गुरुवार, 24 अप्रैल 2014

बाल विवाह सामाजिक कंलक के साथ बच्चो के लिये अभिशाप

बाल विवाह सामाजिक कंलक के साथ बच्चो के लिये अभिशाप

बाडमेर 24 अप्रेल ( )बाल विवाह सामाजिक कंलक के साथ बच्चो के लिये अभिशाप है इस अभिशाप को मिटाने के लिये सभी को आगे आने कीजरूरत बतायी। उन्होने इसके अलावा यह भी बताया कि बाल विवाह कानूनी अपराध भी है । इसलिये इस अपराध में कोई शामिल न हो ऐसे प्रयासो की अपील की ।

ये अपील भारत सरकार के सूचना एंवम प्रसारण मंत्रालय के क्षेत्रीय प्रचार कार्यालय द्वारानेहरूयुवाकेन्द एंवम केयर संस्था के सहयोग से बायतु ब्लाक के मूढो की ढाणी उच्च माध्यमिक विधालय में आयोजित प्रचार कार्यक्रम को सम्बोन्धित करते सामाजिक कार्यकत्र्ता एंवम अध्यापक धन्नाराम ने व्यक्त किये ।

उन्होने बताया कि अब ग्रामीण अखातीज के बजाय उसके आस-पास की तिथियो में भी बालविवाह कर देते है ताकि सरकारी मशीनरी से आसानी से बच सके । परन्तु वे लोग अपने बच्चो का समय से पहले विवाह करने से उनके पढने की उम्र में विवाह जैसी जिम्मेदारी डाल कर शिक्षा से ध्यान बटाने का कार्य कर रहे है । जो उनके शैक्षिक एंवम शारीरिक विकास के लियेअच्छा नही है ।

इस अवसर पर आगनवाडी कार्यकर्ता बाली देवी ने बताया कि हम लोग अब काफी जागरूक हो गये है उसके पीछे शिक्षा की बडी भूमिका है । उसके बावजूद अनेक लोग एक ही खर्च में अनेक विवाह कर अपनी जिम्मेदारी से मुक्ति का कार्य करते है इस कार्य को रोकने के लिये हम चैकस एंवम सावधान है ।

देवी ने बताया कि हम ऐसे विवाहो को रोकने के लिये पहले अपने स्तर पर विशेष कर महिलाओ को समझाते है । यदि महिलाओ की नही चलती है तो उसे कानूनी रूप् से रूकवाने का भी प्रयास जरूर करेगे ।

संकल्प दिलवाया

डीएफपी बाडमेर द्वारा मूढो की ढाणी स्कूल के सभी छात्रो को बालविवाह न करने तथा ना ही गांव में बालविवाह होने का संकल्प लेने के साथ गांव में बाल विवाह नही होने के प्रयास करेगे । इस अवसर पर छात्रो एंवम ग्रामीण महिलाओ को फोटो प्रर्दशनी के माध्यम से बाल विवाह से होने वाली हानियां की जानकारी के साथ प्रचार सामग्री भी वितरित की गयी ।












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