शनिवार, 31 मई 2014

बदायूं गैंगरेप: विवादित बयान देकर फंसे अखिलेश

दिन पहले उत्तर प्रदेश के बदायूं में दलित बहनों की गैंगरेप के बाद हत्या मामले में विवादित बयान देकर मुख्यमंत्री अखिलेश यादव बुरी तरह फंस गए हैं। हर तरफ उनके बयान की आलोचना हो रही है।
up cm is in trouble on his statement on badaun gang rape case 
बीते शुक्रवार को अखिलेश यादव कानपुर में थे। वहां, गैंगरेप के बाद दलित बहनों की हत्या के मामले में एक पत्रकार ने अखिलेश यादव से महिलाओं की सुरक्षा पर सवाल किया था। जवाब में अखिलेश यादव ने पत्रकार से कहा था कि "आपको तो खतरा नहीं हुआ!"

अखिलेश यादव के इस अनमने जवाब से वहां मौजूद सभी लोग स्तब्ध रह गए थे। कुछ ही देर में अखिलेश यादव के इस बयान ने सुर्खियां बटोर लीं। अखिलेश यादव के इस बचकाने बयान की सभी आलोचना कर रहे हैं।

अखिलेश को दे देना चाहिए इस्तीफा
अखिलेश के बयान पर अब सियासी जंग छिड़ी हुई है। विरोधी दल के सभी नेता उन्हें उनके बयान पर घेर रहे हैं। बीजेपी नेता लक्ष्मीकांत बाजपई ने कहा है कि अखिलेश यादव को इस्तीफा दे देना चाहिए। वे मुख्यमंत्री के काबिल नहीं हैं।

मुलायम के बयान की देन है बदायूं गैंगरेप
अखिलेश यादव और उनके पिता सपा सुप्रिमो की खिलाफत फेसबुक पर भी जारी है। फेसबुक यूजर्स इस मामले में अपने विचार फेसबुक पर पोस्ट कर रहे हैं। फेसबुक यूजर्स ने अपनी वॉल पर पोस्ट किया है कि बदायू में हुआ दलति बहनों के साथ गैंगरेप और हत्या मुलायम सिंह यादव के बयान का नतीजा है।

लोकसभा चुनाव के दौरान मुलायम सिंह यादव ने कहा था कि "जवानी में लड़कों से गलती हो जाती है, और वे रेप कर देते हैं..।" मुलायम सिंह यादव के इस बयान पर भी उनकी खूब किरकिरी हुई थी।

मायावती ने भी की आलोचना
उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने भी अखिलेश यादव के इस बयान को गलत ठहराया है। उन्होंने राज्यपाल बीएल जोशी से मांग तक की है कि यूपी में राष्ट्रपति शासन हो। बसपा प्रमुख ने कहा है कि आने वाले महीनों में यूपी के हालात नहीं सुधरे तो वे सख्त कदम उठाएंगी। - 

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