बुधवार, 24 सितंबर 2014

जैसलमेर हाइफा हीरो का बलिदान दिवस मनाया


जैसलमेर हाइफा हीरो का बलिदान दिवस मनाया

{प्रथम विश्वयुद्ध में जोधपुर सेना की तरफ से तुर्की सेना के खिलाफ लड़ाई लड़ी थी

  


डेडानसररोड स्थित ग्रामीण रावणा राजपूत छात्रावास में मंगलवार को हाइफा हीरो मेजर दलपत सिंह शेखावत का शहीदी दिवस मनाया गया। मेजर साब की प्रतिमा के आगे दीप प्रज्जवलित कर पुष्प अर्पित किए गए। छात्रावास के छात्रों एवं समाज बंधुओं ने दो मिनट का मौन रखकर मेजर साब को श्रद्धांजलि दी।

छात्रावास अधीक्षक दशरथसिंह सिंहड़ार ने बताया कि कार्यक्रम में कई समाज बंधु एवं विद्यार्थी मौजूद थे। कार्यक्रम की शुरुआत में मेजर साहब की जीवनी पर प्रकाश डाला गया। सभी छात्रों से आग्रह किया गया कि वे भी मेजर साहब की तरह साहस का परिचय देते हुए समाज एवं देश हित में कार्य करें। उन्होंने प्रथम विश्वयुद्ध में जोधपुर सेना की तरफ से तुर्की सेना के खिलाफ लड़ाई लड़ी थी जिसने अपने साहस ओर धैर्य के साथ तुर्की की सेना को धूल चटाई थी। पवन सिंह, हड़मत सिंह, सुरेंद्र सिंह, मदन सिंह सहित अन्य ने हिस्सा लिया। इस अवसर पर छात्रावास में बॉलीबाल प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया जिसमें सीनियर टीम ने जूनियर टीम को हराया। साथ ही क्विज प्रतियोगिता एवं रंगमंच कार्यक्रम भी हुए।

रामगढ़.प्रथमविश्व युद्ध के दौरान वर्तमान इजराइल के हेफा शहर में अदम्य साहस और वीरता का परिचय देते हुए वीर गति को प्राप्त हुए जोधपुर निवासी मेजर दलपत सिंह शेखावत का बलिदान दिवस मनाया गया। स्थानीय समाज भवन में आयोजित कार्यक्रम मे शहीद के चित्र पर माल्यार्पण कर एवम श्रद्धा सुमन अर्पित कर कार्यक्रम की शुरूआत की गई सीमाजन कल्याण समिति के तहसील मंत्री हमीरसिंह के मुख्य आतिथ्य में आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता देरावरसिंह भाटी ने की। शहीद का जीवन परिचय करवाते हुए धीरेन्द्रसिंह भाटी ने बताया कि इनका जन्म जोधपुर में 26 जनवरी को कर्नल हरिसिंह शेखावत के यहां हुआ। इनके पिता प्रसिद्ध पोलो खिलाड़ी थे। इनकी शिक्षा दीक्षा जोधपुर में ही सम्पन्न हुई। अदम्य साहस वीरता का परिचय देने के कारण इन्हें मिलिट्री क्रॉस से नवाजा गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि ने कहा कि शहीद कभी मरते नहीं वरन अमर हो जाते हैं। कार्यक्रम में श्यामसिंह, भवानीसिंह, महेन्द्रसिंह, शैतानसिंह, केशरसिंह, शोभसिंह आदि के साथ साथ काफी संख्या में ग्रामवासी उपस्थित थे।

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