गुरुवार, 29 अगस्त 2013

3 देशों के ऑपरेशन से अरेस्ट हुआ यासीन भटकल



नई दिल्ली।। भारत में दो दर्जन से अधिक बम धमाकों को अंजाम देने वाले इंडियन मुजाहिदीन के फाउंडर यासीन भटकल को गिरफ्तार कर लिया गया है। पहले बताया जा रहा था कि भटकल को भारत-नेपाल सीमा से गिरफ्तार किया गया, लेकिन खुफिया सूत्रों के मुताबिक भटकल की गिरफ्तारी किसी तीसरे देश में हुई और फिर उसे नेपाल के रास्ते भारत लाया गया। बिहार के भारत-नेपाल सीमा पर स्थित रक्सौल में उसकी गिरफ्तारी दिखाई गई। सूत्रों के मुताबिक इस पूरे मिशन में तीन देशों की खुफिया जांच एजेंसियां सक्रिय थीं।भटकल पर मुंबई पुलिस ने 10 और दिल्ली पुलिस ने 15 लाख रुपये का इनाम रखा हुआ था। भटकल की गिरफ्तारी सुरक्षा एजेंसियों के लिए कितनी बड़ी कामयाबी है इसका अंदाजा इस बात से ही लगाया जा सकता है कि राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार शिवशंकर मेनन ने इसकी जानकारी तुरंत प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को दी।
यासीन भटकल की गिरफ्तारी की कहानी
सुरक्षा एजेंसियां पिछले पांच सालों से अधिक समय से भटकल की तलाश कर रही थीं। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि 30 वर्षीय भटकल को इंडियन मुजाहिदीन के एक अन्य आतंकी अख्तर के साथ गिरफ्तार किया गया। गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे ने गिरफ्तारी की पुष्टि करते हुए कहा, 'खुफिया एजेंसियों ने बुधवार रात भटकल को गिरफ्तार किया।'

अहमद सिद्दी बप्पा जरार उर्फ शाहरुख उर्फ यासीन अहमद उर्फ इमरान पर दिल्ली, जयपुर, वाराणसी, अहमदाबाद, सूरत, मुंबई, पुणे, हैदराबाद और बेंगलुरु में कई बम धमाकों में शामिल होने का आरोप है।

अपने भाई रियाज भटकल के साथ मिलकर 2008 में इंडियन मुजाहिदीन (आईएम) की स्थापना करने वाला यासीन 13 फरवरी, 2010 को पुणे स्थित जर्मन बेकरी में हुए बम धमाके में भी वांछित था, जिसमें 17 लोग मारे गए थे।

भटकल ने दिल्ली में जामा मस्जिद के बाहर आतंकी हमले को भी अंजाम दिया था। कॉमनवेल्थ गेम्स से पहले जामा मस्जिद के बाहर ताइवानी मीडिया टीम को निशाना बनाया गया था। भटकल ने बाटला हाउस एनकाउंटर का बदला लेने के लिए यह वारदात की थी।

सरकार ने गैरकानूनी गतिविधि निरोधक कानून के तहत 2010 में आईएम को आतंकी संगठन घोषित कर दिया था। 2011 में अमेरिका ने भी इस प्रतिबंधित संगठन को विदेशी आतंकी संगठन घोषित कर दिया था।

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