मंगलवार, 8 जुलाई 2014

संसद में मचा कोहराम, BJP-TMC सांसद भिड़े!



नई दिल्ली। तृणमूल कांग्रेस के सांसदों ने बीजेपी के एक सांसद पर बदसलूकी और हाथापाई करने का आरोप लगाया है। ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी की सांसद काकोली दास्तीदार का आरोप है कि बीजेपी के एक बुजुर्ग सांसद ने हाथापाई और बदसलूकी की।

काकोली के मुताबिक बुजुर्ग सांसद ने उन्हें न केवल गाली दी बल्कि धमकियां भी दीं। काकोली ने ऐसा करने वाले सांसद का नाम तो नहीं बताया लेकिन ये जरूर कहा कि आरोपी सांसद नशे जैसी हालत में नजर आ रहे थे।


काकोली के मुताबिक ये सब संसद भवन के भीतर हुआ और संसद की कार्यवाही के दौरान ही हुआ। रेल बजट पसंद नहीं आने पर टीएमसी के सांसद सरकार का विरोध कर रहे थे और नारेबाजी कर रहे थे। काकोली के मुताबिक तभी 7-8 सांसद उनसे बदसलूकी पर उतर आए। उनमें से कुछ ने उनके कपड़े खींचने की भी कोशिश की।



काकोली के मुताबिक मार्शल के दखल के बाद मामला शांत हो पाया। काकोली के आरोप बेहद गंभीर हैं लेकिन बीजेपी के कई सांसदों ने इन आरोपों को खारिज करने की कोशिश की। लेकिन काकोली ने संसद के भीतर की सुरक्षा व्यवस्था और सत्ताधारी सांसदों के व्यवहार पर गंभीर सवाल जरूर खड़े किए।



हाथापाई और गालीगलौच का आरोप बीजेपी सांसद हरिनारायण राजभर पर लग रहा है। उन्होंने अपनी सफाई में कहा कि मैंने कोई गलती नहीं की है। टीएमसी सांसद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को गाली दे रहे थे। ये लोग झूठा आरोप लगा रहे हैं। मैंने किसी महिला के साथ कोई बदतमीजी नहीं की है।



आईबीएन संवाददाता नीरज गुप्ता ने सांसद काकोली घोष से बातचीत की। काकोली ने बताया कि संसद के भीतर मारपीट की नौबत आ गई। हाउस चल रहा था और हम नारेबाजी कर रहे थे क्योंकि हमें रेल बजट पसंद नहीं आया। लेकिन अचानक 7-8 सांसद सामने आ गए और हमें गंदी गाली दी। हमारे कपड़े खींचने की कोशिश की गई। उन्हें रोकने के लिए मार्शल रो आना पड़ा। हम अगर असुरक्षित रहेंगे तो हाउस में कैसे आएंगे।



वहीं बीजेपी सांसद हरीश द्विदी ने कहा कि जब से सदन बैठे थे तभी से ये लोग हल्ला कर रहे थे। पार्टी की तरफ से कोई गाली नहीं दी गई है। ये लोग मोदी मुर्दाबाद के नारे लगा रहे थे। इस पर हमारे सांसद ने हस्तक्षेप किया और पूछा कि आप क्यों इस तरह से कर रहे हैं। इस पर कुछ महिलाएं उनकी तरफ दौड़ीं। तब बीजेपी के सांसद भी उनको बचाने के लिए दौड़े।



जबकि बीजेपी नेता जगदम्बिका पाल ने कहा कि टीएमसी के सांसद प्रधानमंत्री के खिलाफ नारे लगा रहे थे। जैसे वो निश्चय करके आए हों कि बजट का विरोध करेंगे। मोदी जी के खिलाफ व्यक्तिगत नारे लगा रहे थे। इस बात का सदन गवाह है, पत्रकार और CCTV गवाह है। आचरण की बात है तो आप तापस पाल का आचरण देखिए। उनके खिलाफ तो कुछ नहीं किया। पब्लिसिटी के लिए ड्रामा किया गया है।

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