रविवार, 30 जून 2013

जैसलमेर सृजनधर्मी आनंद जगाणी




इन्द्रधनुषी व्यक्तित्व से झरता है आनंद



किसी एक व्यक्तित्व में इन्द्रधनुषी रंगों और रसों से भरी बहुआयामी प्रतिभाओं का दर्शन करना हो तो उसके लिए एक ही नाम काफी है और वह हैं जैसलमेर की सरजमीं के रत्न श्री आनंद जगाणी।
अपने भीतर व्यापक ऊर्जाओं और हुनरों को समेटे हुए श्री आनंद जगाणी कवि, लेखक, साहित्यकार, मंच संचालक, उद्घोषक, रंगकर्मी और कर्मचारी नेता से लेकर समाजसेवी की भूमिकाओं में हर किरदार को बखूबी जीते हैं। मरु अंचल की लोकस्पर्शी परंपराओं में श्री आनंद जगाणी जानी-मानी हस्ती हैं जिन्हें परिवेशीय विभिन्न रचनात्मक गतिविधियों में मुखर अभिव्यक्ति के साथ देखा जा सकता है।


रचनात्मक गतिविधियों की धड़कनजैसलमेर में आयोजित होने वाले हर तरह की साहित्यिक-सांस्कृतिक, धार्मिक और रचनात्मक गतिविधियों के साथ ही राजकीय समारोहों और सामाजिक-राष्ट्रीय सरोकारों भरे कार्यक्रमों में कभी उद्घोषक के रूप में, कभी संभागी और कभी मंच संचालक के रूप में श्री आनंद जगाणी को अपने हुनर का आकर्षण और आनंद बिखेरते हुए प्रभावी भूमिका में सहज ही देखा जा सकता है। सहज, सरल एवं सौम्य व्यक्तित्व के धनी श्री जगाणी की छोटी सी मुस्कान भी आत्मीयता का सुकून देने के साथ जाने बहुत कुछ कह जाती है।
विरसत में मिले साहित्यिक संस्कार
पेशे से लेखाकार जगाणी की साहित्य और सांस्कृतिक गतिविधियों में बाल्यकाल से गहरी अभिरुचि रही है। जैसलमेर में रम्मत, लोक कला के प्रसिद्ध कलाकार एवं हर दिल अजीज इनके पिताश्री श्री मुकनलाल जगाणी ’मुकना भा’ व माता श्रीमती विमला देवी के संस्कारों तथा सुविख्यात लोक नाट्य रम्मत ’सती सावित्री’ के लेखक नाना श्री सुगनलाल व्यास से मिली विरासत के कारण आनंद जगाणी को बचपन से ही रंगकर्म व सांस्कृतिक-साहित्यिक क्षेत्र में अभिरुचि रही। विद्यालय स्तर पर आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रमों एवं शहर में आयोजित होने वाली रामलीला में वे प्रारंभ से ही भाग लेते रहे हैं। रामलीला में आप भगवान लक्ष्मण जी की भूमिका निभा चुके हैं।
छात्र जीवन से अग्रणी
स्वर्णनगरी जैसलमेर शहर के जगाणी पाड़ा निवासी श्री आनंद जगाणी छात्र जीवन से ही विद्यालयों में आयोजित वाद-विवाद प्रतियोगिताओं में बढ़-चढ़ कर हिस्सा लेते रहे हैं। स्काउट एवं एन.एस.एस. सेवाओं से भी आप सक्रिय रूप से जुड़े रहे। कॉलेज जीवन में आपने छात्र राजनीति में भी अहम् भूमिका निभाई व एस.बी.के राजकीय महाविद्यालय में उपाध्यक्ष पद पर चुनाव लड़कर विजयश्री का वरण किया। वे साहित्यिक एवं सांस्कृतिक आयोजनों में हमेशा ही अग्रणी रहे हैं। जैसलमेर जिले के 825 वें स्थापना दिवस (वर्ष 1978) के उपलक्ष में और वर्ष 1990 में जिला स्तर पर आयोजित हुए अखिल भारतीय विराट कवि सम्मेलन के दौरान भी आपने विशेष भूमिका निभाई व इन विराट आयोजनों के सह संयोजक भी रहे।
काव्य और व्यंग्य विधाओं में गहरी पैठ
साहित्य एवं कला में गहरी रुचि के कारण श्री जगाणी का झुकाव कविता एवं व्यंग्य लेखन की ओर हुआ। अब तक आपकी दो पुस्तकें ’हिवड़े री हूक’ ( राजस्थानी कविता संग्रह) व ‘बहस जारी है’( व्यंग्य संग्रह ) प्रकाशित हो चुकी है। इनके द्वारा लोककला रम्मत शैली में ’बाबा रामदेव’ रम्मत भी लिखी जा चुकी है, जिसका मंचन किया जाना है। आपका एक कविता संग्रह ’ काश मैं गरीब होता ’’ व व्यंग्य संग्रह ’ मंच के माफिया’ प्रकाशनाधीन है।
हिन्दी व राजस्थानी भाषा में गद्य और पद्य दोनों पर आपका समान अधिकार है। एक जुलाई 1ज962 को जैसलमेर में जन्मे श्री आनंद जगाणी सन 1980 से निरंतर साहित्य साधना में रमे हुए हैं।
ओजस्वी मंच संचालक के रूप में खासी पहचान
मंच संचालक एवं उद्घोषक के रूप में भी आपकी विशिष्ट पहचान है। पूर्व उपराष्ट्रपति स्व. भैरोसिंह शेखावत के जैसलमेर में नागरिक अभिनंदन समारोह व पूर्व राष्ट्रपति श्रीमती प्रतिभा पाटिल के मुख्य आतिथ्य में हुए जैसलमेर के 850 वें स्थापना दिवस कार्यक्रम का संचालन आप द्वारा सफलतापूर्वक एवं गरिमामय तरीके से किया गया था। आप विगत वर्ष 1991 से अपने वरिष्ठ साथी एवं रचनाधर्मी गुरुजी श्री मनोहर महेचा के सान्निध्य में राष्ट्रीय पर्वो स्वतंत्रता दिवस एवं गणतंत्र दिवस समारोहों के जिला स्तरीय कार्यक्रमों का बखूबी संचालन कर रहे हैं।
जैसलमेर शहर में प्रति वर्ष आयोजित होने वाली जानी-मानी हिन्दी बॉलीवुड संगीत की दुनिया की हस्तियां जगविख्यात गायक स्व. मोहम्मद रफी नाईट हो चाहे संगीतकार किशोरकुमार नाईट और मुकेश नाईट की शुरूआत आप द्वारा ही की गई। इनके द्वारा मुकेश नाईट -शो का संचालन भी किया जा रहा है।
मायड़ भाषा के लिए संघर्ष
राजथानी भाषा मान्यता संघर्ष समिति के आप जिला संयोजक भी हैं। वहीं वर्ष 2004 से 2007 तक राजस्थानी भाषा साहित्य एवं संस्कृति अकादमी बीकानेर की वित्त उप समिति के सदस्य रहे हैं तथा वर्तमान में श्री जगाणी अकादमी की आयोजन उप समिति के सदस्य हैं।
साहित्यिक क्षेत्र में सतत् एवं सक्रिय रहने पर गत वर्ष जैसलमेर के मनाए गए 857 वें स्थापना दिवस पर आपको महारावल हरिराज साहित्य पुरस्कार से नवाजा गया। इसके अलावा जिला प्रशासन द्वारा भी श्रेष्ठ उद्घोषक के रूप में प्रशंसा-पत्र प्रदान किया जाकर सम्मान दिया गया। जैसलमेर में हुए अखिल भारतीय कवि सम्मेलनों के साथ ही श्री जगाणी ने जयपुर में आयोजित प्रथम विश्व राजस्थानी भाषा सम्मेलन में भी हिस्सा लिया गया।
संगठन कौशल ने दिया नेतृत्व
साहित्यकार, कवि एवं उद्घोषक के अलावा जगाणी कर्मचारी हितों के लिए संघर्ष करने में सदैव अग्रणी रहे हैं। वर्षो तक जैसलमेर कोषालय में अपनी सेवाएँ देने वाले जगाणी एकाउन्टेंट एसोसियेशन के तीन बार जिलाध्यक्ष, दो बार प्रान्तीय प्रतिनिधि रहे हैं। वर्तमान में आप एकाउन्टेंट एसोसियेशन के प्रदेश सचिव हैं।
आकाशवाणी केन्द्र से भी आपका गहरा जुड़ाव रहा है। आकाशवाणी द्वारा आयोजित नाट्य महोत्सव, बाड़मेर और जयपुर में आप प्रस्तुति दे चुके हैं तथा आकाशवाणी जैसलमेर में समय-समय पर कृषि कार्यक्रम का भी प्रस्तुतीकरण कर चुके हैं। आपके द्वारा लिखित ’’ तनोट माता के भजनों ’’ की ओडियो कैसेट भी रिलीज हो चुकी है।
 

breaking news बाड़मेर पाकिस्तान सीमा में जाने का प्रयास करते चीनी नागरिक गिरफ्तार

बाड़मेर पाकिस्तान सीमा में जाने का प्रयास करते  चीनी नागरिक गिरफ्तार



बाड़मेर भारत पाकिस्तान पश्चिमी सरहद पर बाड़मेर जिले के मुनाबाव में सीमा सुरक्षा बल के जवानो ने एक चीनी नागरिक को पाकिस्तान सीमा में घुसाने का प्रयास करते गिरफ्तार किया ,प्रारंभिक पूछताछ के बाद उसे गडरा पुलिस को सुपुर्द किया ,जन्हा सोमवार को विभिन सुरक्षा और खुफिया एजेंसिया उन्ससे संयुक्त पूछताछ करेगी ,
सुरक्षा सूत्रों के अनुसार चीनी नागरिक जैसलमेर से सायकिल पर रविवार को शाम को मुनाबाव पहुंचा ,गस्त कर रहे सीमा सुरक्षा बल के जवानो ने उसे दबोच लिया तथा बल मुख्यालय ले जा कर तलाशी ली .तलासी के दौरान उसके पास तीन पासपोर्ट और पाकिस्तान सहित दो देशों के वीजा मिले .सूत्रानुसार उसके कब्ज़े से संदिग्ध वस्तुए भी मिली हें ,सोमवार को उससे संयुक्त पूछताछ की जायेगी

एलएसी के नजदीक पकड़े गए तीन चीनी

एलएसी के नजदीक पकड़े गए तीन चीनी
लेह। भारतीय सेना के जवानों ने वास्तविक नियंत्रण रेखा के करीब तीन चीनी मूल के नागरिकों को गिरफ्तार किया है। इनके पास से राजनीतिक नक्शे बरामद हुए हैं जो अरब भाषा में थे।

पकड़े गए लोगों की पहचान अदिल,सलामो और अब्दुल खालिद के रूप में हुई है। तीनों 12 जून को भारतीय सीमा में पकड़े गए थे। आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक इनकी पहचान करने में 10 दिन लग गए। तीनों सुन्नी मुस्लिम हैं और इनकी उम्र 18 से 23 के बीच है।

तीनों का रंग गोरा है लेकिन इनकी भाषा समझ में नहीं आ रही। तीनों में से एक के एक ही आंख है। तीनों फिलहाल मुरगो पोस्ट की कस्टडी में हैं। इनकी भाषा समझने की कोशिश की जा रही है। ये जो भाषा बोल रहे हैं वह चीनी या पीओके में बोली जाने वाली बाल्की से मिलती जुलती नहीं है।

यह भी पता नहीं चल पाया है कि तीनों कहां से आए हैं। एलसी से नजदीक का रिहायशी इलाका काराकोरम रेंज में ही है। अधिकारियों का मानना है कि तीनों या तो राखी नल्लाह,जीवन नल्लाह या फिर दौलत बेग ओल्डी के उत्तर से घुसे हैं।

15 अप्रेल को चीनी सैनिक दौलत बेग ओल्डी इलाके में घुस आए थे। 21 दिन बाद 15 मई को चीनी सैनिक वापस अपनी सीमा में गए थे। सूत्रों के मुताबिक तीनों से तब तक पूछताछ नहीं की जा सकती जब तक उन्हें लेह गांव में नहीं लाया जाता। वहां अनुदावक इनकी भाषा को समझने की कोशिश करेंगे।

50 विलेजर्स की वेबसार्इट का लोकापर्ण - चयन परीक्षा का आयोजन

50 विलेजर्स की वेबसार्इट का लोकापर्ण - चयन परीक्षा का आयोजन
समर एज्युकेशन एवं मोटीवेशन केंप के समापन में ड‚. आर के माहेश्वरी का बहुमान


बाड़मेर। 50 वीलेजर्स ट्रस्ट बाड़मेर द्वारा आयोजित कार्यक्रम में ड‚. आर के माहेश्वरी पूर्व पीएमओ राजकीय चिकित्सालय बाड़मेर का बहुमान किया गया। ड‚. महबुब अली प्राचार्य नवोदय ने साफा पहनाकर, ड‚. मूलचंद ने माल्यार्पण कर, ड‚. गोरधनसिंह ने स्मृति चित्र एवं ड‚. हरदान सारण ने स्मृति चिन्ह भेंट कर बहुमान किया। कार्यक्रम के प्रारंभ में ड‚. महेन्æ चौधरी ने ड‚. आर के माहेश्वरी के जीवन पर प्रकाश डाला। उनके कायोर्ं की सराहना करते हुए उन्होने कहा कि ड‚. माहेश्वरी का जीवन हमारे लिए अनुकरणीय हैं एवं बाड़मेर चिकित्सा के विकास की एक मजबूत नींव हैं। हम समस्त बाड़मेर की जनता उनकी आभारी रहेंगे। कार्यक्रम के 50 विलेजर्स के लिए अपना योगदान देने के लिए भामाशाहों का भी सम्मान किया गया। भामाशाहों में सोनाराम चौधरी, पंकज चितारा, जीयाराम बाना, आदर्श चौधरी, नवल किशोर, ड‚. मूलचंद, ड‚. हरीश जांगीड़, ड‚. हरीश चौहान, ड‚. हनुमान बैनिवाल, ड‚. देवेन्æ चौधरी, ड‚. हनुमान सारण, नानगाराम, किशनाराम, खेताराम फड़ोदा, सादुलाराम सियोल, दमाराम सारण, ड‚. रतनाराम, ड‚. लोंग मोहम्मद, ड‚. विकास कड़वासरा आदि को ड‚. आर के माहेश्वरी एवं ड‚. गोरधनसिंह द्वारा स्मृति चिन्ह देकर उनका बहुमान किया गया।
50 विलेजर्स द्वारा आयोजित चयन परीक्षा के परिणाम की घोषणा जोगेन्æ बेनिवाल, हेमराज खत्री, सुरेन्æ परमार, द्वारा की गर्इ एवं इन गुरुजनों को स्मृति चिन्ह देकर ड‚. गोरधनसिंह ने सम्मानित किया।
50 विलेजर्स की बेवसार्इट का लोकापर्ण ड‚. आर के माहेश्वरी एवं ड‚. महबुब अली प्राचार्य नवोदलय विधालय पचपदरा ने किया। '''.50‡्रँीƒ„.ू³मे पर संस्थान से संबंधित संपूर्ण जानकारी उपलब्ध हैं।
कार्यक्रम के अंत में ड‚. ओमप्रकाश डूडी द्वारा एक व्यä एिक पौधा की तर्ज पर टूवर्डस ग्रीन बाड़मेर थीम को लेकर पौधों को वितरित किया गया। मंच संचालन ड‚. सुरेन्æसिंह और ड‚. भरत सहारण ने किया। धन्यवाद ज्ञापित ड‚. हरदान ने किया।

बालिकाआें को शिक्षा से जोड़े: धनदे



बालिकाआें को शिक्षा से जोड़े: धनदे
-मेघवाल समाज के अधिवेशन में अतिथियाें ने बालिकाआें की शिक्षा पर जोर देते हुए कहा कि शिक्षा के बिना किसी तरह का विकास नहीं हो सकता। उन्हाेंने विधार्थियाें एवं युवाआें से प्रतियोगी परीक्षाआें की तैयारी पूर्ण समर्पण भाव से करने का आहवान किया।

बाड़मेर। बालिका शिक्षा मौजूदा समय की जरूरत है। बालिका शिक्षा के बिना विकास अधूरा है। समाज की मुख्य धारा से जुड़ने एवं सर्वागीण विकास के लिए बालिकाआें को शिक्षा से जोड़ना होगा। बालिकाआें को शिक्षा से जोड़ने के साथ सामाजिक कुरीतियाें को छोड़ने की पहल करनी होगी। यह बात जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग जयपुर के मुख्य अभियंता रूपाराम धनदे ने मेघवाल समाज शैक्षणिक एवं शोध संस्थान के वार्षिक अधिवेशन के दौरान कही।

मुख्य अतिथि के तौर पर संबोधित करते हुए धनदे ने कहा कि कोर्इ भी समाज बालिका शिक्षा के बगैर आगे नहीं बढ़ सकता। उन्हाेंने संस्थान के शैक्षणिक विकास के प्रयासाें की सराहना करते हुए कहा कि बाड़मेर में बालिका छात्रावास के लिए जमीन आवंटित की जा चुकी है। उनकी मंशा है कि अगला अधिवेशन बालिका छात्रावास में हो। उन्हाेंने इस दौरान बालिका छात्रावास निर्माण के लिए 1 लाख रूपए देने की घोषणा की। साथ ही स्वर्गीय तनेराम मेघवाल की स्मृति में उनकी पत्नी की ओर से भी एक लाख रूपए देने की मंशा जतार्इ। उन्हाेंने कहा कि सामाजिक विकास के लिए सबको मिलकर प्रयास करने होंगे। सामाजिक कुरीतियाें पर अंकुश लगाने के साथ शिक्षा से जुड़ना होगा। उन्हाेंने कहा कि शिक्षा से जुड़े बगैर कोर्इ भी तबका प्रगति नहीं कर सकता।

इस दौरान कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए डा.एम.आर.गढवीर ने कहा कि सबके प्रयासाें की बदौलत आज मेघवाल समाज शैक्षणिक एवं शोध संस्थान के जरिए समाज को नर्इ दिशा देने के साथ प्रतिभाआें को प्रोत्साहित करने का काम हो रहा है। उन्हाेंने वार्षिक अधिवेशन के दौरान प्रतिभाआें को सम्मानित करने के प्रयास की सराहना करते हुए कहा कि इससे प्रतिभाआें को प्रोत्साहन मिलता है। साथ ही दूसरे विधार्थियाें में भी उत्साह का संचार होता है।

मुख्य वक्ता प्रो.ताराराम ने मेघवाल समाज के अतीत पर प्रकाश डालते हुए कहा कि मेघवाल समाज का इतिहास गौरवपूर्ण रहा है। मेघवाल समाज को अपने अतीत को पहचाते हुए विकास की मुख्य धारा में शामिल होने के प्रयास करने होंगे। उन्हाेंने कहा कि युवाआें पर महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है कि वे हर क्षेत्र में कीर्तिमान स्थापित करें। उन्हाेंने समाज के साहितियक सृजन की जरूरत जतार्इ। आरपीएस सुनील के पंवार ने प्रतियोगी परीक्षाआें की तैयारी के गुर बताते हुए कहा कि अगर सच्ची लगन से प्रयास किया जाए तो कोर्इ भी सफल होने से नहीं रोक सकता। उन्हाेंने कहा कि शुरूआती दौर से प्रतियोगी परीक्षाआें की तैयारी शुरू कर देनी चाहिए। आवासन मंडल के अधिशाषी अभियंता केवलाराम परिहार ने शिक्षा की जरूरत जताते हुए कहा कि समय के साथ चलने की जरूरत है। मौजूदा दौर टेक्नोलाजी एवं शिक्षा से जुड़ने का है। ऐसे में शिक्षा पर अधिकाधिक बल देने की जरूरत है। विशिष्ट अतिथि आदूराम मेघवाल, उदाराम मेघवाल, मूलाराम मेघवाल ने संस्थान के प्रयासाें की सराहना करते हुए कि सबको मिलकर बालिका शिक्षा एवं छात्रावास निर्माण के लिए प्रयास करने होंगे। संस्थान के कोषाध्यक्ष हजारीराम बालवा ने बताया कि इस दौरान आर्इआर्इटी एवं अन्य प्रतियोगी परीक्षा में चयनित प्रतिभाआें को तनेराम मेघवाल स्मृति पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इसके अलावा बोर्ड परीक्षा में सर्वाधिक अंक प्राप्त करने वाली प्रतिभाआें एवं भामाशाहाें का सम्मान किया गया। वार्षिक अधिवेशन में डा.बी.एल.मंसूरिया, जोगाराम मेघवाल, सरपंच देवाराम, नदंकिशोर, पूर्व सरपंच तिलाराम, सवार्इराम बृजवाल, आसूराम मेघवाल, पूर्व सरपंच जेसाराम, रेडाणा सरपंच पदमाराम समेत कर्इ गणमान्य नागरिक उपसिथत थे। समारोह का संचालन चूनाराम पूनड़ ने किया।

निरीक्षण में मिली अनियमितताएं,मेट को हटाया,जेटीए को नोटिस



निरीक्षण में मिली अनियमितताएं,मेट को हटाया,जेटीए को नोटिस
- नोखड़ा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में चिकित्सक एवं मेल नर्स लंबे समय से अनुपसिथत मिले। ग्रेवल सड़काें की गुणवत्ता सुधारने के निर्देश।

बाड़मेर,30 जून। सिणधरी पंचायत समिति की सांजटा ग्राम पंचायत में महात्मा गांधी नरेगा योजनान्तर्गत चल रही ग्रेवल सड़काें की आकसिमक जांच के दौरान अनियमितताएं पाए जाने पर मेट को तत्काल हटा दिया गया। वहीं निरीक्षण में लापरवाही बरतने पर कनिष्ठ तकनीकी सहायक को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। निरीक्षण के दौरान श्रमिकाें को पांच-पांच के गु्रप में कार्य करवाने के निर्देश दिए गए। अतिरिक्त जिला कार्यक्रम समन्वयक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी एल.आर.गुगरवाल ने रविवार को सिणधरी पंचायत समिति की सांजटा एवं नोखड़ा ग्राम पंचायत में महात्मा गांधी नरेगा योजनान्तर्गत चल रहे कार्यों का आकसिमक निरीक्षण किया।

ग्राम पंचायत सांजटा में ग्रेवल सड़क निर्माण सांजटा से बेरड़ो की ढाणी तक चल रहे कार्य पर नियोजित 102 में से 51 श्रमिक ही मौके पर मिले। यहां पांच-पांच के गु्रप में कार्य नहीं कराया जा रहा था। मौके पर मस्टररोल नहीं होने एवं अन्य अनियमितताएं बरतने पर मेट जोगाराम को तत्काल हटा दिया गया। वहीं कनिष्ठ तकनीकी सहायक बाबूलाल को इस कार्य का एक बार भी निरीक्षण नहीं करने एवं कार्य की गुणवत्ता सही नहीं होने की वजह से कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। इसी ग्राम पंचायत में ग्रेवल सड़क आबादी भूमि से विलेज तलिया तक चल रहे कार्य पर 83 में से 42 श्रमिक मौके पर मिले। मुख्य कार्यकारी अधिकारी एल.आर.गुगरवाल ने सहायक अभियंता सुमेरसिंह एवं अन्य कार्मिकाें को ग्रेवल सड़काें की गुणवत्ता सुधारने एवं इनकी पटरी निर्माण भी कराने के निर्देश दिए। ग्राम पंचायत नोखड़ा में अपूर्ण ग्रेवल सड़क शशि नाडी से सांजटा संपर्क सड़क तक कार्य पर 95 में से 65 श्रमिक मौके पर मिले। नाइयो की नाडी खुदार्इ कार्य पर 59 में से 49 श्रमिक मौके पर मिले। यहां श्रमिकों को नाडी की पाल की दूसरी तरफ खोदी गर्इ मिटटी डालने के निर्देश दिए गए, ताकि बारिश के दौरान मिटटी बहकर वापिस तालाब में नहीं आए। इसी तरह गुणेश नाडा खुदार्इ कार्य पर 65 में से 47 श्रमिक एवं गंवार्इ नाडी नोखड़ा खुदार्इ कार्य पर 62 में 60 श्रमिक उपसिथत मिले। इस दौरान सहायक अभियंता सुमेरसिंह, सरपंच वागाराम खत्री, ग्रामसेवक मुकनाराम, ग्राम रोजगार सहायक सुखदेव भी उपसिथत थे।

मुख्य कार्यकारी अधिकारी गुगरवाल ने सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र नोखड़ा का आकसिमक निरीक्षण किया। इस दौरान डा.रामसिंह यादव 22 जून एवं पुरखाराम चौधरी मेल नर्स प्रथम 17 जून से अनुपसिथत पाए गए। उपसिथति रजिस्टर में इनकी अनुपसिथति इन्द्राज करते हुए इनके खिलाफ कार्यवाही के लिए मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को निर्देश दिए गए। इस दौरान डा.राजेश गुर्जर ने बताया कि चिकित्सालय में जेएसवार्इ में निर्मित वार्ड को पिछले दो साल से हैड ओवर नहीं किया गया है। इसके अलावा अस्पताल की छत बारिश के दौरान टपकती है। इसकी वजह से स्टाफ एवं मरीजाें को खासी परेशानी होती है। इस पर सार्वजनिक निर्माण विभाग को अधिकारियाें को इस समस्या समाधान के लिए निर्देशित किया गया।

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गूँज आपकी '' आवाज हम सब की''



गूँज आपकी '' आवाज हम सब की''



गूँज आपकी '' आवाज हम सब की'' फेसबुक मित्रों की एक पहल, जहा एक तरफ उत्तराखंड़ की आपदा में हुर्इ जन हानि से पूरा राष्ट्र शोक संतप्त में डूबा हे, इसी समय दु:ख की इस घड़ी में पीडि़त मानवता के प्रति सहयोग को परम कर्तव्य मान कर ''गूँज आपकी'' के साथियो और समाज के विभिन्न जागरूक नागरिकों ने फेसबुक पर दोस्तों से अपील द्वारा राहत सामग्री, कपड़े, बर्तन, कम्बल एवं खाद़य सामग्री एकत्रित किये है! इस एकत्रित सामग्री को ट्रक द्वारा देहरादून सिथत श्री सनातन धर्म सभा के माध्यम से उत्तराखंड़ भेजने के लिए दिनांक 30 जून, रविवार को गणेष मंदिर, मोती डूंगरी से सुबह 8 बजे रवाना किया! साथ ही ये राहत सामग्री स्वर्गीय कारगिल शहिद श्री अमित भारद्वाज के पिता श्री ओ.पी. भारद्वाज जी एवं स्व. शहिद श्री मेजर जोगिन्दर शेखावत की पत्नी श्रीमती निहारिका शेखावत तथा मंहत कैलाष शर्मा जी, (गणेष मंदिर मोती डूंगरी) की उपसिथति में रवाना की गयी।

रेप के आरोप में जज गिरफ्तार

रेप के आरोप में जज गिरफ्तार
चेन्नई। दक्षिण तमिलनाडु के एक जज को महिला पुलिस उपनिरीक्षक के साथ कथित तौर पर रेप करने और धोखाधड़ी मामले में गिरफ्तार किया गया है। जज के पिछले एक साल से पुलिसकर्मी के साथ रिश्ते थे।

पुलिसकर्मी की शिकायत के बाद निलगिरी जिले के कुन्नूर मे ज्यूडिशिलय मजिस्ट्रेट एस थंगाराज (31) को न्यायिक हिरास्त मे भेज दिया गया है। जज की उक्त महिला अधिकारी से दोस्ती थी और शादी का वादा कर उसके साथ दोस्ती बनाए रखी। हालांकि,दो महीने पहले थंगाराज ने दूसरी महिला के साथ शादी करके शादी का रजिस्ट्रेशन भी करवा लिया।

इससे नाराज,उप निरीक्षक ने पुलिस,प्रशासन और न्यायपालिका के वरिष्ठ अधिकारियो को खत लिखकर थंगाराज के खिलाफ रेप और धोखाधड़ी मामले मे कार्रवाई करने की मांग की। मद्रास हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश और रजिस्ट्रार के समक्ष दर्ज शिकायत मे उसने जज के खिलाफ "प्रतिज्ञा भंग" का आरोप लगाया।

थंगाराज को शनिवार को सुबह 6 बजे नमक्कल जिले से उनके रिश्तेदार के घर से गिरफ्तार किया जहां वह छुपा हुआ था। पुलिस ने उसे तिरूपुर न्यायिक मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया जहां से उसे 12 जुलाई तक नियायिक हिरास्त में भेज दिया।

थंगाराज के खिलाफ रेप और धोखाधड़ी के अलावा आपराधिक धमकी भय का मामला भी दर्ज किया गया है। जज ने अपने समर्थक वकीलों के जरिए दलील दी की महिला पुलिस कर्मी के साथ जो शारीरिक संबंध बनाए थे वे सहमती से बनाए थे और ये रेप की श्रेणी मे नहीं आते।

वहीं,पुलिस अधिकारी ने शनिवार को इन आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि जज के परिवार को दोनो के संबंधों के बारे में पता था और उन्होंने दोनों की शादी करवाने का आश्वासन दिया था। हालांकि,पिछले साल न्यायिक सेवा के लिए चुने गए थंगाराज ने 20 जून को दूसरी लड़की से शादी कर ली।

आईएनआई सलाहाकार ने ली 5 लाख की घूस

आईएनआई सलाहाकार ने ली 5 लाख की घूस
जयपुर। भ्रष्टचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने शनिवार देर रात रिश्वत के एक मामले में भारतीय नर्सिग संस्थान के सलाहकार महेश चंद शर्मा और उसके साथियों को घूस लेते हुए रंग हाथों पकड़कर गिरफ्तार कर लिया है।

अधिकारिक सूत्रों के अनुसार महेश चंद ने परिवादी रमेश चंद से नर्सिग सीटों को बढ़ाने के मामले में पांच लाख रूपए की रिश्वत मांगी थी। इस पर ब्यूरो ने महेश चंद को देर रात उसके आईजी अस्पताल से रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। ब्यूरो ने महेश चंद के दलाल राजेंद्र सैन को भी गिरफ्तार कर लिया।

सवाईमान सिंह अस्पताल में सैकण्ड ग्रेड के कंपाउडर महेश चंद संस्थान के अध्यक्ष दिलीप कुमार के लिए भी दलाली करता था। महेश चंद ने चार महीने पहले मानसरोवर स्थित आईजी अस्पताल को बाइस करोड़ रूपए में खरीदा था। एसीबी ने उसके पास से करीब सौ करोड़ रूपए की संपति के दस्तावेज बरामद किए हैं। इसके अलावा उसके पच्चीस नर्सिग कॉलेजों में पत्नी के नाम से साझेदार भी है।

जोधपुर में प्रॉपर्टी डीलर की हत्या

जोधपुर में प्रॉपर्टी डीलर की हत्या
जोधपुर। लूणी थाना क्षेत्र में सतना और करणी गांव के बीच रविवार सुबह एक प्रॉपर्टी डीलर की अज्ञात लोगों ने धारदार हथियार से हत्या कर दी। सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराकर शव परिजनों को सौंप दिया। पुलिस ने अपहरण के साथ हत्या का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

लूणी थाने के उपनिरीक्षक अरविंद मेघ ने बताया कि लूणी नदी के पास सरेचा निवासी आंनदाराम पुत्र बुद्धाराम विश्नोई की सुबह अज्ञात बदमाशों ने धारदार हथियार से हत्या कर दी। हत्या के बाद उसका शव नदी के घाट पर छोड़ गए।

उन्होंने बताया कि आंनदाराम शनिवार शाम 6 बजे घर से किसी मिलने की बात कहकर निकला था। इसके बाद रात 9.30 बजे उसने अपनी पत्नी को फोन किया था,इसके बाद से उसका फोन बंद आ रहा था।

रविवार सुबह उसके परिवारवालों ने थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई, लेकिन कुछ देर बाद ही पुलिस को सूचना मिली थी कि लूणी नदी के पास एक शव पड़ा है। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को अपने कब्जे लिया और परिजनों को खबर दी। जिसके बाद आंनदाराम रूप में पहचान हुई। मौके पर गाड़ी के टायर के निशान पाए गए हंै। आंनदाराम के शरीर पर कई चोट के निशान हैं जिससे पुलिस हत्या का आशंका जता रही है। इस संबंध में पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ अपहरण और हत्या का केस दर्ज कर लिया।

बायतु बाड़मेर में जमीनों के भाव गिरे ,पचपदरा में मुंहमांगी कीमते


बायतु बाड़मेर में जमीनों के भाव गिरे ,पचपदरा में मुंहमांगी कीमते

बाड़मेर । पचपदरा में रिफाइनरी की हलचल शुरू होने से पूर्व बायतु क्षेत्र में जमीन के भाव सातवें आसमान पर थे। लीलाला क्षेत्र में भाव रातों रात कई गुणा बढ़ गए। बड़ी संख्या में जमीन खरीदने वाले बायतु पहुंचने लगे। प्रति बीघा तीस लाख रूपए कीमत हो गई। बायतु कस्बे में प्रोपर्टी व्यवसाय भी पनपने लगा मगर यह रौनक व तेजी का दौर ज्यादा समय तक नहीं टिक पाया।रिफायनरी के पचपदरा जाने की घोषणा के साथ प्रोपर्टी डीलर अर्श से फर्श पर आ गए .उछल मरती जमीनों की कीमत के पाँव जमीन के अन्दर तक चले गए . वहीं बागुंडी और पचपदरा के आसपास तीस किलोमीटर के दायरे में कई जन प्रतिनिधियों और प्रशासनिक और बड़े अधिकारियो ने या तो खुद जमीने खरीद ली या अपने रिश्तेदारों के नाम जमीन खरीद ली हें .

बायतु से बाड़मेर व जोधपुर की तरफ 10 किमी की परिधि में हाइवे पर जमीन के दाम बीस से पच्चीस लाख रूपए के बीच हो गए थे। यहां जमीन खरीदने में बाहरी लोगो के साथ ही स्थानीय लोगो ने भी उत्सुकता दिखाई मगर पचपदरा में रिफाइनरी की मुहर लगने के साथ ही बायतु क्षेत्र के जमीन के भाव एक ही रात जमीन पर आ गए।
करीब पांच माह तक चले इस घटनाक्रम ने कइयों को रूला दिया। इस दौरान अधिकतर सौदे कुछ एडवांस रूपए देकर ही हुए थे जिनकी रजिस्ट्रियां बाद में होना तय हुई। कुछ ऎसे मामले भी सामने आए जिसमें निवेशक एडवांस दे गए मगर अब बायतु की तरफ लौटना ही नहीं चाहते हंै।

नहीं बिकने का मलाल
17 बीघा जमीन का सौदा करने वाले किसान को अब उसकी जमीन का खरीदार नहीं मिल पा रहा है। साढ़े पांच लाख रूपए एडवांस देने वाला खरीदार अब सौदा पूरा करने नहीं आ रहा है। वहीं एक जमीन खरीदार का कहना है कि बायतु में जमीन का सौदा कर बर्बाद हो गए।

बंद हुआ कारोबार
बायतु में प्रोपर्टी का कारोबार पूरी तरह बंद हो गया। लीलाला में रिफाइनरी की घोषणा के साथ शुरू हुआ प्रोपर्टी कारोबार अब पूरी तरह बंद हो गया तथा कारोबारियों के ऑफिसों पर ताले लग गए हैं।

केस-1 बायतु- बाड़मेर रोड पर मिठीया तला में 17 बीघा जमीन का सौदा साढ़े 22 लाख रूपए प्रति बीघा के हिसाब से हुआ। साढ़े पांच लाख बतौर एडवांस किसान को दिए गए। निवेशक ने इस दौरान तीन लाख रूपए खर्च कर जमीन समतल भी करवा दी मगर रिफाइनरी के लिए पचपदरा में जमीन की तलाश शुरू हुई तो खरीदार लौट गया।
केस-2 बायतु- जोधपुर रोड पर माधासर गोलाई में चार बीघा जमीन का सौदा साढ़े सोलह लाख रूपए प्रति बीघा के हिसाब से हुआ जिसमें बतौर एडवांस के साढ़े चार लाख रूपए भी दिए गए। रिफाइनरी जाने की घोषणा के बाद जमीन के खरीददार ने किसान से बात तक नहीं की।

केस-3 बायतु-जोधपुर रोड पर दर्जियों की ढाणी के पास 20 बीघा जमीन का सौदा 18 लाख रूपए प्रति बीघा के हिसाब से मौखिक तय हुआ। 4 लाख रूपए एडवांस भी दिए मगर तय समयावधि पूर्व होने के बावजूद निवेशक नहीं लौटा। ऎसे करीब डेढ़ दर्जन सौदे बायतु क्षेत्र में हुए हैं जिनमें एडवांस रूपए देकर गए निवेशकों ने यहां से मुंह मोड़ लिया है।
--भूमि कारोबारियों के जमावड़े से पचपदरा में मेले सा माहौल
पचपदरा में रिफाइनरी की घोषणा के बाद यहां बंगलों से लेकर झोंपडियों मे रहने वाले सभी के चेहरे चमक उठे हैं। कौडियों की जमीन का मोल लाखों होने व सौदे में भारी मुनाफे पर शहर से लोग गांव की ओर दौड़े आ रहे हैं। पचपदरा व क्षेत्र के गांवों में रौनक व उत्साह का माहौल नजर आ रहा है।

राज्य सरकार की ओर से पचपदरा क्षेत्र में रिफाइनरी लगाने की घोषणा से क्षेत्रभर में उत्सव का माहौल है। रेतीली व कम उपजाऊ जमीन को लेकर कभी अपने भाग्य को कोसने वाले क्षेत्र के ग्रामीण अब भाग्य को सराहते हुए थक नहीं रहे हैं।

आगामी दिनों में पचपदरा क्षेत्र में रिफाइनरी के निर्माण पर चालीस हजार करोड़ के होने वाले भारी निवेश पर विकास की संभावनाओं को टटोलते हुए कभी गांवों से दूर भागने वाले शहरी कारोबारी अब सारी सुख सुविधाओं को छोड़कर यहां पहुंच रहे हैं। रिफाइनरी घोषणा के एक दिन बाद ही पचपदरा की होटलों व रेस्टोरेंटो के सभी कमरों के भर जाने व इनके बाहर सैकड़ों की संख्या में लग्जरी वाहनों के जमावड़े पर इस बात को अच्छी तरह से समझा जा सकता है। प्रदेश सहित अन्य प्रदेशों से सैकड़ों की संख्या में जमीन के पहुंचे कारोबारियों पर क्षेत्र की जमीन की कीमतों के दाम आसमान छूने लगे हैं।
प्रति बीघा 30 लाख
रेतीले व कम उपजाऊ जमीन के बीते दिनों प्रति बीघा भाव करीब पच्चास हजार से लाख रूपए थे। रिफाइनरी की संभावनाओं पर इन भावों मे उछाल आया था। प्रतिबीघा जमीन के भाव चार से पांच लाख रूपए तक पहुंच गए थे। रिफाइनरी की घोषणा के बाद अब प्रति बीघा भाव करीब तीस से पैंतीस लाख रूपए हो गए हैं। खास बात है कि इन भावों में भी पचपदरा व इसके आस-पास गांवों में आसानी से जमीन मिल नहीं रही है।
इन क्षेत्रों में बढ़े भाव
पचपदरा क्षेत्र से जुड़े पचपदरा से साल्ट, आकड़ली से बागुण्डी, पचपदरा से गोपड़ी-वेदरलाई, पचपदरा से थोब, पचपदरा-कल्याणपुर-जोधपुर, पचपदरा-खेड़, खेड़ से कलावा-बागुण्डी सड़क मार्गो से सटी जमीनो की कीमतों में उछाल आया है।




भारत को तीन टूर्नामेंटों की मेजबानी


भारत को तीन टूर्नामेंटों की मेजबानी
लंदन। पहली टेस्ट चैंपियनशिप वर्ष 2017 में इंग्लैंड और वेल्स में आयोजित की जाएगी जबकि चार साल बाद होने वाले इसके दूसरे संस्करण की मेजबानी भारत को मिली है। यह टूर्नामेंट आईसीसी चैंपियंस ट्राफी का स्थान लेगा जिसे हाल में भारत ने इंग्लैंड में जीता था।

अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने शनिवार को इसकी घोषणा की। लंदन में हुई आईसीसी के वार्षिक सम्मेलन में इसकी पुष्टि की गई। आईसीसी ने एक बयान में कहा कि इंग्लैंड और वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) जून-जुलाई 2017 में टेस्ट चैंपियनशिप की मेजबानी करेगा जबकि इसका दूसरा संस्करण फरवरी-मार्च 2021 में भारत में होगा। आईसीसी ने साथ ही 2015 से 2023 तक होने वाले टूर्नामेंटों को भी अंतिमरूप दे दिया है।

भारत को 2011 में टेस्ट चैंपियनशिप के अलावा 2016 में ट्वंटी-20 विश्वकप और 2023 में होने वाले वनडे विश्वकप के लिए चुना गया है। भारत टेस्ट चैंपियनशिप और ट्वंटी-20 की पहली बार मेजबानी करेगा जबकि वनडे विश्वकप चौथी बार उसके खाते में आया है। भारत इससे पहले 1987,1996 और 2011 में वनडे विश्वकप की मेजबानी कर चुका है।

आईसीसी की इस वष्ाü टेस्ट चैंपियनशिप शुरू करने की योजना थी लेकिन प्रसारकों के हाथ खींचने से अपनी योजना को टालना पड़ा। हाल में चैंपियंस ट्राफी की सफलता को देखते हुए इसके अस्तित्व को बरकरार रखने की मांग उठी थी। लेकिन आईसीसी टेस्ट फार्मेट के लिए चैंपियनशिप आयोजित करने की जिद पर अड़ी हुई है।

विश्व संस्था के मुख्य कार्यकारी डेविड रिचर्डसन ने कहा कि इंग्लैंड में हाल में आयोजित आईसीसी चैंपियंस ट्राफी को काफी सराहा गया है। लेकिन खेल के हर प्रारूप के लिए चार साल में एक टूर्नामेंट की योजना अच्छी है और आईसीसी बोर्ड ने चैंपियंस ट्राफी के स्थान पर आईसीसी विश्व चैंपियनशिप आयोजित कराने पर सहमति जताई है।

रिचर्डसन ने कहा कि अब आईसीसी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप को हरी झंडी मिल चुकी है और अब हम इस टूर्नामेंट के फार्मेट और क्वालीफिकेशन के बारे में एक रिपोर्ट तैयार करेंगे और उसे मंजूरी के लिए आईसीसी बोर्ड को सौपेंगे। ईसीबी को पहली टेस्ट चैंपियनशिप के अलावा 2019 के वनडे विश्वकप की मेजबानी भी मिली है जबकि क्रिकेट आस्ट्रेलिया को 2020 में होने वाले ट्वंटी-20 विश्वकप के लिए चुना गया है।

अन्य अहम फैसले
1. आईसीसी ने सिफारिश की है कि हर टेस्ट टीम को चार साल में कम से कम 16 टेस्ट खेलने चाहिए।
2. वनडे और टी-20 रैंकिंग का दायरा 3 साल बढ़ाकर 4 साल किया।
3. नई रैंकिंग एक अगस्त के बजाय एक मई को अपडेट की जाएगी।
4. अफगानिस्तान को मिला 37वें असोसिएट देश का दर्जा ।




पूर्व पीएम इंदिरा गांधी पर बनेगी फिल्म

पूर्व पीएम इंदिरा गांधी पर बनेगी फिल्म
मुंबई। देश की तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी पर एक फिल्म बनायी जाएगी। बॉलीवुड निर्देशक नट्टी कुमार इंदिरा गांधी की जीवनी पर एक फिल्म बनाने जा रहे है। बताया जाता है कि इस फिल्म में वह इंदिरा गांधी की भूमिका के लिए हॉलीवुड की आस्कर प्राप्त अभिनेत्री सुशाना साराडॉन का चयन करना चाहते हैं।

नट्टी कुमार ने कहा कि इंदिरा गांधी के जीवन के कई ऎसे पहलू है जिसे फिल्म के माध्यम से दर्शकों तक पहुंचाया जाना चाहिए। नट्टी कुमार ने कहा कि बॉलीवुड में ऎसी कोई अभिनेत्री नही है जो इंदिरा गांधी का किरदार प्रभावशाली तरीके से रूपहर्ले पर्दे पर निभा सके।

उन्होंने कहा फिल्म की स्क्रिप्ट पर अभी काम चल रहा और इसके पूरे होने के बाद वह सुशान से बातचीत करेंगे। उन्होंने कहा फिल्म का नाम "द आयन लेडी इंदिरा गांधी"होगा। फिल्म तीन भाषाओं में बनाई जाएगी।

लक्ष्मीनाथ मंदिर ...जन जन का मंदिर



लक्ष्मीनाथ मंदिर ...जन जन का मंदिर



जैसलमेर नाथ सम्प्रदाय के प्रति अपने कृतज्ञता के भाव के कारण यहाँ के शासक राजतिलक के समय योगी द्वारा प्रदत्त भगवा वस्र पहनकर उनके मठाधीश के हाथ से मुकुट धारण करते रहे हैं। देवराज के पौत्र विरजराज लांझा (११ वीं सदी) के समय के कुछ शिलालेख प्राप्त होते हैं, जो किन्ही मंदिर के स्थापना से संबंधित है, शिलालेख संस्कृत में हैं तथा श्री शिव, श्री मतछण देव्य आदि शब्द से युक्त होने के कारण ऐसा प्रतीत होता है कि ये शिव, विष्णु मंदिर प्रचुरता में मिलते हैं, ये शक्ति देवी दुर्गा के विभिन्न रुपों में हैं, जिन्हें पीढ़ी-दर-पीढ़ी लोग प्रत्येक अवसर पर जैसे विवाह व पुत्त जन्म आदि के अवसर पर सर्वप्रथम पूजते हैं।

जैसलमेर में सनातन धर्म का प्राचीन मंदिर दुर्ग पर स्थित आदि नारायण का है, जो टीकमराय के मंदिर के नाम से विख्यात है, यहाँ विष्णु की अष्ठ धातु की प्रतिमा स्थापित है। रावल लक्ष्मण के समय (१३९६ से १४३७ ई.) यहाँ सन् १४३७ ई. में एक विशाल मंदिर स्थापित किया गया तथा इसमें विष्णु की प्रतिमा, लक्ष्मीनाथ के रुप में स्थापित की गई। वस्तुतः यह लक्ष्मी विष्णु दोनों की युगल प्रतिमा है। मंदिर के गर्भ गृह के गोपुर पर दशावपार के सभी देवी देवताओं का बहुत ही सुंदर शिलालेखन हुआ है। इस मंदिर के निर्माण में रावल लक्ष्मण के अतिरिक्त जैन पंचायत पुष्करणा ब्राहम्मण समाज, महेश्वरी समाज, भाटिया समाजश् खन्नी, सुनार, दरजी, हजूरी, राजपूत आदि सातों जातों द्वारा निर्माण में सहयोग दिये जाने से यह जन-जन का मंदिर कहलाता है व सभी लोग बिना किसी भेदभाव के यहाँ प्रतिदिन दर्शन के लिए जाते हैं। रावल लक्ष्मण ने जैसलमेर राज्य की संपूर्ण सत्ता भगवान लक्ष्मीनाथ के नाम पर स्वयं उसके दीवन के रुप में कार्य करने की घोषणा की थी।
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आपदा के शिकार लोगों की मदद करना हमारा कर्तव्य




आपदा के शिकार लोगों की मदद करना हमारा कर्तव्य

. शिव



उत्तराखंड में दस दिन पूर्व हुई भयंकर प्राकृतिक आपदा के शिकार लोगों की सहायता के लिए शनिवार को भाजपा मंडल शिव के कार्यकर्ताओं ने पूर्व सांसद मानवेंद्र सिंह के नेतृत्व में सहायता राशि एकत्र की।

इस दौरान सांसद ने कहा कि आपदा के शिकार लोगों की क्षमतानुसार सहायता करना प्रत्येक नागरिक का कर्तव्य है। ऐसे समय जाति धर्म से ऊपर उठ कर इंसानियत का फर्ज निभाना चाहिए। पूर्व विधायक जालम सिंह रावलोत ने कहा कि शिव के लोगों ने ऐसी आपदा का सामना किया था इसलिए शिव के लोग हर समय आपदा में यथासंभव मदद करने में आगे रहते हैं। भाजपा कार्यकर्ताओं ने शिव क्षेत्र के मुख्य मार्गों का दौरा कर आमजन से सहायता राशि एकत्रित की।

इस मौके पर मंडल अध्यक्ष गिरधरसिंह कोटडिय़ा, पूर्व मंडल अध्यक्ष पुरुषोतम खत्री, कोटड़ा सरपंच ईश्वरसिंह, कैप्टन हीरसिंह, भाटी, प्रदेश कार्यसमिति सदस्य कानसिंह राजगुरु, जालमसिंह भियाड़, वीरसिंह भाटी, किसान मोर्चा अध्यक्ष पूरणसिंह राजपुरोहित, देवीसिंह बलाई, हिंदूसिंह कोटड़ा सहित कई कार्यकर्ता मौजूद थे।

चौहटन. देवभूमि उत्तराखंड में अतिवृष्टि एवं प्राकृतिक आपदा के कारण जनहानि हुई है। उत्तराखंड पीडि़त लोगों की सहायता के लिए पूर्व सांसद मानवेंद्र सिंह के नेतृत्व में पार्टी कार्यकर्ताओं ने पुरानी बैंक चौराहा, मुख्य बाजार से सहायतार्थ राशि एकत्रित की। इस मौके पर मानवेंद्र सिंह ने कहा कि अतिवृष्टि, प्राकृतिक आपदा से पीडि़त की प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रूप से सहायता करना प्रत्येक का फर्ज है। इस मौके पर अधिवक्ता रुपसिंह राठौड़, तरूण राय कागा, मंडल अध्यक्ष मालाराम विश्नोई, युवा मोर्चा के मंडल अध्यक्ष गजेसिंह, उप सरपंच अजीतसिंह राठौड़, पूर्व जिलाध्यक्ष आदूराम मेघवाल, पूर्व मंडल उपाध्यक्ष हीरालाल धारीवाल, पूर्व विधायक हरीसिंह सोढ़ा सहित दर्जनों पार्टी कार्यकर्ता मौजूद थे।

पचपदरा में कांग्रेस के दस दावेदार ,विरोधी गुट ने किया अलग आयोजन


पचपदरा में कांग्रेस के दस दावेदार ,विरोधी गुट ने किया अलग आयोजन 

 बालोतरा कांग्रेस पर्यवेक्षक बंबर ठाकुर व सहयोगियों ने शनिवार को बालोतरा में विधानसभा चुनाव को लेकर कार्यकर्ताओं की नब्ज टटोली। इस दौरान आगामी चुनाव में कांग्रेस पार्टी से चुनाव लडऩे की दस जनों ने दावेदारियां पेश की। पर्यवेक्षक के दौरे से पार्टी की फूट भी सामने आ गई। एक गुट ने जहां खेड़ गांव में अलग से आयोजन कर पर्यवेक्षक के सामने सात दावेदारियां पेश की और वर्तमान विधायक मदन प्रजापत की कार्यप्रणाली के प्रति रोष जताया। वहीं रेस्ट हाउस में आयोजित समारोह में विधायक प्रजापत सहित तीन जनों ने अपनी दावेदारी पेश की। 

कार्यकर्ता आज से ही जुट जाएं

प्रदेश में फिर से कांग्रेस की सरकार बनानी है तथा पचपदरा में कांग्रेस प्रत्याशी को जीताना है। इसके लिए कांग्रेस कार्यकर्ता आज से ही काम में जुट जाएं। राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार प्रदेश में ऐसी-ऐसी जनकल्याणकारी योजनाएं चला रही हैं, जो देश में अन्यत्र कहीं भी नहीं है। मेरा दृढ़ विश्वास है कि प्रदेश में फिर से कांग्रेस की ही सरकार बनेगी। हाईकमान ने मुझ पर भरोसा करके हिमाचल प्रदेश से यहां भेजा है आपका विश्वास जानने, आपकी भावना को मैं आगे हाईकमान तक निष्पक्ष रूप से पहुंचा दूंगा। शनिवार को स्थानीय डाक बंगले में कांग्रेस पदाधिकारियों, जनप्रतिनिधियों व कार्यकर्ताओं की सभा को संबोधित करते हुए हिमाचल प्रदेश के विधायक एवं पर्यवेक्षक बंबर ठाकुर ने उद्गार व्यक्त किए।

कांग्रेस के कार्यकर्ताओं की ओर से खेड़ में कांग्रेस पर्यवेक्षक हिमाचल प्रदेश के विधायक बंबर ठाकुर के भावभीने स्वागत सम्मान के साथ पचपदरा विधानसभा क्षेत्र के लिए कांग्रेस प्रत्याशी के लिए ज्ञापन एवं संभावित प्रत्याशियों ने भावनाएं रखी। पर्यवेक्षक ठाकुर ने केंद्र सरकार एवं विशेषकर राजस्थान के कांग्रेस सरकार के जन कल्याणकारी योजनाओं पर चर्चा की । पर्यवेक्षक के संबोधन से पूर्व दावेदार भूरा राम चौधरी, कुंपाराम पंवार, शारदा चौधरी, नरसिंग प्रजापत, विजयलक्ष्मी राजपुरोहित, राजू बोहरा, अब्दुल रहमान मोयला ने अपनी राय पर्यवेक्षक को देते हुए क्षेत्र से कांग्रेस के ऐसे प्रत्याशियों को चयन करने की बात कही, जो सभी कार्यकर्ताओं एवं जन भावनाओं का सम्मान करता हो। विधायक मदन प्रजापत के प्रति नाराजगी व्यक्त की। कार्यक्रम का संचालन ओम बांठिया ने किया। जिलाध्यक्ष फतेह, अनिल शर्मा, कुलदीप सिंह राजपुरोहित सहित कई वरिष्ठ पदाधिकारी उपस्थित रहे। उन्होंने खेड रणछोडऱाय मंदिर के दर्शन कर क्षेत्र में सुख समृद्धि की कामना की।

कांग्रेस कार्यकर्ताओं की उपस्थिति में बालोतरा ब्लॉक अध्यक्ष भंवरलाल मेघवाल, पचपदरा ब्लॉक अध्यक्ष मूलाराम पोटलिया, नगरपरिषद प्रतिपक्ष नेता रतन खत्री, पूर्व पंचायत समिति सदस्य श्रीराम गोदारा, भगवतसिंह जसोल, बाबूलाल नामा, ब्लॉक प्रवक्ता एवं महामंत्री शंकरलाल सलुंदिया, रामबाबू अरोड़ा, मंगलाराम टाक, गोविंद जीनगर, महबूब खां, हनीफ मोहम्मद मोयला, भंवरलाल दाणी, अमराराम माली, गनी मोहम्मद सुमरो, नारायणसिंह, नारायण पटेल, मोटाराम चौधरी, ओमप्रकाश धारु, रामचंद्र जीनगर, मौलाना तैय्यब हुसैन, गुलाम रसूल टाक, फैय्याज भाई, करना राम पंवार, भंवरलाल पंवार, राधेश्याम माली, रमेश कालूड़ी, शैतानसिंह राजपुरोहित, भगवानाराम भील, केसाराम भील ने खड़े होकर विधायक मदन प्रजापत की ओर से करवाए गए विकास कार्यों व मिलनसारिता की प्रशंसा करते हुए आगामी चुनावों में कांग्रेस की टिकट देने की अभिशंषा कर भारी मतों से जीताने का विश्वास दिलाया। प्रधान जमना देवी गोदारा, कृषि मंडी समिति अध्यक्ष रशीदा बानो, विजयलक्ष्मी राजुरोहित, प्रमिला खत्री सहित सैकड़ों महिलाएं व कांग्रेस कार्यकर्ता मौजूद थे, जिन्होंने हाथ उठाकर मदन प्रजापत को टिकट देने की मांग की। कार्यक्रम का संचालन कांग्रेस प्रवक्ता एवं महामंत्री शंकरलाल सलुंदिया ने किया। इस दौरान विधायक प्रजापत के अलावा पंचायत समिति सदस्य नारायण चौधरी व केवलचंद जटिया ने भी अपनी दावेदारी पेश की।

सबकी खैर मागनें वाले संत कबीर


संत कबीर
"यहु ऐसा संसार है, जैसा सेमर फूल।
दिन दस के ब्यौहार कौं, झूठे रंग न भूल।।"

दस दिन के जीवन पर मानव नाहक ही मिथ्या अभिमान करता है। वह भूल जाता है कि जीवन तो सेमल के फूल के समान क्षणभंगुर है, जो रूई के समान सब जगह उड़ जाता है। इसलिए-"काल्ह करै सो आज कर, आज करै सो अब।
पल में परलय होयगी, बहुरि करैगो कब।।"

मानव को दुष्कर्म टालते हुए सत्कर्म यथाशीघ्र पूरा कर लेना चाहिए। क्योंकि काल का कोई भरोसा नहीं, कब प्रलय आ जाए और वह कुछ अच्छा किए बगैर ही काल के गाल में समा जाए। ऐसी ही जीवन और जगत की यथार्थता का बोध कराते हुए मानव जीवन को सार्थकता की दिशा में ले जाने वाले संत कबीर का जन्म काशी में एक विधवा ब्राह्मणी के गर्भ से होना माना जाता है। कहा जाता है कि काशी में स्वामी रामानंद ने भूलवश अपने एक ब्राह्मण भक्त की विधवा कन्या को पुत्रवती होने का आशीर्वाद दे दिया जिसके फलस्वरूप संत कबीर का जन्म हुआ किन्तु लोकलाज के भय से उस ब्राह्मण कन्या ने बालक को लहरतारा नामक तालाब के किनारे छोड़ दिया, जिसे नीमा और अली या नीरू नाम के निःसंतान जुलाहा अपने घर ले आये और उसका लालन-पालन किया। कबीर का जन्म सन् 1398 ई. के लगभग माना जाता है। कहते हैं कबीर बचपन से ही हिन्दू भाव से भक्ति करने लगे थे। 'राम नाम' जपते हुए वे कभी-कभी माथे पर तिलक भी लगा लेते थे। उन्हें स्वामी रामानंद के शिष्य के साथ ही प्रसिद्ध सूफी मुसलमान फकीर शेख तकी का भी शिष्य माना जाता है।देशाटन करने के कारण उनका हठयोगियों तथा सूफी मुसलमान फकीरों से सत्संग हुआ तो उनका ’राम’ धनुर्धर साकार राम न होकर ब्रह्म के पर्याय बन गए-
"दशरथ सुत तिहुँ लोक बखाना।
राम नाम का मरम है आना।।"

कबीर की बानी ‘निर्गुण बानी‘ कहलाती है। वे रूढि़यों के विरोधी थे। अंधविश्वास, आडम्बर और पाखण्ड का उन्होंने जिस निर्भीकतापूर्वक और बेबाक ढंग से विरोध करने का साहस दिखाया वैसा अन्यत्र दुर्लभ है। उन्होंने कर्मकाण्ड को प्रधानता देने वाले पंडितों और मुल्लों दोनों को खरी-खरी सुनाई-‘‘अपनी देखि करत नहिं अहमक, कहत हमारे बड़न किया।
उसका खून तुम्हारी गरदन, जिन तुमको उपदेश दिया।।
बकरी पाती खाति है, ताको काढ़ी खाल।
जो नर बकरी खात है, जिनका कौन हवाल।।"
.................................................
"है कोई गुरु ज्ञानी जगत महँ उलटि बेद बूझै।
पानी महँ बरै, अंबहि आँखिन्ह सूझै।
कबीर का साम्प्रदायिक सद्भव आज भी हिन्दू-मुस्लिम एकता का संदेश दे रहा है-
‘हिन्दू-तुरूक की एक राह है, सतगुरु इहै बताई।
कहै कबीर सुनो हे साधे, राम न कहेउ खुदाई।।"

आज हमारा जीवन राजनीति और समाजनीति के दो पहलुओं के बीच " 'कबीर' आप ठगाइये, और न ठगिये कोय। आप ठगे सुख ऊपजै, और ठगे दुख होय।।" की तर्ज पर झूल रहा है। राजनीति के साथ समाज के हरेक व्यक्ति का कहीं न कहीं से व्यावहारिक संबंध जुड़ा हुआ है। राजनीति से परे आज साधु-संन्यासी भी दूर-दूर तक कहीं नजर नहीं आ पाते, ऐसे में यदि आज कबीर जीवित होते तो निश्चित वे अपनी वाणी से सामाजिक वैषम्य, असामंजस्य, अनुशासनहीनता, उच्छृंखलता, अनीति और अन्याय के प्रति विद्रोह प्रकट कर राजनीति के छल-कपट, वोट-नीति, फूट डालो और राज्य करो की नीति, व्यक्तिवाद की वर्चस्वता, प्रजातंत्र की आड़ लेकर राजतंत्र के कृत्य, भ्रष्टाचार और भाई-भतीजावाद के प्रति जनता को सचेत कर उनमें जान फूंक देते जिससे स्वस्थ्य राष्ट्र का निर्माण हो उठता।

शनिवार, 29 जून 2013

डॉक्टर ने प्रेगनेंट महिला से की सेक्स की डिमांड, हुई धुनाई


Accused-Dr-Soham-Dalal
अहमदाबाद।।'मुझसे सेक्स करो तो मैं मेडिकल बिल और फीस माफ कर दूंगा...।' अहमदाबाद में एक डॉक्टर ने रूटीन चेकअप लिए आई एक प्रेगनेंट महिला के सामने मेडिकल फीस माफ करने के बदले सेक्स की डिमांड रख दी। डॉक्टर को अपनी यह बेहूदा हरकत भारी पड़ गई। महिला के परिजनों ने उसकी ऐसी जमकर धुनाई कर डाली कि डॉक्टर का हाल आप तस्वीर में देख सकते हैं। पुलिस ने इस डॉक्टर को गिरफ्तार कर लिया है।

पुलिस के मुताबिक यह 28 वर्षीय महिला प्रेग्नेंसी के बाद कृष्णा हॉस्पिटल के डॉक्टर सोहम दलाल के पास रूटीन चेकअप के लिए जाया करती थी। गुरुवार को रूटीन चेकअप के दौरान डॉक्टर ने महिला के सामने जो ऑफर रखा उससे वह सन्न रह गई। आरोप है कि डॉक्टर दलाल ने महिला से कहा कि वह उसकी मेडिकल फीस माफ कर देगा, लेकिन इसके लिए उसे उससे शारीरिक संबंध बनाने होंगे।

महिला ने घर पहुंचकर डॉक्टर की शिकायत अपने पति से कर दी। शुक्रवार सुबह गुस्साए परिजनों ने हॉस्पिटल पर धावा बोल दिया। लोगों ने हॉस्पिटल पर पथराव किया और फर्नीचर तोड़ डाले। इस बीच डॉक्टर भी वहां पहुंच गया। गुस्साए परिजनों ने उसकी जमकर धुनाई कर दी। कागडापीठ पुलिस ने मौके पर पहुंचकर किसी तरह डॉक्टर को बचाया।





इंस्पेक्टर एमके लिंबत के मुताबिक महिला की शिकायत पर डॉक्टर दलाल के खिलाफ केस दर्ज कर दिया गया है। डॉक्टर के बुरी तरह घायल होने के कारण उसे हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है।

अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस, दूरसंचार, राजस्थान, जयपुर द्वारा वार्षिक निरीक्षण के दूसरे चरण में पुलिस लार्इन जैसलमेर निरीक्षण



अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस, दूरसंचार, राजस्थान, जयपुर द्वारा वार्षिक निरीक्षण के दूसरे चरण में पुलिस लार्इन जैसलमेर निरीक्षण
गार्ड आफ आनर की ली सलामी



अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस, दूरसंचार, राजस्थान, जयपुर श्रीमान के. नरसिम्हा राव आर्इ.पी.एस. द्वारा दिनांक 28.06.2013 एवं 29.06.2013 को जिला पुलिस जैसलमेर का वार्षिक निरीक्षण के कार्यक्रम के तहत आज दिनांक 29.06.2013 को अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस, द्वारा पुलिस लार्इन जैसलमेर में सरमोनियम परैड का निरीक्षण कर गार्ड आफ आनर की सलामी ली। जिसका नेतृत्व पुलिस अधीक्षक जिला जैसलमेर पंकज चौधरी द्वारा किया गया। उक्त परैड में वृताधिकारी वृत जैसलमेर शायरसिंह, वृताधिकारी वृत पोकरण कल्याणमल बंजारा एवं सुनील पंवार उप अधीक्षक पुलिस एवं अन्य अधिकारीकर्मचारी शरीक हुए। बाद परैड अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस द्वारा सीन आफ क्रार्इम, नाकाबंदी व वी0आर्इ0पी0 सुरक्षा के डेमो का निरीक्षण किया तथा डेमा में भाग वाले अधिकारियों से डेमो से संबंधित विचार-विमर्श किया गया तथा आवश्यक निर्देश दिये।उक्त डेमो में से सीन आफ क्रार्इम के डेमो का अच्छा प्रदर्शन के पर डेमो में भाग लेने वाले समस्त अधिकारीकर्मचारियाें का र्इनाम दिया गया। इसके बाद पुलिस कर्मियों रायट ड्रील का प्रदर्शन किया गया जिसका अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस द्वारा निरीक्षण किया गया। ड्रील के बाद अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस द्वारा पुलिस कर्मियों द्वारा एसाल्ट को पार करने के प्रदर्शन का निरीक्षण किया तथा एसाल्ट का अच्छा प्रदर्शन करने वाले कर्मचारियों को र्इनाम दिया गया। अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस द्वारा पुलिस लार्इन की समस्त शाखाओं शाखाओं का निरीक्षण कर समस्त शाखा प्रभारियों को आवश्यक निर्देश दिये गये व जिसमें पुलिस लार्इन मैस एवं जिम के प्रभारियों के अच्छे कार्य को सराते हुए र्इनाम दिया गया। बाद निरीक्षण श्रीमानजी द्वारा समस्त अधिकारियोंकर्मचारियों पुलिस लार्इन में सिथत जगन्नाथ इण्डोर स्टेडियम सम्पर्क सभा ली गर्इ। सम्पर्क सभा में अधिकारियोंकर्मचारियों की समस्याओं को सुना एवं समस्याओं का समाधान के निर्देश दिये। श्रीमानजी द्वारा समस्त कर्मियों को पुलिस की अच्छी बनाने की बात कही तथा शराब एवं अन्य नशे से दूर रहने की हिदायत दी तथा अपने शरीर को स्वस्थ रखने हेतु नियमित व्यायामक करने की समझार्इश की तथा अपने बच्चों के भविष्य को उज्जवल बनाने हेतु उन्हे उच्च शिक्षा देने की समझार्इश।

वृत कार्यालय जैसलमेर एवं कोतवाली का निरीक्षण

पुलिस लार्इन जैसलमेर के निरीक्षण के बाद अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस, द्वारा पुलिस थाना जैसलमेर, वायरलैंस कार्यालय, अन्वेषण भवन व वृत कार्यालय जैसलमेर का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान पुलिस थाना में पदस्थापित अधिकारियोंकर्मचारियों से अपने-अपनेे बीट के बारे में जानकारी प्राप्त कर, बीट से संबंधित समस्त प्रकार की जानकारी रखने के निर्देश दिये तथा इसके साथ-साथ थाने के समस्त संधाारित रेकर्ड का अवलोकन कर आवश्यक दिशा निर्देश दिये।




रामदेवरा पहूच, मंदिर के दर्शन कर सुरक्षा इंतजाम का जायजा लिया

अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस जिला जैसलमेर का निरीक्षण करने के बाद रवाना होकर रामदेवरा पहूचे, रामदेवरा में मंदिर में बाबा की समाधि के दर्शन कर मंदिर के व्यवस्थापिकों के साथ विचार-विमर्श कर मंदिर के सुरक्षा इंतजाम के बारे में जानकारी प्राप्त की तथा जिले के उच्चाधिकारियों एवं थानाधिकारी रामदेवरा को आवश्यक उचित निर्देश दिये व पुलिस थाना रामदेवरा का आकसिमक विजिट किया तथा थाने की व्यवस्थाओं के बारे में जानकारी प्राप्त कर निर्देश दिये। रामदेवरा मंदिर एवं थाना के विजिट के दौरान जिला पुलिस अधीक्षक पंकज चौधरी श्रीमानजी के साथ रहे।

पूर्व पति का गुप्तांग काटा, महिला को उम्रकैद



पूर्व पति का गुप्तांग काटा, महिला को उम्रकैद
वाशिंगटन। अमरीका की एक अदालत ने अपने पूर्व पति का गुप्तांग काट कर कचरे में फेंकने की दोषी महिला को उम्रकैद की सजा सुनाई है। इधर महिला का कहना है कि ऎसा करके उसने कोई अपराध नहीं किया है। उसका पूर्व पति इसी लायक था।


पचास वर्षीय कैथरीन कीयू सात साल की पैरोल की मांग कर सकती है। कैथरीन के वकील का कहना है कि उसकी मुवçक्कल मानसिक रूप से ठीक नहीं हैं। वकील इसके लिए पूर्व पति और बचपन में हुए दुव्यवहार को दोषी बता रहे हैँ। कैथरीन का कहना है कि उसे अपने किए पर किसी त रह का पछतावा नहीं है।

दूसरी ओर, कैथरीन के पूर्व पति का कहना है कि इस घटना के बाद वह संकट के दौर से गुजर रहे हैं। उनकी जिंदगी इस हादसे के बाद से पूरी तरह से बर्बाद हो चुकी है।

पूर्व पति का कहना है इस घटना से पहले कैथरीन ने उसे नींद की गोलियां खिला दी और उसे बिस्तर से बांध दिया। पति जब गहरी नींद में सो गया तो उसने चाकू से उसका गुप्तांग काटकर रसोई के कचरे में फेंक दिया। यह घटना उस घटी जब दोनों के बीच तलाक की कार्रवाई चल रही थी। a

श्रीगंगानगर में खुली जेल के प्रहरी की हत्या


श्रीगंगानगर। जैतसर की खुली जेल के प्रहरी जैतसर की खुली जेल के प्रहरी कृष्णलाल(52) की शुक्रवार देर रात धारदार हथियार से वार कर हत्या कर दी। वारदात के बाद से जेल से कैदी पृथ्वीराज फरार है।

जेल व पुलिस प्रशासन को वारदात का पता शनिवार सुबह चला। प्रहरी मूल रूप से अलवर जिले के मालाखेड़ा पुलिस थाना के धोलासर गांव का निवासी है तथा वह खुली जेल में पिछले दस साल से तैनात था। प्रहरी का खून सना शव सुबह बैरक के बाहर खुले में चारपाई से बरामद किया गया। प्रहरी का शव सुबह बैरक के बाहर चारपाई पर बरामद हुआ। उसके सिर पर तेज धार से वारकर हत्या की गई।
सूचना के बाद अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मनोजकुमार व रायसिंहनगर के उप अधीक्षक रामकिशन सोनगरा सहित पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे। पुलिस मामले की गहनता से जांच कर रही है।

कांस्टेबल ने बेटे को गोली मारी

कांस्टेबल ने बेटे को गोली मारी
जोधपुर/ओसियां। मामूली कहासुनी के बाद बैस बॉल का बैट उठाने से आवेश में पुलिस के एक कांस्टेबल ने शुक्रवार रात ओसियां में अपने ही पुत्र को गोली मार दी। हत्या के बाद कांस्टेबल स्वयं ओसियां थाने पहुंचा और वारदात की जानकारी दी। पुलिस ने उसे हिरासत में लेकर कार्रवाई शुरू की है।

पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) राहुल प्रकाश के अनुसार पुलिस कमिश्Aरेट के खाण्डा फलसा थाने में कांस्टेबल मनोहरसिंह चौहान (45) ने ओसियां के निकटवर्ती चौहानों की ढाणी स्थित घर में अपने पुत्र घनश्यामसिंह (17) को गोली मार दी। जिससे उसकी मौके पर ही मृत्यु हो गई। प्रारम्भिक जांच में सामने आया कि मनोहरसिंह ने यह गोली घर में रखी .22 की एयरगन से चलाई थी। जो अभी तक बरामद नहीं हुई है।

पुत्र की हत्या के बाद कांस्टेबल स्वयं रात करीब नौ बजे ओसियां थाने पहुंचा और थाना प्रभारी जुल्फिकार अली को पूरे घटनाक्रम से अवगत कराया। पुलिस ने उसे हिरासत में लिया है। कार्रवाई के बाद शव को ओसियां के राजकीय अस्पताल की मोर्चरी में रखा गया है, जहां शनिवार सुबह पोस्टमार्टम कराया जाएगा।

एक माह की पीएल पर आया था घर
कांस्टेबल मनोहरसिंह खाण्डा फलसा थाने की चांदपोल चौकी में तैनात था। वह एक माह के पीएल अवकाश पर गत 24 जून को ही गांव गया था। उसके पिता भी पुलिस में एमटीओ थे।

बैट सेे मारने को आया था पुत्र
प्रारम्भिक पूछताछ में मनोहरसिंह ने पुलिस को बताया कि रात को घर में किसी बात को लेकर पुत्र से तकरार हो गई।
दोनों में कहासुनी इतनी बढ़ गई कि पुत्र बैस बॉल का बैट लेकर पिता को मारने के लिए बढ़ने लगा। यह देख पिता ने पास ही रखी बन्दूक से पुत्र पर गोली चला दी। जो उसके पेट के निचले हिस्से में लगी और मौके पर ही दम टूट गया। मृतक घनश्यामसिंह 12वीं कक्षा का छात्र था और चामूं स्थित ननिहाल में छात्रावास में पढ़ाई कर रहा था।

पत्नी की हत्या कर पति कुएं में कूदा

पत्नी की हत्या कर पति कुएं में कूदा 

रोहट(पाली)। थाना क्षेत्र के केरला गांव में गुरूवार देर रात एक पति ने अपनी ही पत्नी की धारदार हथियार से वार कर हत्या कर दी। वारदात को अंजाम देने के बाद पति खुद भी कुएं में कूद गया। यह पूरी वारदात उनके बच्चों के सामने ही हुई।

ग्रामीण वृत्ताधिकारी विकास शर्मा के अनुसार केरला मिश्रीलाल (50) पुत्र वेनाराम ने गुरूवार शाम को अपनी पत्नी सारकी देवी (45) से शराब के लिए रूपए मांगे। लेकिन उसकी पत्नी ने रूपए देने से इनकार कर दिया। घर पर उसके एक बेटे और एक बेटी ने बीच-बचाव कर मामला शांत करवाया। इसके बाद सभी परिवार के लोग खाना खा कर सो गए। रात साढ़े बारह बजे सारकी देवी के चिल्लाने की आवाजें आई। उसके बेटे ने उठ कर देखा तो मिश्रीलाल कूट से पत्नी के सिर, हाथ व पैरों पर वार कर रहा था।


बच्चे बचाने दौड़े तब तक मिश्रीलाल बाहर से दरवाजा बंद कर भाग गया। बेटे की चिल्लाने की आवाज सुन पड़ोसी मौके पर पहुंचे और पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने मौका मुआयना किया और आरोपित पति की तलाश शुरू की। सुबह गांव के समीप नदी किनारे कुएं में पति का शव मिला। पुलिस ने शव बाहर निकलवा कर परिजनों को सुपुर्द किया। घटना की जानकारी लगते ही ग्रामीण सीओ विकास शर्मा, रोहट थानाधिकारी सीताराम खोजा मय जाप्ता मौके पर पहुंचे। सारकी देवी के भाई बागावास बाड़मेर निवासी चुन्नीलाल पुत्र लच्छाराम की रिपोर्ट पर हत्या का मामला दर्ज किया गया।



एमपी में जान ले रहा है इश्क का जुनून



एमपी में जान ले रहा है इश्क का जुनून
भोपाल। मध्यप्रदेश में इश्क की आग जिंदगी पर भारी पड़ रही है। यहां प्यार में फेल हो रहे युवक-युवतियां जिंदगी खत्म करने में लगे हैं। आत्महत्या के ऎसे मामलों में प्रदेश का स्थान देश में तीसरा है। हर रोज लगभग एक टूटा दिल मौत को गले लगा रहा है।

ये चौंकाने वाला आंकड़ा सामने आया है नेशनल क्राइम रिकार्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) की वर्ष 2012 की रिपोर्ट में। रिपोर्ट बताती है कि महिलाओं के खिलाफ अपराधों में जहां प्रदेश नंबर वन है, वहीं प्रेम प्रसंग में जान देने वालों का भी आंकड़ा यहां कम नहीं है।

प्रदेश में बीते साल 355 लोगों ने प्यार में असफल होने पर आत्महत्या की। इनमें 187 पुरूष और 168 महिलाएं थी। आत्महत्या करने वालों में 18 से 28 वर्ष की उम्र का युवा वर्ग ज्यादा है। औसतन पुरूष भी महिलाओं के बराबर है। देश में 3849 लोगों ने प्रेम प्रसंगों में नाकामी की वजह से आत्महत्या की है।

अस्मत खोने पर जान दी : प्रदेश में 76 महिला-युवती ने दुष्कर्म के कारण आत्महत्या की। अप्राकृतिक कृत्य के शिकार 12 युवकों ने भी जान दे दी। अवैध संबंधों के कारण 175 लोगों ने आत्महत्या कर ली। इनमें 55 महिला और 67 पुरूष थे। इसमें ग्वालियर में 31, जबलपुर में 23, इंदौर में 4 व भोपाल में दो आत्महत्या हुई।

एक्सपर्ट व्यू-
प्यार एक भावनात्मक रिश्ता होता है, जिसमें अलगाव होने पर युवा आत्मघाती कदम उठा लेते हैं। परिजनों को शंका हो तो तुरंत संबंधित की काउंसलिंग कराना चाहिए।
- डॉ. वीएस पाल, वरिष्ठ मनोचिकित्सक,एमजीएम मेडिकल कॉलेज

ये हैं टॉप 5
असम 494
तमिलनाडु 488
मध्यप्रदेश 355
ओडिशा 325
कर्नाटक 316
(आंकड़े प्रेम में आत्महत्या के)


यहां बिल्कुल नहीं
लक्षद्वीप, दमनद्वीप, नागालैंड व मिजोरम ऎसे राज्य हैं जहां प्रेम प्रसंग के चलते आत्महत्या किए जाने का एक भी मामला 2012 में दर्ज नहीं हुआ। जबकि चंडीगढ़ में सिर्फ एक केस ही मिला।

जबलपुर में ज्यादा
शहर महिला पुरूष
जबलपुर 29 17
इंदौर 10 09
भोपाल 12 05
ग्वालियर 03 02

जैन समाज को मिलेगा अल्पसंख्यक का दर्जा

जैन समाज को मिलेगा अल्पसंख्यक का दर्जा
रायपुर। छत्तीसगढ़ में जैन समाज को अल्पसंख्यक घोषित करने के लिए राज्य सरकार विधानसभा के मानसून सत्र में अल्पसंख्यक अधिनियम 1996 में संशोधन करने जा रही है।

फिलहाल जैन समाज को अल्पसंख्यक का दर्जा नहीं है। जैन समाज के लोगों ने कुछ दिन पहले मुख्यमंत्री से मिलकर इस आशय की मांग उठाई थी। इसे देखते हुए शुक्रवार को राज्य कैबिनेट में अल्पसंख्यक अधिनियम में संशोधन का प्रस्ताव पेश किया गया, जिसे मंजूर कर लिया गया।

रिफायनरी फिर लौटेगा पुराना वैभव ...फिर कहलाएगी पचपदरा सिटी





रिफायनरी फिर लौटेगा पुराना वैभव ...फिर कहलाएगी पचपदरा सिटी
नमक की धरती से फूटेगी तेल की धार
चन्दन सिंह भाटी

बाड़मेर सरहदी जिले बाड़मेर के रियासतकालीन पचपदरा से ८ किमी दूर सांभरा गांव। रिफाइनरी की मुख्य साइट। राजस्थान की नमक की सबसे बड़ी सांभर झील से ही पचपदरा का साल्ट एरिया डवलप हुआ और इसका नाम सांभरा रखा गया। रिफाइनरी लगने के बाद चंद घरों वाले इस गांव का रियासतकालीन वैभव लौट आएगा। उस वक्त यह एरिया जोधपुर रियासत का हिस्सा था। अब रिफाइनरी से भी जोधपुर का कारोबार बढ़ेगा।

चारों तरफ दूर-दूर तक बियाबान के बीच बसे सांभरा में अंग्रेजों के जमाने में एक टीले पर नमक विभाग का दफ्तर और कॉलोनी बनाई गई थी। तब अंग्रेजों का हाकम यहां बैठता था। नमक की पहरेदारी करने के लिए चौकियां बनी हुई थीं। घोड़ों पर पहरेदारी होती थी। तत्कालीन मुख्यमंत्री भैरोसिंह शेखावत के वक्त 1992 में नमक की खदानों में काम करने वाले खारवालों को सरकार ने पट्टे देकर मालिक बना दिया और विभाग का दफ्तर भी शिफ्ट कर दिया। तब से आलीशान दफ्तर का भवन, डाक बंगला और करीब 70 क्वार्टर वाली कॉलोनी वीरान पड़ी है। इनमें भी 35 ठीक-ठाक हैं, बाकी खंडहर हो चुके हैं। यहीं पर एक खजाना कक्ष बना हुआ है।

इसमें सलाखों के भीतर एक तहखाने में यह खजाना आज भी इतिहास का गवाह बना हुआ है। लोहे की मोटी चद्दर से बना है भारी भरकम दरवाजा। इस पर इंग्लैंड का ताला लटक रहा है। आज यह खजाना भी मकडिय़ों के जाल से धुंधला नजर आता है।

रिफाइनरी लौटाएगी सांभरा का रियासतकालीन वैभव

जब हम इस बियाबान बस्ती में पहुंचे तो नमक विभाग के एकमात्र चौकीदार फूलचंद मिले। दफ्तर खोला और बोले- कुछ दिन पहले कलेक्टर और दूसरे अफसर आए थे। इस भवन को साफ करने की बात कह गए हैं। अब यह ऐतिहासिक भवन और कॉलोनी रिफाइनरी वालों को दे दी है। फूलचंद बताते हैं कि ४० साल हो गए यहां नौकरी करते हुए। अब तो रिटायरमेंट में एक साल बचा है, रिफाइनरी आने से पुराना वैभव तो लौटेगा, लेकिन वे यहां नहीं होंगे। अपने गांव बांसवाड़ा चले जाएंगे।


रिफाइनरी तो कर्नल के एरिया में ही रही:

बायतु के लीलाला में रिफाइनरी लगनी थी, लेकिन नहीं लगी। बायतु विधायक कर्नल सोनाराम हालांकि शिफ्टिंग से खफा है, लेकिन सांभरा व साजियाली गांव की नई साइट भी कहने को भले ही पचपदरा में हो, मगर ये गांव भी बायतु विधानसभा क्षेत्र में हैं और विधायक कर्नल ही है। विधानसभा क्षेत्रों नए सीमांकन से ये गांव भी बायतु में शामिल हो गए थे। पचपदरा की सरहद लगती है और कस्बा पास होने से विधायक मदन प्रजापत भी उत्साहित हैं। वे कहते हैं, पचपदरा का आने वाला कल चमकते रेगिस्तान की तरह सुनहरा है।

हर जाति के लोगों को होगा फायदा:

पचपदरा में रिफाइनरी लगने का फायदा हर जाति के लोगों को होगा। करीब पंद्रह हजार की आबादी वाले पचपदरा में खारवाल (नमक व्यवसाय से जुड़े लोग) की संख्या लगभग 3 हजार है। दूसरे नंबर पर 2 हजार जैन है। फिर कुम्हार, रेबारी, सुथार व अजा-जजा व अल्पसंख्यक आबादी है। पचपदरा के भंवर सिंह बताते हैं कि जैन व्यापारी कौम है और बालोतरा व्यावसायिक केंद्र हैं इसलिए उद्योग विकास में वे बड़ी भूमिका निभाएंगे। दूसरी जातियां हाथ का काम करने वाली है, उन्हें कंस्ट्रक्शन फेज और शहर बढऩे के साथ इंफ्रास्ट्रक्चर के काम में रोजगार मिल सकेगा। सांभराके गणपत खारवाल कहते हैं, नमक के काम में तो मुश्किल से दो सौ रुपए दिहाड़ी मिलती है, वह भी साल में आठ माह से ज्यादा नहीं। रिफाइनरी लगने से गांव वालों को मजदूरी तो मिलेगी।

रियल एस्टेट, होटल और ट्रांसपोट्र्स को तत्काल फायदा:

पचपदरा तिराहे पर बड़ी होटलों और रेस्टोरेंट के बाहर मंगलवार को लोगों की भीड़ लगी थी। इनमें से नब्बे फीसदी जमीन के कारोबार के सिलसिले में बातचीत कर रहे थे। कोई साइट बता रहा था तो कोई जमीनों के भाव। सोमवार को ही रिफाइनरी पचपदरा में तय हुई थी इसलिए जमीनों के भाव रातों-रात बढ़ गए। जब काम शुरू हो जाएगा, तो होटल-रेस्टोरेंट व ट्रांसपोर्टर्स का काम भी बढ़ जाएगा। पचपदरा बागुन्दी से लेकर जोधपुर तक जमीनों के भाव आसमान छूने लगे हें ,भाजपा की प्रदेशाध्यक्षा वसुंधरा राजे ने इसी इलाके में सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा की जमीने होने के आरोप लगाए थे


आशापूर्ण और नाग्नेशिया माता की आशीष


पचपदरा के विजय सिंह कहते हें की पचपदरा पर रिफायनरी की मेहर नागानेशिया माता और आशापूर्ण माता ने की हें .पचपदर फिर पचपदरा सिटी कहालाय्रेगा .पुराना वैभव लौटेगा .साम्भर में साम्भारा माता का भव्य मंदिर बना हें .


कुरजां की कलरव ख़त्म हो जायेगी


पचपदरा क्षेत्र में प्रति वर्ष हज़ारो की तादाद में प्रवासी पक्षी साइबेरियन क्रेन जिसे स्थानीय भाषा में कुरजां कहते हें आती हें .इस क्षेत्र को कुरजां के लिए सरंक्षित क्षेत्र घोषित करने की कार्यवाही चल रही थी .सँभारा ,नवोड़ा बेरा ,रेवाडा गाँवो के तालाबों पर कुरजां अपना प्रवासकाल व्यतीत करते हें .पचपदरा में वन्यजीवों की भरमार हें विशेषकर चिंकारा और कृष्णा मृग बहुतायत में हें .इसीलिए पचपदरा से आगे कल्यानपुर डोली को आखेट निषेध क्षेत्र घोषित कर रखा हें






विदेशी नमक के खिलाफ पचपदरा से छिड़ी थी जंग


-महात्मा गांधी के नमक आंदोलन से पहले पचपदरा से आयातित नमक के खिलाफ जंग छिड़ी थी। जब अंग्रेजों ने इस बात पर जोर दिया कि पचपदरा के नमक की मांग नहीं है। इसे बंद कर दिया जाना चाहिए। ऐसी स्थिति में पचपदरा से नमक के कुछ वैगनों को कराची बंदरगाह से लदान करवाने के बाद कलकत्ता भेजा गया। हालांकि यह बात अलग है कि अंग्रेजों की सुनियोजित स्पद्घार के कारण भारी नुकसान उठाना पड़ा था।
यह बात उस जमाने की है जब अंगे्रजों ने यह दावा किया था कि भारत बंगाल की जनता के पसंद का नमक पैदा नहीं कर सकता। इसकी आड़ में वे यहां विलायत से नमक लाने की मंशा रखते थे। क्योंकि बंगाल भारत में स्वच्छ नमक खाने वाला क्षेत्र माना जाता है। इसे अलावा आमतौर पर अंग्रेज लोग जहाजों के संतुलन के लिए उसमें पत्थर भरकर लाते थे। उनका मानना था कि उसे स्थान पर अगर नमक लाया जाए तो अतिरिक्त आय हो सकती है। उस समय सांभर नमक उत्पादन क्षेत्र में मशीनरी पर बि्रटिश सरकार ने भारी खर्चा किया। बावजूद इसे उत्पादन व्यय के मुकाबले कम प्राप्त हुआ। सांभर से भारी नुकसान उठाने के बाद उनका ध्यान पचपदरा के नमक उद्योग को बंद करने की तरफ गया। जब पचपदरा का नमक उद्योग संकट में पड़ने लगा तो सेठ गुलाबचंद ने नमक के कुछ वैगनों को कराची बंदरगाह से लदान करवाया। इसे अलावा कराची की नमक उत्पादन की फर्म नोशेखांजी कपनी से नमक खरीदकर नमक के एक जहाज का लदान कलकत्ता के लिए करवाया। जब यह नमक कलकत्ता के नमक बाजार में हड़ंप मच गया। उस जमाने में आयातित नमक की बि्रटिश नकंपियों का एक संगठन बना हुआ था। इसने दलालों के माफर्त पता करवाया कि पचपदरा का नमक किस भाव से बिकेगा? उस समय नमक के भाव 250 रुपए प्रति टन चल रहे थे। सेठ गुलाबचंद ने पचपदरा के नमक की विक्रय दर 175 रुपए प्रति टन बताई। लेकिन उन कंपनियों ने पचपदरा का नमक नहीं बिके इसके लिए दूसरे नमक की दर घटाकर 145 रुपए प्रति टन कर दी। इस दरिम्यान करीब दस माह तक भाव ऊपर चढ़ने के इंतजार के बाद भी कोई नतीजा नहीं निकला। ऐसे में मजबूरन भारी नुकसान में यह नमक बेचना पड़ा। इस तरह से पचपदरा नमक का यह आंदोलन सफल नहीं हो सका। परंतु पचपदरा उद्योग को चालू रखने का एक प्रयास था। इसी का नतीजा था कि टेरिक बोर्ड आन साल्ट इंडस्ट्री की स्थापना के बाद पचपदरा के खारवालों एवं मजदूरों ने हड़ताल के जरिए अंग्रेज सरकार का विरोध किया। सरकारी विरोध का नतीजा यह निकला कि सरकार ने यहां अधिक नमक की खाने खोदने की अनुमति दी।


अजब-गजब
झील नहीं,फिर भी होता है नमक उत्पादन
बाड़मेर। नमक उत्पादन स्थलों पर तकरीबन हर जगह एक झील होती है। लेकिन पचपदरा में ऐसी कोई झील नहीं है। इसे बावजूद यहां नमक का उत्पादन होता है।
पचपदरा नमक उत्पादन स्थल की एक विशेषता यह भी है कि अन्य सब स्थानों पर पानी को क्यारियों में सुखाया जाता है। परंतु पचपदरा में नमक के लिए खाने खोदी जाती है। इस समय तकरीबन 700 के करीब नमक की खाने चालू हैं। हालांकि पड़तल खानों की तादाद हजारों में है। पड़तल खान उसको कहा जाता है जिसको नमक उत्पादन बंद हो जाने के बाद दुबारा नहीं खुदवाया जाता। पचपदरा में प्रारंभिक अवस्था में पानी का घनत्व 13 से 14 डिग्री के तकरीबन रहता है। वहीं समुद्री पानी का यह घनत्व प्रारंभिक अवस्था में महज 3 डिग्री होता है। पानी का घनत्व मापने के लिए हाइड्रोमीटर का इस्तेमाल किया जाता है।




शुक्रवार, 28 जून 2013

समायोजन नहीं कराने पर 51 ग्रामसेवकांे को कारण बताओ नोटिस

समायोजन नहीं कराने पर 51 ग्रामसेवकांे को कारण बताओ नोटिसबाड़मेर जिले मंे महात्मा गांधी नरेगा योजनान्तर्गत वित्तीय वर्ष 2012-13 तक व्यय राषि का समायोजन नहीं कराने पर अतिरिक्त जिला कार्यक्रम समन्वयक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने ग्रामसेवकांे को जारी किए नोटिस।
बाड़मेर, 28 जून। बाड़मेर जिले मंे महात्मा गांधी नरेगा योजनान्तर्गत वित्तीय वर्ष 2012-13 तक व्यय राषि का समायोजन नहीं कराने पर बाड़मेर, षिव,सिणधरी एवं धोरीमन्ना पंचायत समितियांे की 51 ग्राम पंचायतांे के ग्रामसेवकांे को कारण बताओ नोटिस जारी किए हैं। इनको 7 जुलाई तक संबंधित कार्यक्रम अधिकारी के माध्यम से समायोजित राषि की सूचना सहित स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने के निर्देष दिए गए है।
अतिरिक्त जिला कार्यक्रम समन्वयक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी एल.आर.गुगरवाल ने बताया कि महात्मा गांधी नरेगा योजनान्तर्गत वित्तीय वर्ष 2012-13 तक व्यय राषि के समायोजन के लिए उपयोगिता प्रमाण पत्र जारी करवाकर समायोजन करने के लिए 17 से 26 जून तक पंचायत समिति स्तर पर अभियान चलाया गया था। इस अभियान के लिए जिला स्तर से प्रभारी अधिकारी नियुक्त कर प्रभावी मोनेटरिंग करने के निर्देष दिए गए थे। इस अभियान के दौरान लापरवाही बरतने पर 51 ग्राम पंचायतांे के ग्रामसेवकांे को कारण बताओ नोटिस जारी किए गए है। इस अभियान के दौरान अनुपस्थित रहने वाले ग्रामसेवकांे एवं समायोजन मंे अपेक्षानुसार प्रगति प्राप्त नहीं होने पर संबंधित ग्रामसेवकांे के खिलाफ कार्यवाही की जा रही है। उन्हांेने बताया कि बाड़मेर पंचायत समिति मंे ग्राम सेवक जगदीष गर्ग ग्राम पंचायत बूठ, कृष्ण कुमार देरासर, नारायणराम तारातरा, खीयाराम गंगाला, मदनसिंह उडंखा, भीमाराम धारासर, षिव पंचायत समिति मंे भीयाड़ भंवरलाल, मांगीलाल बीसू, लाखसिंह चेतरोड़ी, महेन्द्रसिंह गडरारोड़, नरसिंगदान हरसाणी, कैलाषदान झणकली, छगनसिंह तामलोर, बालोतरा पंचायत समिति मंे ग्रामसेवक बीरबलराम ग्राम पंचायत नेवरी, सुषील कुमार आसोतरा, जूंजाराम रैवाड़ा मैया, बायतू पंचायत समिति मंे ग्रामसेवक चन्द्रप्रकाष ग्राम पंचायत झाक, तुलसाराम जाजवा, नारणाराम लूनाडा, नगाराम खोखसर, तुलसाराम केसूंबला, कंवरलाल जाखड़ा,सिवाना पंचायत समिति मंे ग्रामसेवक बाबूलाल ग्राम पंचायत बामसीन, धोरीमन्ना पंचायत समिति मंे जगदीष ग्राम पंचायत सूदाबेरी, जगदीष चैनपुरा, मोहनलाल गुड़ामालानी, ताराराम षौभाला दर्षान, गुणेषाराम मंगले की बेरी, राणाराम बेरीगांव,मोहनलाल बारासण, अचलाराम लूखू, विरधाराम बोर, चांदाराम सिंधासवा, सूरजकरण गांधव, सिणधरी पंचायत समिति मंे मोहनलाल आदर्ष चवा, श्रीमती कमला कुड़ला, रामाराम कादानाडी, प्रभूसिंह खारा महेचान,खेताराम जूना मीठा खेड़ा, गंगाविषन दाखा, पुखराज बांड, रावताराम भूका, खीयाराम मेहलू, मूलाराम मालपूरा, भंवरलाल षिवकर, प्रभूसिंह सड़ा, भीखाराम सरली, भीखाराम सांजटा, केसाराम गोलिया, जूंजाराम सेवनियाला, पोकरराम ग्राम पंचायत होडू को कारण बताओ नोटिस जारी किए गए हैं।
गुगरवाल ने बताया कि संबंधित ग्रामसेवकांे को व्यक्तिषः निर्देष दिए गए है कि 7 जुलाई तक अपना स्पष्टीकरण कार्यक्रम अधिकारी के माध्यम से प्रस्तुत करें। निर्धारित तिथि तक स्पष्टीकरण प्राप्त नहीं होने की स्थिति मंे राजस्थान सिविल सेवा नियम सीसीए नियम 1958 के नियम 17 के तहत कार्यवाही प्रारंभ की जाएगी।

सडको पर निकले चंदा जुटाने मानवेन्द्र सिंह



सडको पर निकले चंदा जुटाने मानवेन्द्र सिंह 


बाड़मेर। राजस्थान भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कद्दावर नेता एव पूर्व सासद मानवेन्द्र सिंह उत्तराखण्ड में आपदा पीडितों की सहायता के लिए चंदा मांगने शुक्रवार को फिर सडको पर उतरे। गुरूवार की रोज सिवाना में उन्होंने विधायक कानसिंह कोटडी के साथ सिवाना में चंदा मांगा था
सिंह ने करीब बारह बजे स्टेशन रोड पहुचे तथा पैदल कार्यकर्ताओ के साथ राहगीरों एवं दुकानदारों से चंदा देने का आग्रह किया।

बेटियां छोड़ धन ले भागी घरवाली




बेटियां छोड़ धन ले भागी घरवाली
जयपुर। राजस्थान के सीकर में 2 बेटियों को लावारिश फेंकने वाली घटना के दूसरे ही शुक्रवार को फिर राजस्थान में ममता शर्मसार हुई। जयपुर में एक विवाहित महिला अपनी दो बेटियों को घर छोड़ भाग गई और साथ में पति को भी कंगाल बना गई।

जानकारी के अनुसार राजधानी के जवाहर सर्किल इलाके में कथित महिला ने भागने से पहले पति के बैंक खाते से 1.7 लाख रूपए और लॉकर से जेवर भी निकाल ले गई। पुलिस ने इस्तगासे के आधार पर मामला दर्ज करके जांच शुरू कर दी है। पुलिस का मानना है कि मामला काफी पुराना है और जांच के बाद ही हकीकत सामने आएगी।


पुलिस के अनुसार जगतपुरा के पिनारमप अपार्टमेंट निवासी संजीव कुमार ने पत्नी रूपाली के खिलाफ मामला दर्ज कराया है। संजीव कुमार के दो बेटियां है जो अब मां के बिना रह रही है। संजय के अनुसार आरोपी पत्नी रूपाली ने 9 मार्च-2012 को झांसे से बैंक खाते से 1.7 लाख रूपए निकाले और बैंक लॉकर में रखे सोने-चांदी के गहने और सामान भी निकाल लिया और मौका मिलते हुए वह बेटियों को छोड़ फरार हो गई।

उधर,पति को तीर्थस्थल पर दिया दगा

सामोद थाने में एक व्यक्ति ने शुक्रवार को एक विवाहिता की गुमशुदगी का मामला दर्ज कराया है। पुलिस ने बताया कि जुगराजपुरा अजीतगढ़ निवासी एक व्यक्ति ने मामला दर्ज कराया कि उसका पुत्र व पुत्रवधु सामोद स्थित वीर हनुमानजी के दर्शनों के लिए 25 जून को गए थे। दोपहर बाद वे मंदिर में जाने लगे तो पुत्रवधु ने मंदिर में जाने से इंकार कर उसका नीचे ही इंतजार करने की बात कही। जब उसका पुत्र डेढ़ घंटे बाद वापस लौटा तो पुत्रवधु नदारद थी।








सेना के जवानो ने हरीतिमा का दिया सन्देश

सेना के जवानो ने हरीतिमा का दिया सन्देश



बाड़मेर सरहदी जिले बाड़मेर में सीमा की सुरक्षा में जुटे सीमा सुरक्षा बल के जवानो ने पर्यावरण सरंक्षण के प्रति अपना फर्ज निभाते हुए ग्यारह सौ पोधा रोपण कर जिले में हरित क्रांति का सन्देश दिया .107 बटालियन सीमा सुरक्षा बल द्वारा शुक्रवार को मानसुन की शुरूआत होने पर बटालियन के कार्यवाहक कमाण्डेंट श्री परमिन्दर सिंह, द्वितीय कमान अधिकारी एंव अन्य अधिकारी और अन्य पदाधिकारीयों द्वारा 107 बटालियन की सभी सीमा चौकियों एंव बटालियन परिसर मगरा कैम्प बाडमेर(राजस्थान) को हरा भरा बनाने के लिए लगभग 1100 पौधों का वृक्षारोपण किया गया।

सात साल बाद पुलिस आरोपी

सात साल बाद पुलिस आरोपी
जयपुर। अभी तक पुलिस लोगों के खिलाफ राजकार्य में बाधा डालने का मामला दर्ज करती रही है, लेकिन अब पुलिस के खिलाफ ही राजकार्य में बाधा डालने का मामला सामने आया है। मामले में अदालत ने थानेदार सहित पांच पुलिसकर्मियों के खिलाफ प्रसंज्ञान लेते हुए सितंबर माह में तलब किया है।

यह है मामला
गांधीनगर स्थित न्यायशिखा में प्रेम प्रसंग के मामले में वष्ाü 2006 में पुलिस ने लड़की को न्यायिक अधिकारी के घर पर पेश किया। इसी दौरान लड़की के परिजनों को भी सूचना मिल गई और उन्होंने न्यायिक अधिकारी के आवास के बाहर जमकर हंगामा किया। इस दौरान पुलिसकर्मियों पर भी हुड़दंगियों को सूचना देने और हंगामे में साथ देने के आरोप लगे।

पुलिस ने अपनी जांच में पुलिस की भूमिका से साफ इंकार कर दिया। मामले में अधिवक्ता अजय कुमार जैन के मुताबिक सुनवाई के बाद अदालत ने पुलिस की भूमिका पर संदेह बताते हुए तत्कालीन सीआई राजेंद्र ओझा, पुलिसकर्मी कानसिंह, कैलाश नारायण सहित पांच पुलिसकर्मियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 148, 332, 352 और राजकार्य में बाधा सहित विभिन्न मामलों में प्रसंज्ञान लेते हुए सितंबर माह में तलब करने के आदेश दिए।

अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस, दूरसंचार, राजस्थान, जयपुर द्वारा प्रथम चरण में जिला पुलिस का वार्षिक निरीक्षण

अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस, दूरसंचार, राजस्थान, जयपुर द्वारा प्रथम चरण में जिला पुलिस का वार्षिक निरीक्षण
थाना एवं कार्यालयों पर आने वाले परिवादियों के साथ अच्छा व्यवहार करने के निर्देश दिये

जैसलमेर अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस, दूरसंचार, राजस्थान, जयपुर श्रीमान के. नरसिम्हा राव आर्इ.पी.एस. द्वारा दिनांक 28.06.2013 एवं 29.06.2013 को जिला पुलिस जैसलमेर का वार्षिक निरीक्षण के कार्यक्रम के तहत आज दिनांक 28.06.2013 को अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस, जैसलमेर पधारे तथा पधारने उपरान्त निरीक्षण के प्रथम चरण में पुलिस अधीक्षक कार्यालय जैसलमेर पहूच। पुलिस अधीक्षक कार्यालय में जिले के समस्त उच्चाधिकारियों एवं थानाधिकारियों के साथ ''अपराध गोष्ठी'' का आयोजन किया । अपराध गोष्ठी में पंकज चौधरी, पुलिस अधीक्षक जिला जैसलमेर के साथ रामसिंह अति0 पुलिस अधीक्षक, जैसलमेर, शायरसिंह वृताधिकारी वृत जैसलमेर, कल्याणमल बंजारा, वृताधिकारी वृत पोकरण, फाउलाल उप अधीक्षक पुलिस, सुनील पंवार उप अधीक्षक पुलिस एवं जिले के समस्त थानाधिकारी उपसिथत रहे। अपराध गोष्ठी के दौरान पुलिस अधीक्षक द्वारा जिले के हालात एवं जिले की व बार्डर एरिया की कानून शांति व्यवस्था के बारे में अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस, को रूबरू किया तथा आवश्यक निर्देश प्राप्त किये। अपराध गोष्ठी के दौरान अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस द्वारा जिले में घटित सम्पति संबंधी अपराधों विरूद्ध अधिक से अधिक कार्यवाही करने के निर्देश दिये। इसके साथ-साथ अतिरिक्त महानिदेशक द्वारा जिले के स्थार्इ वारंटियों, भगोडो एवं पीओएस को गिरफतार करने के निर्देश दिये। समस्त अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि वह अपने थाने पर आने वाले परिवादियों के साथ अच्छा व्यवहार करें तथा उनकी शिकायतों पर मुकदमा दर्ज कर कार्यवाही अमल में लावे। अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस, समस्त अधिकारियों को आपसी समन्यव बनाकर कार्यवाही करने के निर्देश दिये।

बाड़मेर जिला प्रशासन .....कचहरी परिसर से आज के समाचार



अमेरिका में स्थानीय प्रशासन को परखा
जिला प्रमुख मदन कौर ढार्इ माह की अमेरिका यात्रा से लौटी

बाडमेर, 28 जून। जिला प्रमुख श्रीमती मदन कौर अपनी करीब ढार्इ माह की अमेरिका यात्रा के पश्चात शुक्रवार को बाडमेर लौट गर्इ तथा उन्होने जिला प्रमुख का कार्यभार पुन: ग्रहण कर लिया ।

जिला प्रमुख गत 19 अप्रेल को विदेश यात्रा के तहत अमेरिका गर्इ थी। इस दौरान उन्होने अमेरिका के 7 विभिन्न राज्यों की यात्रा की तथा वहां की प्रशासनिक तथा संवैधानिक कार्य प्रणाली का अध्ययन किया तथा विकसित देश के विभिन्न आयामों की विस्तृत जानकारी हासिल की। जिला प्रमुख इस दौरान आकोया, मिसिसिपी, मिसिगन, न्यूजर्सी, वर्जिनिया गर्इ। जिला प्रमुख ने अमेरिका में शासन पद्धति का अध्ययन किया तथा उन्होने विशेषत: स्थानीय प्रशासन की कार्य प्रणाली, निर्वाचन पद्धति तथा इसमें जन भागीदारी के विभिन्न पहलुओं का आंकलन किया। उन्होने अमेरिका की काउन्टी पद्धति की भारतीय स्थानीय शासन पद्धति से तुलना की। काउन्टी के मेयर, पार्षदों के निर्वाचन पद्धति तथा विकास के संबंध में प्रस्तावों तथा उनकी परिणिती की कार्यप्रणाली की भी जानकारी ली तथा काउन्टी की कार्यपालिका के पहलुओं की भी विस्तृत जानकारी ली। उन्होने अमेरिका जैसे विकसित देश में आम जन की जीवन पद्धति को भी नजदीक से देखा तथा वहां की सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था, न्याय पद्धति, कानून व्यवस्था, पुलिस की कार्य प्रणाली, राज्यों तथा संघ की कार्यपालिका तथा विधायिका की कार्यप्रणाली को भी बारिकी से देखा।

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सतर्कता समिति की बैठक में पांच प्रकरणों का निस्तारण
बाडमेर, 28 जून। जिला जन अभाव अभियोग निराकरण समिति की शुक्रवार को आयोजित बैठक में समिति के समक्ष प्रस्तुत 14 प्रकरणों पर विस्तृत विचार विमर्श के पश्चात पांच प्रकरणों का निस्तारण किया गया। बैठक की अध्यक्षता अतिरिक्त जिला कलक्टर अरूण पुरोहित ने की।

इस अवसर पर समिति ने सभी प्रकरणों पर बिन्दुवार चर्चा की तथा जांच रिपोर्ट व जांच अधिकारी से प्रकरणों के विभिन्न पहलुओं पर विस्तार पूर्वक पूछताछ की। इस दौरान दानजी की होदी के हुकमाराम दर्जी द्वारा सात महिनों की पेंशन पोस्टमैन द्वारा हडपने के प्रकरण में पेंशन का भुगतान होने के बाद प्रकरण निस्तारित कर दिया गया तथा आरोपी को विभाग द्वारा आरोप पत्र जारी करने के निर्देश दिए गए। इसी प्रकार कृष्ण कुमार जैन द्वारा गलत पटटा जारी करने के प्रकरण में शिकायत को वापिस लेने पर प्रकरण का निस्तारण कर दिया गया। वहीं पांधी का निवाण के हनीफ द्वारा छल पूर्वक ऋण उठाने की शिकायत पर जांच के पश्चात आरोपी व्यवस्थापक के विरूद्ध कार्यवाही करने पर प्रकरण निस्तारित कर दिया गया। इसी तरह महावीर नगर में दुग्ध डेयरी के लिए बूथ लगाने के लिये भाखरसिंह के प्रकरण में नियमानुसार अनापति प्रमाण पत्र जारी नहीं होने के कारण निस्तारित कर दिया गया। इसी तरह बायतु तहसील के सुरालिया में श्रीमती चम्पा के टांका निर्माण में भुगतान नहीं होने के प्रकरण को भुगतान हो जाने के कारण निस्तारित कर दिया गया। अन्य प्रकरणों में जांच लमिबत होने के कारण संबंधित जांच अधिकारियों को तुरन्त जांच रिपोर्ट पेश करने के निर्देश दिए गए।

बैठक में जिला प्रमुख श्रीमती मदन कौर, मुख्य कार्यकारी अधिकारी एल.आर. गुगरवाल समेत संबंधित अधिकारी तथा समिति के सदस्य उपसिथत थे।

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परिवार कल्याण शिविरों का कार्यक्रम निर्धारित
बाडमेर, 28 जून। जिला प्रशासन, चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के सहयोग से जुलार्इ माह में जिले में विभिन्न स्थानों पर परिवार कल्याण शिविरों को आयोजन किया जाएगा। उक्त शिविरों में परिवार कल्याण के साथ साथ मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य सेवाएं भी उपलब्ध रहेगी।

अति0 मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (प.क.) डा. जितेन्द्रसिंह ने बताया कि 4 जुलार्इ को राणीगावं, 5 को नोखडा, 6 को कवास व बालोतरा, 7 को समदडी व बिशाला, 8 को गडरारोड, 9 को शिव व पाटोदी, 10 को बायतु, 11को रामसर व सिवाना, 12 को चौहटन व कल्याणपुर, 13 को सिणधरी व मण्डली, 14 को पचपदरा व तारातरा, 15 को भीयाड, 16 को गुडामालानी व जसोल, 17 को गिडा व गिराब, 18 को राणीगांव, 19 को नोखडा, 20 को धोरीमना व बालोतरा, 21 को कवास व समदडी, 22 को बिशाला व कितनोद, 23 को गडरारोड व नवातला, 24 को शिव व सिवाना, 25 को बायतु व जसोल, 26 को रामसर व पचपदरा, 27 को चौहटन व कल्याणपुर, 28 को गुडामालानी, 29 को सिणधरी तथा 30 जुलार्इ को धोरीमना में परिवार कल्याण शिविर का आयोंजन किया जाएगा।

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बैठक 3 जुलार्इ को
बाडमेर, 28 जून। बाडमेर में 16 अगस्त से 25 अगस्त, 13 तक आयोजित होने वाली आर्मी भर्ती रैली के संबंध में व्यवस्थाओं की समीक्षा बैठक 3 जुलार्इ को प्रात: 11.00 बजे कलेक्ट्रेट कांफ्रेन्स हाल में आयोजित की जाएगी।

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नुक्कड नाटकोें से समपार फाटकों के खतरे से अवगत कराया
बाडमेर, 28 जून। उतर पशिचम रेल्वे जोधपुर मण्डल के कलाकारों ने गडरारोड में आम जनता को जागरूक करने के लिए संरक्षा एवं सुरक्षा पर आधारित नुक्कड नाटक की प्रस्तुति दी।

सांस्कृतिक सचिव संजीव बोराणा ने बताया कि मण्डल रेल प्रबन्धक राजेन्द्र जैन के निर्देशानुसार व डी.एस.ओ. नीरज शर्मा के मार्ग दर्शन में जोधपुर मण्डल में मानव रहित समपार फाटकों पर होने वाली दुर्घटनाओं की रोकथाम के लिए एक विशेष अभियान चलाया जा रहा है जिसके तहत विभिन्न रेल्वे स्टेशनों की परिसीमा में आने वाले मानव रहित समपार फाटकों के समीप के क्षेत्रों में रेल्वे की सांस्कृतिक टीम के द्वारा नुक्कड नाटक का आयोजन कर पेम्पलेट बांटकर व पोस्टरों की सहायता से संरक्षा एवं सुरक्षा के प्रति आम जनता को जागरूक कर दुर्घटनाओं की रोकथाम का प्रयास किया जा रहा है। नाटक की तीन कडियों ''प्रथम कडी में बारात की बस, द्वितीय कडी में मोबार्इल का दुरूपयोग एवं तृतीय कडी में मजदूरों का ट्रेक्टर '' प्रस्तुत किया गया। नुक्कड नाटक में मुख्य भूमिका में देवेन्द्र व्यास (ठाकुर), दीपक सक्सेना (कडंक्टर), दिनेश चौधरी (बस ड्रार्इवर) संजीव बोराणा (ट्रेक्टर ड्रार्इवर), जय प्रकाश ( रेल ड्रार्इवर) राजेन्द्र वैष्णव (मुनीम) के साथ बन्नेसिंह, भूपेन्द्र, मंयक व्यास, प्रिन्स सोलंकी, रूपेन्द्रसिंह व रौनक पुरोहित की भूमिका एवं अभिनय सराहनीय रहा। इसमें गडरारोड के सरपंच शंकरसिंह की व्यवस्था एवं योगदान भी सराहनीय रहा।

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जोन कमिश्नर 21 हजार की रिश्वत लेते धरा



जयपुर। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने शुक्रवार को जयपुर नगर निगम के मानसरोवर जोन के जोन कमिश्नर पंकज प्रभाकर को 21 हजार रूपए की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया गया। ब्यूरो टीम ने जोन कमिश्नर के साथ-साथ उनके चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी अशोक को भी गिरफ्तार किया गया है।

एसीबी महानिरीक्षक स्मिता श्रीवास्तव ने बताया कि परिवादी अभिनव चतुर्वेदी ने ब्यूरो में शिकायत की थी कि उनका मध्यम मार्ग मानसरोवर में मकान बन रहा है। नगर निगम के जोन कमिश्नर समय पर निर्माण कार्य नियमानुसार न होने की धमकी देकर पहले ही एक लाख रूपए ले लिए थे। जिसके बाद अभिनव के मकान की दूसरी मंजिल की छत पड़ रही थी,तब जोन कमिश्नर ने एक लाख रूपए की मांग की।शिकायत पर ब्यूरो टीम ने पंकज प्रभाकर को 21 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। प्रभाकर के साथ उनके चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी अशोक को भी इस मामले में गिरफ्तार किया गया है। उक्त मामले में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत अग्रिम काईवाई की जा रही है।

सावा में उपद्रव,दुकानें-वाहन फूंके

सावा में उपद्रव,दुकानें-वाहन फूंके
चित्तौड़गढ़। शहर के निकटवर्ती सावा गांव में शुक्रवार सुबह दुर्घटना में युवक की मौत के बाद तीन डम्पर फूंक दिए गए। मामले ने बाद में साम्प्रदायिक उपद्रव का रूप धारण कर लिया। बस स्टैण्ड पर दुकानों व दुपहिया वाहनों में आग के बाद दोनों समुदायों के लोग भिड़ गए। एक समुदाय के पथराव व फायरिंग में दो जनों के जख्मी होने की सूचना है।

पुलिस ने लाठीचार्ज कर दोनों पक्षों को खदेड़ा। जिला कलक्टर सहित पुलिस व प्रशासन के आला अधिकारी मौके पर ही डटे थे। कस्बे में कर्फ्यू के हालात थे। पुलिस व प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार कन्नौज मार्ग पर एक डम्पर की टक्कर से सुबह बाइक सवार उदयलाल(22) पुत्र ओगड़ मेघवाल मौके पर ही मौत हो गई। सूचना पर ग्रामीणों ने जाम लगा दिया। पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों के नहीं पहुंचने से आक्रोशित ग्रामीणों ने वहां एक डम्पर को आग लगा दी।

इधर,बस स्टैण्ड पर दूसरे समुदाय के लोग एकत्र हो गए। इस बीच,ग्रामीणों ने दो और डम्पर फूंक दिए और बस स्टैण्ड की ओर बढ़ गए। यहां दोनों समुदाय आपस में भिड़ गए। आधा दर्जन दुकानों व दो दर्जन से अधिक दुपहिया वाहनों को आग लगा दी गई।

समुदाय विशेष की पथराव के बाद फायरिंग से दो जने जख्मी हो गए। उन्हें जिला चिकित्सालय लाया गया। पुलिस ने लाठीचार्ज व आसू गैस छोड़कर लोगों को वहां से खदेड़ा। दोपहर साढ़े बारह बजे तक शव नहीं उठाया गया और महिलाएं शव को घेरे हुए थी। मौके पर आसपास के सभी थानाधिकारियों व जाप्ता तैनात है।

बाड़मेर पर्यवेक्षको के सामने दावेदारों ने नहीं दिखाया



राजस्थान इस साल होने वाले विधानसभा चुनावो की सरगर्मिया शरू हो गई सतारूढ़ पार्टी कांग्रेस ने विधानसभा चुनावो की उम्मीदवारी के लिए मतदाताओं की मंशा जानने के उदेश्य से केन्द्रीय कांग्रेस पार्टी के पर्यवेक्षक ने शुक्रवार को बाड़मेर जिले की सात विधानसभा सीटो पर उम्मीदवारी कर रहे लोगो के प्रति जनता मतदाता और पार्टी के कार्यकर्ता उनके बार में क्या सोचते है इस बारे में पर्यवेक्षक कार्यकर्ताओ से बात कर वर्तमान विधयाक के प्रति उनका
क्या रुख है इस पर एक रिपोट तेयार कर रह है बाड़मेर जिले की बाड़मेर विधानसभा से वर्तमान कांग्रेस मेवाराम जैन ,शिव विधानसभा से वर्तमान विधायक और मंत्री अमीन खान ,हादी परिवार की और से वर्तमान चोह्टन प्रधान शमा बानो,पचपदरा विधानसभा वर्तमान विधायक मदन प्रजापत और कांग्रेस के युवा नेता ठाकराराम माली ने अपनी प्रबल दावेदारी पेश की शनिवार को यह पर्यवेक्षक गुढ़ामालानी,चोह्टन और सिवाना विधानसभा पर मतदाताओ की नब्ज टटोलेगे पर्यवेक्षक अपनी रिपोट को कांग्रेस हाई कमान को सोपेगे उसके बाद हाई कमान उमीदवार के नाम पर अपनी मुहर लगाएगे पर्यवेक्षक से जब मीडिया ने बातचीत करने चाही तो पर्यवेक्षक का कहना था कि हाई कमान ने इस बारे में मीडिया से बातचीतकरने पर रोक लगा रखी है इस मोके पर बाड़मेर सर्किट हॉउस में कांग्रेस के मंत्री ,विधायक,प्रधान ,सरपंच नगरपरिषद की सभापति पार्षद सहित कांग्रेस के सेकड़ो कार्यकर्ताओ का जमावड़ा नजर आया