बुधवार, 23 जुलाई 2014

नई दिल्ली।रोजेदार के मुंह में जबरन रोटी ठूंसने वाले शिवसेना सांसद ने जताया खेद -

shiv sena mp apologises for force feeding fasting muslim staffer

नई दिल्ली। रोजेदार को जबरन रोटी खिलाने की कोशिश करने वाले शिवसेना के सांसद राजन विचारे ने अपने निंदनीय बर्ताव को लेकर खेद जताया है। विचारे ने कहा कि अगर किसी की धार्मिक भावनाएं आहत हुई है तो इसके लिए खेद जताता हूं, क्योंकि मुझे उस कर्मचारी का धर्म नहीं पता था। ठाणे से सांसद विचारे ने कहा कि मुझे यह नहीं जानकारी थी कि वह मुस्लिम है और उसका रोजा था। हम दुखी हैं कि यह घटित हुआ। हमें सभी समुदायों के लोगों ने वोट दिया है। हम बतौर सांसद इफ्तार में शामिल होते हैं।

विचारे को वीडियो में मुस्लिम रोजेदार को जबरन रोटी खिलाने की कोशिश करते हुए दिखाया गया है। गौरतलब है कि विचारे पहली बार लोकसभा सांसद चुने गए हैं। शिवसेना के सुप्रीमो उद्धव ठाकरे ने कहा कि यह पार्टी की आवाज को दबाने की कोशिश है। हालांकि ठाकरे ने यह भी कहा कि हिंदुत्व की विचारधारा का समर्थक होने के बावजूद शिवसेना दूसरे धर्मो से घृणा नहीं करती।

उधर शिवसेना के राज्यसभा सांसद संजय राऊत ने आरोपों को निराधार बताया है। मुंबई दक्षिण से शिवसेना के सांसद अरविंद सावंत ने भी इस बात से इनकार किया है कि मुस्लिम रोजेदार को जबरन रोटी खिलाने की कोशिश की गई थी। अमरावती से पार्टी सांसद आनंद राव असदुल ने बर्ताव को जायज ठहराते हुए कहा कि खाना घटिया क्वालिटी का था। सांसदों ने अटेंडेंट से खाना टेस्ट करने और क्वालिटी चैक करने को कहा था। सासंदों को उसके धर्म के बारे में जानकारी नहीं थी।

48 साल के विचारे ने कहा कि वह घटिया खाना परोसे जाने के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे। विचारे ने कहा कि हमें ऎसा खाना परोसा गया जैसा जानवरों को खिलाया जाता है। दही भी पानी जैसा था। रोटी तो चमड़े जैसी थी। रोटी ऎसी थी कि जिसे आप हाथ से भी नहीं तोड़ सकते तो खाएंगे कैसे? मैंने तो उसे सिर्फ यह कहा था कि तुम रोटी खाकर दिखाओ। हमने उससे पूछा कि क्या तुम ऎसी सड़ी हुई रोटी खा पाओगे? हमने उसे रोटी खाने के लिए मजबूर नहीं किया।

गेस्ट हाउस पर करोड़ों रूपए खर्च किए जाते हैं लेकिन मेहमानों को फर्जी मिनरल वाटर और अस्वास्थ्यकर खाना परोसा जाता है। हम तीन हजार रूपए देते हैं जब फाइव स्टार होटल सात हजार रूपए चार्ज करती है। विचारे ने आरोप लगाया कि आईआरसीटीसी और रेजिडेंट कमिश्नर ने सदन को बूचड़खाना बना दिया है। जब विचारे से कहा गया कि इन शिकायतों के बावजूद वह अपने बर्ताव को सही ठहराते हैं तो उन्होंने कहा कि मैंने उस व्यक्ति को सिर्फ रोटी टेस्ट करने के लिए कहा था।

हम महाराष्ट्र सदन में रूके हुए थे क्योंकि वह हमारे राज्य का गेस्ट हाउस है लेकिन खाना बहुत खराब था। हम मजबूरत यूपी और गुजरात भवन जाना पड़ता है। विचारे के खिलाफ पहले भी सरकारी कर्मचारी से धक्का मुक्की करने को लेकर पुलिस शिकायत दर्ज हो चुकी है। विचारे ने चुनाव से पहले 10 करोड़ की संपत्ति की घोषणा की थी।

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