बुधवार, 3 सितंबर 2014

बाड़मेर।टीवी-रेडियो ने छुड़ाए शिक्षा विभाग के पसीने

बाड़मेर। प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी के 5 सितंबर को विद्यार्थियों के नाम होने वाले संबोधन ने सीमावर्ती बाड़मेर जिले में शिक्षा विभाग के पसीने छुड़ा दिए है। यहां अधिकांश विद्यालयों में बिजली के कनेक्शन नहीं है। सीमा क्षेत्र में टेलीविजन का प्रबंध करना मुश्किल हो रहा है। आदेशों की सख्ती के चलते अब प्रशासन पल-पल की रिपोर्ट मांग रहा है कि क्या इंतजाम किया गया? जयपुर से भी वीडियो कान्फ्रेसिंग में प्रधानमंत्री के संबोधन को किसी भी सूरत में विद्यार्थियों तक पहुंचाने और इसकी रिपोर्ट तत्काल भेजने के निर्देश दिए गए है।

TV-Radio Department of Education to deliver sweat


जिले में 4210 प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों में पचास से अधिक विद्यार्थी है। 5 सितंबर को शाम 3 से 4.45 के बीच होने वाले प्रधानमंत्री के संबोधन को यहां टेलीविजन पर प्रसारित करने के निर्देश है और 1484 विद्यालय में पचास से कम विद्यार्थी है, यहां रेडियो पर प्रधानमंत्री का संबोधन सुनाना है। प्रारंभिक शिक्षा के सामने संकट यह है कि 4210 विद्यालयों में से अधिकांश में बिजली का कनेक्शन नहीं है।
यहां पर टी.वी. के साथ जनरेटर का भी प्रबंध करना होगा।

विभाग उन विद्यालयों की सूची भी तैयार करने में लगा है जहां टी.वी की बजाय रेडियो को विकल्प के तौर पर रखा जा सके। इधर माध्यमिक शिक्षा के माध्यमिक व उच्च माध्यमिक 525 विद्यालय है। इनमें से सीमावर्ती चौहटन, बाड़मेर, शिव और रामसर के विद्यालयों में टी.वी उपलब्ध होना मुश्किल है। इसके अलावा बिजली कनेक्शन को लेकर भी संकट है। लिहाजा अब विभाग यहां पर भी जनरेटर का प्रबंध करना होगा।

सोने से घड़ाई महंगी
विभागीय आदेश के मुताबिक विद्यालय विकास समिति की ओर से रमसा और सर्वशिक्षा अभियान के तहत टी.वी. रेडियो, जनरेटर और इनवेटर का किराए का भुगतान होगा, लेकिन यहां सोने से घड़ाई महंगी पड़ रही है। संबंधित विद्यालय तक इन संसाधनों को ले जाने का परिवहन का प्रबंध कैसे होगा इसको लेकर विभाग चिंतित है।

किराए पर कहां से लें
पूर्व में शहर कस्बों में टी.वी. सेट किराए पर वीडियो की दुकानों पर थे लेकिन अब किराए पर टी.वी नहीं मिल रहे है। रेडियो व्यक्तिगत स्तर पर तो गांवों में है लेकिन किराए वाली स्थिति रेडियो की भी नहीं है।

अधिकारी बने प्रभारी, ले रहे है बैठक
मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने सोमवार को माध्यमिक और प्रारंभिक शिक्षा के अधिकारियों की बैठक लेकर व्यवस्थाओं की जानकारी ली। मंगलवार को सभी ब्लाक प्रारंभिक शिक्षा अधिकारियों की बैठक इस संबंध में होगी। शिक्षा विभाग के लिए यह प्रसारण प्राथमिकता बना हुआ है।

व्यवस्थाओं के लिए पाबंद
व्यवहारिक परेशानियां आ रही है लेकिन पूर्ण व्यवस्था के लिए हर विद्यालय को पाबंद कर रहे हैं। रेडियो, टीवी का इंतजाम कर प्रधानमंत्री का संबोधन विद्यार्थियों तक पहुंचाया जाएगा।
डुँगरदास खींची 
प्रभारी अधिकारी, उच्च प्राथमिक  शिक्षा

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें