बुधवार, 25 अप्रैल 2012

बुजुर्गों ने की सभा, फिर देखे शगुन


बुजुर्गों ने की सभा, फिर देखे शगुन 

परंपरागत तरीके से मनाया आखातीज का पर्व 


 बालोतरा  आखातीज (अक्षय तृतीया) का पर्व उपखंड क्षेत्र में पारंपरिक तरीके से मनाया गया। इस अवसर पर गांवों में सभाओं का आयोजन हुआ और आने वाले जमाने के लिए शगुन भी देखे गए। घरों में गळवाणी व खींच का भोजन बनाया गया और सूर्य देवता की पूजा-अर्चना की गई। बच्चों ने भी इस पर्व का पूरा आनंद उठाया। बच्चे सुबह से दुल्हा-दुल्हन का रूप धरकर घर-घर गए और अक्षय तृतीया की बधाई देकर अपनी खर्ची जमा की।

बालोतरा में प्रजापत समाज, माली, घांची देवासी व मेघवाल सहित विभिन्न समाजों के लोगों ने सभा का आयोजन कर कच्ची मिट्टी के कुल्हड़ में पानी भरकर आने वाले जमाने के लिए शगुन देखे। शगुन देखकर अंदाजा लगाया जाता है कि आगामी वर्ष में इस क्षेत्र में कितनी वर्षा होगी कब होगी व कौनसा अनाज इस वर्ष अच्छा होगा। साथ ही वे देश, प्रदेश की सरकार का भविष्य भी इन कुल्हड़ के माध्यम से जानते हैं। प्रजापत समाज की ओर से आयोजित सभा में राणाराम, प्रभुराम, चौथाराम, मोहनलाल, झुंझाराज सहित समाज के लोगों ने शगुन देखे। इस दौरान सभा के बीचो-बीच बाजोट पर पांच गीली मिट्टी के बर्तन बनाकर सर्वप्रथम स्तंभ, आषाढ़, श्रावण, भाद्रवा, आसोज, वर्षाली मास के नाम देकर उसमें पानी भरकर पूजा करते हुए जय घोष किया। इस दौरान सबसे पहले आषाढ़, आसोज, भाद्रवा व श्रावण मास के बर्तन से पानी बाहर निकालने पर आगामी वर्ष में इन महिनों में अच्छी वर्षा होने व सरकार से अच्छा शासन करने की भविष्यवाणियां कर खींच, गुळवानी, ग्वारफली व काचरा की सब्जी से सामूहिक भोजन कर अपने-अपने विचार प्रकट किए। शेष त्न पेज १४

इधर टापरा गांव में आखातीज का पर्व धूमधाम से मनाया गया। गांव के 36 कौम के लोगों ने ठाकुर भैरूसिंह की कोटड़ी में एकत्रित होकर पर्व को परंपरागत तरीके से मनाया। भैरूसिंह टापरा ने बताया कि सभी ग्रामीण एकत्रित होकर कोटड़ी में आए, स्नेह मिलन से मनुहार की व आपसी प्रेमभाव बढ़ाने की बात कही। इस दौरान आने वाले जमाने को लेकर शगुन भी देखे गए। सभा में पंडित भीखालाल, ओमपुरी गोस्वामी सहित कई ग्रामीण उपस्थित थे।

सिवाना. कस्बे सहित ग्रामीण अंचल में अक्षय तृतीया पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। घरों में महिलाओं ने पारंपरिक व्यंजन बनाकर सूर्य देवता को भोग लगाकर पूजा अर्चना की। वहीं गांवों में अक्षय तृतीया पर सभाओं का आयोजन कर नए जमाने के शगुन देखे गए। मायलावास ग्राम पंचायत मुख्यालय पर सरपंच भीखी देवी की अध्यक्षता में सभा का आयोजन किया गया। सभा में अच्छे जमाने के शगुन देखे गए। सरपंच ने ग्रामीणों को बाल-विवाह जैसी कुरीतियों से दूर रहने की अपील की।

कल्याणपुर. क्षेत्र के गांवों में अक्षय तृतीया का पर्व धूमधाम से मनाया गया। सवेरे से ही ग्रामीणों की सभा में इस बार अच्छे जमाने के शगुन लिए। क्षेत्र के थोब, कल्याणपुर, नेवरी, चारलाई कला, अराबा, रेवाड़ा जेतमाल सहित आस-पास के गांवों में बच्चों ने दुल्हा-दुल्हन बनकर घर-घर जाकर अक्षय तृतीया पर्व हर्षोल्लास से मनाया। ग्रामीण भोमाराम चौधरी, मांगीलाल व रामाराम चौधरी सहित ग्रामीणों ने इस वर्ष अच्छे जमाने होने के शगुन होने की बात कही।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें