रविवार, 20 जुलाई 2014

लखनऊ: युवती से दरिन्दगी दिखाने वाला मुख्य आरोपी पकड़ा गया



मोहनलालगंज के बलसिंह प्राइमरी स्कूल में युवती की दुराचार के बाद हत्या करने वाला मुख्य आरोपी पुलिस के हत्थे चढ़ गया है। वह उस अस्पताल में ही सिक्योरिटी गार्ड है, जहां पीडिता नौकरी कर रही थी। इस सिक्योरिटी गार्ड की उम्र 50 वर्ष के करीब है। पुलिस अफसर शनिवार सुबह से शाम तक इस गार्ड, इसके बेटे समेत तीन लोगों से पूछताछ करती रही।
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बताया जाता है कि गार्ड ने अपना जुर्म कुबूल कर लिया पर वह यह रट लगाए हुए कि उसने अकेले ही यह वारदात की है। बस, यही बात पुलिस को नहीं पच रही है। लड़की का मोबाइल और हत्या में प्रयुक्त हथियार नहीं मिला है। रायबरेली रोड के पास एक कालोनी में रहने वाली इस युवती का खून से लथपथ निर्वस्त्र शव 17 जुलाई की सुबह प्राइमरी स्कूल में मिला था। उसकी पहचान शुक्रवार को हुई थी। मूल रूप से देवरिया की रहने वाली इस युवती के पति की मृत्यु हो चुकी है और वह अपनी 13 साल की बेटी व छह साल के बेटे के साथ रह रहती थी।

दुराचार के बाद युवती की जिस बेरहमी से हत्या की गई थी, उसने सबको झकझोर कर रख दिया था। इस घटना पर मुख्यमंत्री ने भी सख्ती दिखाई और शासन-प्रशासन के अफसर हरकत में आ गए थे। शुक्रवार शाम तक पुलिस ने पांच लोगों को हिरासत में ले लिया था। मुख्य आरोपी घटनास्थल से कुछ दूर के गांव का ही शनिवार सुबह जब पुलिस ने बलसिंह खेड़ा गांव से तीन, बाराबंकी से एक और पीजीआई के पास से उठाए गए युवक से पूछताछ शुरू की तो राज का पर्दाफाश होने लगा।

सबसे पहले गांव के इण्टरमीडिएट छात्र से पूछताछ शुरू हुई। उसके मोबाइल की कॉल भी लड़की के मोबाइल पर थी। चंद देर की पूछताछ में यह साफ हो गया कि वह घटना में शामिल नहीं हैं। उसने ही बताया कि यह मोबाइल कभी कभी उसके पिता भी इस्तेमाल कर लेते थे। बस, इसके बाद ही पुलिस ने उसके सिक्योरिटी गार्ड पिता को भी उठा लिया। पुलिस इस गार्ड को ही मुख्य आरोपी बता रही है। अकेले थे तभी तो खुद भी चोट खा गए सिक्योरिटी गार्ड के शरीर पर चोट के निशान थे।

पुलिस ने इन चोटों के बारे में पूछा तो उसने कहा कि वह अकेले था, युवती विरोध करने लगी थी। इस वजह से ही उसके शरीर पर भी चोट आ गई थी। पुलिस अफसरों ने उससे अलग पूछताछ की और कहा कि वह अकेले इस घटना को नहीं कर सकता है। हालांकि पुलिस अफसर अभी इस बात पर मुतमईन नहीं हो पा रहे हैं कि उसने अकेले ही यह वारदात की है। यही वजह है कि पुलिस देर शाम तक खुलासे से बचती रही।

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