सोमवार, 7 अप्रैल 2014

कुंवारों को उम्मीद: मोदी आएंगे तो हमारे लिए दुल्हनें लाएंगे

नई दिल्ली। बिहार के कैमूर जिले के एक गांव में युवाओं की शादियां नहीं हो रही है। ये गांव पहाड़ी पर बसा हुआ है। गांव तक जाने के लिए पक्की सड़क नहीं है इसलिए कोई भी अपनी बेटी का रिश्ता इस गांव में नहीं करना चाहता। कुंवारों को उम्मीद: मोदी आएंगे तो हमारे लिए दुल्हनें लाएंगे
पिछले दो साल से गांव के किसी भी युवक की शादी नहीं हुई है। गांव के लोग पिछले पांच साल से चट्टानों को तोड़कर रास्ता बनाने के लिए कठिन परिश्रम कर रहे हैं। इस गांव में अभी तक कोई प्रचार करने भी नहीं गया है। गांव में कुल 100 कुंवारें हैं। इनमें से ज्यादातर की उम्र 25 से 40 साल के बीच है।

एक समाचार पत्र में प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक ग्रामीणों ने कमल फूल वाले मोदी जी के बारे में जरूर सुना है। ग्रामीणों के मुताबिक मोदी भी कुंवारे हैं। उम्मीद है कि अगर वह सत्ता में आते हैं तो रोड बनवाएंगे। ग्रामीण झारखण्ड और यूपी से लड़कियां खरीद कर लाने के बारे में बात करते हैं। बदवान में पिछले दो साल में किसी की शादी नहीं हुई है।

ग्रामीणों को याद है कि कुछ वक्त पहले दो युवकों की शादी हुई थी क्योंकि वे झारखण्ड से 6-6 हजार रूपए में लड़कियां खरीदकर लाए थे। बदवान कलां और बदवान खुर्द की आबाजी करीब 5 हजार है। इनमें से 14,00 योग्य मतदाता है। दोनों गांव सासाराम के चैनपुर विधानसभा क्षेत्र में आते हैं। गांव के लोगों का कहना है कि बसपा के रामचंद्र यादव ने उन्हें धोखा दिया है।

2005 में चुनाव जीतने के बाद यादव ने वादा किया था कि जब तक सड़क नहीं बन जाती तब तक वह शादी नहीं करेंगे। लेकिन यादव ने 2007 में शादी कर दी। इसके बाद से लोगों का राजनेताओं से विश्वास उठ गया है। मोदी के बारे में ग्रामीणों को जानकारी उस वक्त मिली जब गांव के लड़के समाचार पत्र पढ़ने के लिए 15 किलोमीटर दूर भगवानपुर गए। ग्रामीण चुनावों के बहिष्कार की धमकी दे रहे हैं।

बदवान के बूथों को पांच साल पहले विनोबानगर के मैदानी इलाके में ट्रांसफर किया गया था। उस वक्त ग्रामीण सड़क का वादा करने पर वोट डालने गए थे। बदवान कलां के इंदर सिंह 68 साल के हैं। उनकी अभी तक शादी नहीं हुई है। हाल ही में रामशंकर,सरजू और रामचंद्र की मौत हो गई थी। तीनों की उम्र 75 साल थी। तीनों की शादी नहीं हुई थी। कैमूर का जिला मुख्यालय गांव से 32 किलोमीटर दूर है।

ग्रामीणों को किराने का सामान खरीदने और बीमार होने पर डॉक्टर को दिखाने के लिए भगवानपुर जाना पड़ता है। 39 साल का विष्णु रत दास अमरीका के बाल्टिमोर के एक मंदिर में काम करता है। दास की भी शादी नहीं हुई है। ग्रामीणों की समस्या के हल के लिए वह अमरीका से गांव आया। उसका ज्यादातर वक्त बदवान और बाल्टिमोर के बीच गुजरता है। दास की एक टांग टूट गई थी। उसके कृत्रिम पैर लगा हुआ है। वह यह देखकर बहुत उत्साहित है कि पहाड़ी पर रहने वाले ग्रामीणों तक चार पहिया वाहन पहुंच रहे हैं।

बदवान खुर्द में रहने वाले 33 साल के बजरंग सिंह यादव का कहना है कि जो सड़क बनाने का वादा करेगा उसे वोट देंगे। उसने कहा,मोदी को लेकर बात होती है क्योंकि वह कुंवारे हैं। उम्मीद है कि अगर वह सत्ता में आते हैं तो कुंवारों के बारे में सोचेंगे। पूर्व पंचायत मुखिया राम दयाल सिंह ने बताया कि पिछले दो साल में कोई शादी नहीं हुई है।

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