रविवार, 30 दिसंबर 2012

सरहदी जैसलमेर जिले में अल्पसंख्यक कल्याण में बेहतर उपलब्धियाँ



सरहदी जैसलमेर जिले में

अल्पसंख्यक कल्याण में बेहतर उपलब्धियाँ


- डॉ. दीपक आचार्य

जिला सूचना एवं जनसम्पर्क अधिकारी,

जैसलमेर

प्रदेश सरकार ने राजस्थान में अल्पसंख्यक कल्याण के क्षेत्र में विभिन्न योजनाओं और कार्यक्रमों के माध्यम से ऎतिहासिक आयाम स्थापित किए हैं। सरकार ने हाल के चार वर्ष में अल्पसंख्यक कल्याण की दिशा में अपूर्व उपलब्धियां हासिल कर ली हैं जिन्हें आजादी के बाद इस क्षेत्र की महत्वपूर्ण, अपूर्व एवं ऎतिहासिक माना गया है।

राज्य सरकार ने पश्चिमी सरहद के जैसलमेर जिले में अल्पसंख्यक समुदाय के कल्याण के लिये कई महत्त्वपूर्ण कदम उठाए हैं जिनका परिवेश में सुनहरा प्रभाव स्पष्ट नज़र आने लगा है। जैसलमेर जिला मुख्यालय पर जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी का पद सृजित कर इस जिले को तोहफा दिया गया है।

इस कार्यालय के माध्यम से अल्पसंख्यक समुदाय की बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने, छात्रवृत्ति प्रदान करने, मदरसों के आधुनिकीकरण, स्वरोजगार के लिये ऋण प्रदान करने के लिये अनेकों कार्य किये जा रहे हैं।

जिले में प्रधानमंत्री के पन्द्रह सूत्री कार्यक्रम के अन्तर्गत अल्पसंख्यकों को लक्ष्य के अनुरूप सरकारी योजनाओं का लाभ प्रदान किया जा रहा है। जिले में पंजीकृत 153 मदरसों में से 76 मदरसों में मिड-डे-मील के तहत अध्य्यनरत विद्यार्थियों को निःशुल्क पोषाहार के साथ ही अन्य सुविधाएँ उपलब्ध करवायी जा रही हैं।

राज्य सरकार की बजट घोषणा के तहत जिले में 75 मदरसों में 120 शिक्षा सहयोगी एवं 2 कम्प्यूटर शिक्षा सहयोगी की नियुक्ति की गई। इसमें से 32 मदरसों को कम्प्यूटरीकृत किया गया। इन मदरसों में 6 हजार 702 छात्र-छात्राएँ अध्ययनरत हैं। मदरसों के विकास के लिये एसपीक्युएम एवं ईडमी जैसी योजनाओं से आर्थिक सहयोग प्रदान किया जा रहा है जिसके तहत 8 मदरसों को 19 लाख 95 हजार रुपये की सहायता राशि उपलब्ध कराई गई।

जिले में अल्पसंख्यक वर्ग के 177 गरीब व्यक्तियों को स्वयं का रोजगार संचालन करने के लिये एक करोड़ 54 लाख रुपये का ऋण वितरण किया गया। इसी प्रकार 25आशार्थियों ने सीआईडीएस के द्वारा वॉयर इलेक्ट्रीशियन रोजगार प्रशिक्षण प्राप्त किया है। वर्ष 2012-13 में भी 49 बेरोजगार युवकों के रोजगार प्रशिक्षण प्राप्त करने के लिये आवेदन-पत्र प्राप्त हुए हैं। जिले में पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति के तहत 172 विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति का लाभ प्रदान किया गया है।

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