की मुक्केबाज से सेमीफाइनल में विवादास्पद हार के बाद कांस्य पदक ग्रहण करने से मना कर दिया था।
OCA lets off Sarita Devi with strong warning



ओलंपिक काउंसिल ऑफ एशिया (ओसीए) के अधिकारियों ने कहा कि पदक समारोह में जिस तरह सरिता ने व्यवहार किया, वह अच्छा नहीं था, लेकिन मुक्केबाद द्वारा बिना शर्त के माफी मांगने और भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि उन्हें ऎसे व्यवहार की जानकारी नहीं थी, के चलते ओसीए ने चेतावनी के बाद मुक्केबाद को छोड़ दिया।




ओसीए के उपाध्यक्ष वी जिजहोंग ने शनिवार को आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कहा कि हमने भारतीय खिलाड़ी को सख्त चेतावनी के बाद छोड़ दिया। भारतीय प्रतिनिधि मंडल से घटना का कोई लेना देना नहीं था। यह खिलाड़ी का व्यक्तिगत आचरण था।




उल्लेखनीय है कि मंगलवार को दक्षिण कोरिया की पार्क जी-ना से सेमी फाइनल में हारने के बाद सरिता परिणाम से खफा थी। उसका मानना था की उसे विजेता घोषित किया जाना चाहिए था।




सरिता के पति ने जजों के फैसले की निंदा की थी, जबकि भारतीय खिलाड़ी ने फैसले के खिलाफ अपील की थी जिसे खारिज कर दिया गया था।




सरिता ने अगले दिन मेडल समारोह के दौरान मेडल गले में पहनने की बजाए उसे हाथ में रख लिया और बाद में उसे दक्षिण कोरियाई खिलाड़ी के गले में डाल दिया। समारोह के खत्म होने के बाद सरिता मेडल वहीं छोड़कर चली गई, जबकि आयोजकों ने उसे मेडल ले जाने के लिए भी कहा।




ओसीए के अध्यक्ष शेख अहमद अल-फाहद अल-सबह ने कहा कि खिलाड़ी के नाते सरिता को रैफरी के फैसले को मानना चाहिए था। हालांकि, मुझे इस बात की खुशी है कि उसने अपनी गलती मान ली। -  

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