मंगलवार, 24 अप्रैल 2012

निर्मल बाबा के बचाव में उतरे सांसद जीजा, मीडिया को दी चुनौती

बोकारो.निर्मल बाबा में कुछ न कुछ सिद्धियां तो जरूर है। कई चीजों के बारे में उन्हें पहले ही ज्ञात हो जाता है। यह कहना है चतरा के सांसद और लोकसभा में पीठासीन पदाधिकारी इंदर सिंह नामधारी का। उन्होंने निर्मल बाबा का हाल के दिनों में पहली बार बचाव किया।
 
नामधारी ने कहा कि जब तीन दिसंबर 2011 को झारखंड में उनके ऊपर नक्सली हमला हुआ, उससे आठ दिन पूर्व ही दिल्ली स्थित आवास में उनके सगे साले निर्मलजीत सिंह उर्फ निर्मल बाबा ने खतरे के प्रति सावधान किया था। कहा था कि आपके ऊपर खतरा संभावित है, बुलेटप्रुफ वाहन में चला करें। इस पर मैंने कहा कि जब भगवान को मारना होगा, तो कोई नहीं बचा पाएगा और यदि जीवन बचना होगा, तो कोई मार नहीं पाएगा। उन्होंने जब इस बात पर ध्यान नहीं दिया, तो देखा कि उनकी पत्नी के सामने निर्मल की आंखों में आंसू आ गए थे।
पत्नी को उसने कहा था कि जीजाजी मुझे कभी गंभीरता से नहीं लेते। नामधारी ने आगे बताया कि जब उनके काफिले पर नक्सली हमला हो गया, तो उसके एक हफ्ता के बाद पुन: दिल्ली स्थित आवास पर निर्मलजीत आए और कहा कि खतरे की बात आपको पहले ही बताई थी। इस पर नामधारी ने कहा कि बुलेटप्रूफ गाड़ी वाले उड़ गए, लेकिन बिना बुलेटप्रूफ के ही भगवान ने मुझे बचा लिया।

इलेक्ट्रानिक मीडिया पर साधा निशाना
नामधारी ने यहां सोमवार को मीडिया से बातचीत में इलेक्ट्रानिक मीडिया पर जमकर निशाना साधा। कहा कि निर्मल बाबा पर एक अंगुली उठाने पर तीन अंगुलियां मीडिया पर ही उठेंगी। 35-36 चैनलों पर निर्मल बाबा का आत्म प्रचार विज्ञापन के रूप में चल रहा है। जिन चैनलों ने निर्मल बाबा को बेनकाब करने का बीड़ा उठाया है, उन्हीं चैनलों पर अभी भी निर्मल बाबा के कामर्शियल विज्ञापन चल रहे हैं। क्या चैनल एडवांस में ली गई रकम लौटा कर कार्यक्रम बंद नहीं कर सकते।

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