शनिवार, 27 सितंबर 2014

आय से अधिक संपत्ति मामले में जेल या राहतः 1 बजे तक आएगा फैसला, समर्थकों पर हल्का लाठीचार्ज

/बेंगलुरू. तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जयललिता के लिए आज का दिन बेहद अहम है। जयललिता और उनके तीन सहयोगियों के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति मामले में बेंगलुरु में एक विशेष अदालत आज दोपहर 1 बजे फैसला सुनाएगी। फैसला स्पेशल जज जॉन माइकल डिकुन्हा शनिवार को पारापन्ना अग्रहरा जेल कैंपस में बनाए गए अस्थाई अदालत में सुनाएंगे। जयललिता अपने वकीलों और तमिलनाडु के कुछ मंत्रियों के साथ कोर्ट परिसर में मौजूद हैं।इधर, कोर्ट परिसर में जुटे हजारों अम्मा समर्थकों को संभालने में पुलिस को खासी मशक्कत करनी पड़ रही है। पुलिस ने हल्का लाठीचार्ज भी किया गया है। 2000 से ज्यादा पुलिसकर्मी कोर्ट परिसर के बाहर तैनात है। 
 आय से अधिक संपत्ति मामले में जेल या राहतः 1 बजे तक आएगा फैसला, समर्थकों पर हल्का लाठीचार्ज
18 साल पुराना यह मामला तमिलनाडु से बाहर बेंगलुरु की एक अदालत में चल रहा है। अगर जयललिता के खिलाफ फैसला आया तो उन्हें दो से सात साल जेल की सजा मिल सकती है। दोषी पाए जाने पर उन्हें मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा भी देना पड़ेगा। फिलहाल तमिलनाडु सरकार के मंत्री ओ.पनीरसेलवम, इडाप्पणी के पालानीस्वामी और नाथम आर विश्वनाथन भी जयललिता के साथ कोर्ट परिसर में मौजूद हैं।बताया जा रहा है कि चेन्नई स्थित पार्टी मुख्यालय में फैसला पक्ष में आने की स्थिति में समर्थकों ने पटाखों की व्यवस्था पहले ही कर ली है।

अगर सजा हुई तो...
- अगर जयललिता को 2 साल या कम की सजा मिलती है, तो नए जनप्रतिनिधित्व कानून के तहत वह चुनाव लड़ने के लिए अयोग्य घोषित हो जाएंगी। हालांकि उन्हें जमानत मिल जाएगी और जेल नहीं जाना पड़ेगा। दो साल से कम की सजा में अपील के लिए तुरंत जमानत का प्रावधान है।
- अगर 3 साल या ज्यादा की सजा मिलती है, तो जयललिता को तुरंत जेल जाना पड़ेगा। ऐसी स्थिति में भी उन्हें सीएम पद से इस्तीफा देना पड़ेगा। चुनाव लड़ने के लिए अयोग्य घोषित भी होंगी।

समर्थकों के हंगामे की आशंका
रिपोर्ट के अनुसार, कोर्ट के फैसले के दौरान जयललिता की पार्टी AIADMK के नेता और हजारों समर्थक बेंगलुरु में जुटेंगे। इसके लिए एहतियातन बेंगलुरु में अलर्ट जारी कर दिया गया है। कोर्ट को भी जेल में शिफ्ट कर दिया गया है। कोर्ट के पास कर्नाटक राज्य रिजर्व पुलिस, नगर के आर्म्ड रिजर्व और रैपिड एक्शन फोर्स को तैनात किए जाने की संभावना है। इस जगह को पांच स्तरीय सुरक्षा से किले में तब्दील कर दिया गया है। शुक्रवार को कोर्ट के फैसले के कागजात नए परिसर में पहुंचाए गए। 

अस्थाई जेल में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
पुलिस ने जेल परिसर को पांच स्तरीय सुरक्षा वाले किले में तब्दील कर दिया गया है। यहां हेलीपैड भी बनाया गया है, ताकि 'जेड प्लस' सुरक्षा में चलने वाली जयललिता चाहें, तो यहां हेलिकॉप्टर से उतर सकें। इसके अलावा सैकड़ों पुलिसकर्मी सादे कपड़े में भी तैनात होंगे। उल्लेखनीय है कि मामले में 20 सितंबर को ही फैसला आना था, लेकिन सुरक्षा कारणों से इसे 27 सितंबर तक के लिए टाल दिया गया था। इससे पहले तमिलनाडु से बाहर केस की सुनवाई का फैसला रुकवाने की भी पूरी कोशिश की गई थी। बीते शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट ने इस बारे में एक जनहित याचिका खारिज कर दी थी। इसे देखते हुए सुरक्षा के भारी-भरकम इंतजाम किए गए हैं।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें