बुधवार, 6 अगस्त 2014

लुधियाना 27 घंटों में जालिम एक बार भी न पिघले!

लुधियाना: हमारे समाज में बेटियों को अपने ससुराल में दहेज के कारण तरह-तरह के ताने सुनने को मिलते हैं, परन्तु कई बार तो यह दहेज के लोभी बेटियों पर जुल्म की हद ही कर देते है। ऐसा ही एक मामला उस समय सामने आया, जब इंसाफ के लिए एक महिला पुलिस की मिन्नतें करती दिखा। जानकारी के मुताबिक, इस नव विवाहिता हरजिंदर कौर का विवाह पांच महीने पहले बी. आर. एस. नगर के एनआरआई नौजवान के साथ हुआ था। विवाह के बाद ही हरजिंदर के ससुराल वाले उसे दहेज के लिए तंग करने लगे। 27 घंटों में जालिम एक बार भी न पिघले!
पीड़िता ने दिल्ली जाकर अपने माता-पिता की मदद से अपने ससुराल वालों के खिलाफ 22 जनवरी को केस दर्ज करवाया। इसके बाद कुछ लोगों की मदद से उसका ससुराल वालों के साथ समझौता करवा दिया और उसका पति भी मान गया कि वह हरजिंदर को दहेज के लिए परेशान नहीं करेगा। पीड़िता ने बताया कि करीब एक महीने तक उसका पति उसके साथ दिल्ली में ही रहा। उसने आरोप लगाया कि 7 मई को जब एफआईआर रद्द हुई तो उसके बाद उसका पति उसे छोड़कर लुधियाना भाग गया।

उसने बताया कि वह भी उसके पीछे लुधियाना आ गई। हरजिंदर का कहना है कि जैसे ही वह ससुराल घर पहुंची तो उसके ससुराल वालों ने गेट नहीं खोला। वह अपने पिता के साथ 27 घंटों तक घर के बाहर ही रोती -बिलखती रही। परन्तु जालिम ससुराल वालों को एक बार भी तरस न आया। इसके बाद हरजिंदर ने कंट्रोल रूम में फोन किया। उसने बताया कि जब तक पुलिस उसके ससुराल वालों को गिरफ्तार करने आई, तब तक वह फरार हो चुके थे। फिलहाल पुलिस ने पीड़िता के बयान दर्ज कर भरोसा दिलाया है कि दोषियों के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी।

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