मंगलवार, 30 अप्रैल 2013

केंद्रीय मंत्री जोशी पर कसेगा शिकंजा!





केंद्रीय मंत्री जोशी पर कसेगा शिकंजा! 

जयपुर। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने आईपीएल-5 के लिए भुगतान में गड़बड़ी के मामले में केन्द्रीय मंत्री एवं राजस्थान क्रिकेट संघ के अध्यक्ष सीपी जोशी समेत अन्य के खिलाफ प्राथमिक जांच (पीई) दर्ज करने का निर्णय किया है। भ्रष्टाचार मामलात की राजधानी स्थित विशेष अदालत ने गत 10 अप्रेल को आईपीएल सीजन-5 के लिए भुगतान में गड़बड़ी के मामले में सीपी जोशी और अन्य के खिलाफ एसीबी को जांच करने के आदेश दिए थे।

एसीबी की विधि शाखा से परीक्षण करवाने के बाद सोमवार को इस मामले में पीई दर्ज करने का निर्णय किया गया है। मंगलवार को जांच अधिकारी नियुक्त कर जांच शुरू की जाएगी। राजसमंद के कांकरोली निवासी प्रेम नारायण सनाढ्य की ओर से दायर इस्तगासे पर अदालत ने एसीबी को जांच करके 22 मई तक जांच रिपोर्ट पेश करने का आदेश दिया है। आरसीए चुनाव में गड़बड़ी को लेकर एसीबी में जोशी के खिलाफ पहले भी प्राथमिकी जांच चल रही है।


ये जांच के दायरे में
एसीबी ने जोशी समेत आरसीए के उपाध्यक्ष विवेक व्यास, सचिव के.के. शर्मा, एसएमएस स्टेडियम स्थित आरसीए कार्यालय के अधीक्षक मनीष जोशी तथा सक्षम इवेंट्स कम्पनी के मालिक सतीश गोपालन को भी जांच के दायरे मे रखा है। इस्तगासे में इन पर भी मिलीभगत कर हेराफेरी का आरोप लगाया था। सीपी जोशी समेत अन्य के खिलाफ प्राथमिक जांच का निर्णय किया गया है।
अजीत सिंह, एडीजी, एसीबी

कामों का ठेका एक ऎसी फर्म को दे दिया गया, जिसके पास खेल आयोजन का अनुभव ही नहीं है। ठेका भी दो करोड़ से ज्यादा राशि का दे दिया गया, जबकि काम एक करोड़ का भी नहीं था।

बिना निविदा दे दिया था ठेका
वर्ष 2012 में आईपीएल के आठ मैच जयपुर में हुए थे। इसके लिए आरसीए ने बिना निविदा जारी किए आयोजन की तैयारियों से संबंधित कार्य का जिम्मा सक्षम इवेंट्स कंपनी को दे दिया था। इसके बदले कम्पनी को 2 करोड़ 30 लाख का भुगतान किया गया। एसीबी के मुताबिक आरोप है कि एक करोड़ के काम के लिए 2.30 करोड़ का भुगतान किया गया। फ्लड लाइट व एयरकंडीशनर जैसे कार्यो के लिए आईपीएल के नाम पर भुगतान कर दिया, जबकि ये सुविधाएं पहले से मौजूद हैं। कैटरिंग, विद्युत व्यवस्था, वाई-फाई, पार्किग और मेंटेनेंसे जैसे काम के लिए दो-दो कम्पनियों को भुगतान कर दिया गया।




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