राजस्थान में निकाय चुनाव 22 नवम्बर को ,मतगणना 25 को
इस बार निकाय प्रमुख के अप्रत्यक्ष रीति से करवाएं जाएंगे। निकायों का प्रमुख सीधी जनता नहीं, पार्षद चुनेंगे। चुनाव की घोषणा के साथ ही चुनाव वाले निकायों में आचार संहिता लागू हो गई। वर्तमान बोर्ड का कार्यकाल 26 नवंबर, 2014 को पूरा हो रहा है।
निकाय चुनाव के लिए जहां भाजपा और कांग्रेस ने चुनावी तैयारियां कर ली हैं, वहीं निर्वाचन विभाग ने भी निकाय चुनाव की तैयारियों को अंतिम रूप दे दिया है। निर्वाचन विभाग दोपहर बाद चुनाव तारीख की घोष्ाणा करने जा रहा है।
22 नवंबर मतदान और उसके बाद जिला स्तर पर मतगणना 25 नवंबर को होगी। मतगणना के बाद बोर्ड बैठक में निकाय अध्यक्ष के चुनाव के साथ ही निकाय चुनाव संपन्न होंगे।
नगरीय निकाय में जयपुर नगर निगम के साथ ही जोधपुर, कोटा, बीकानेर और पहली बार गठित उदयपुर, भरतपुर नगर निगम के चुनाव हो रहे हैं।
इसी के साथ 9 नगर परिषद और 31 नगर पालिकाओं के लिए मतदान होगा। निकाय चुनाव में प्रदेश में मुख्य मुकाबला कांग्रेस और भाजपा के बीच माना जा रहा है। दोनों दलों ने निकायों के टिकट वितरण और चुनाव लड़ाने के लिए कवायद शुरू कर दी है।
रूक जाएगा तबादलों को दौर
निकाय चुनाव की आचार संहिता के साथ ही चुनाव वाले क्षेत्रों में तबादलों पर पाबंदी लग जाएगी। अजमेर को छोड़ कर सभी नगर निगम क्षेत्रों सहित 46 निकायों में कर्मचारी और अधिकारियों के तबादलों पर रोक रहेगी।
ये हैं नगर निगम
जयपुर, जोधपुर, बीकानेर, कोटा, उदयपुर, भरतपुर।
ये हैं नगर परिषद-नगर पालिका
ब्यावर, पुष्कर, अलवर, भिवाड़ी, बांसवाड़ा, छबड़ा, मांगरोल, बाड़मेर, बालोतरा, चित्तौड़गढ़, निम्बाहेड़ा, रावतभाटा, चूरू, राजगढ़, श्रीगंगानगर, सूरतगढ़, हनुमानगढ़, जैसलमेर, भीनमाल, जालौर, बिसाऊ, झुंझुनूं, पिलानी, फलौदी, कैथून, सांगोद, डीडवाना, मकराना, पाली, सुमेरपुर, अमेट, नाथद्वारा, नीमकाथाना, सीकर, माउंट आबू, पिंडवाड़ा, शिवगंज, सिरोही, टोंक, कानोड़।
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