शनिवार, 21 अप्रैल 2012

अन्ना-रामदेव की राहें फिर मिलीं, कहा सरकार से नहीं कोई दुश्मनी

 

गुड़गांव .भ्रष्टाचार खत्म करने, मजबूत जनलोकपाल बिल और काला धन वापस लाने के मुद्दों पर अभी तक सरकार से अकेले-अकेले लड़ रहे अन्ना हजारे और बाबा रामदेव की राहें अब एक हो गई हैं। दोनों अभी तक एक होने की सिर्फ बातें कर रहे थे, लेकिन शुक्रवार को गुड़गांव में दोनों ने एक साथ मिलकर इन तीनों मुद्दों पर एक मई से अभियान चलाने की घोषणा की। अन्ना अपने अभियान की शुरुआत शिरडी से और बाबा रामदेव छत्तीसगढ़ के दुर्ग से करेंगे।



सरकार से नहीं है कोई दुश्मनी



अन्ना के आंदोलन को सरकार विरोधी कहे जाने पर अन्ना ने एक बार फिर कहा कि हमारा आंदोलन न तो केंद्र सरकार के खिलाफ है और ना ही किसी राजनीतिक पार्टी के। हम सिर्फ देश के लोगों को उनका हक दिलाना चाहते हैं।



हां, अगर सरकार हमारे इस मकसद में अड़चन बनती है तो उसे इसका फल भुगतना पड़ेगा। हाल ही में विभिन्न राज्यों में हो रहे चुनावों और अब दिल्ली के एमसीडी चुनावों में सरकार की जो दुर्गति हुई है वो इसी का परिणाम है। 2014 के लोकसभा चुनावों के मद्देनजर दोनों ने एलान किया कि वे अगस्त से मिलकर अपना बिगुल फूकेंगे।



बुरे लोग साथ तो अच्छे क्यों नहीं



अन्ना हजारे और बाबा रामदेव के कुछ समय पहले अलग-अलग अभियान चलाए जाने और अब एक होने के सवाल पर अन्ना ने कहा कि जब चुनावों का समय आता है तो सभी राजनेता एक-दूसरे के विपक्षी हो जाते हैं। उसके बाद सभी एक-दूसरे के दोस्त बन जाते हैं। जब बुरे लोग एक साथ एक मंच पर आ सकते हैं तो अच्छे लोगों के एक होने से सभी अचंभित क्यों हैं।



भ्रष्ट बाबा को मिले सजा



मीडिया के द्वारा भ्रष्ट बाबाओं के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के विषय में पूछे गए एक सवाल के जवाब में बाबा रामदेव ने कहा कि जो बाबा भ्रष्ट हैं उन्हें किसी कीमत पर नहीं बख्शा जाना चाहिए। बाबा हो या बाबू अगर भ्रष्ट है तो कानून के नियमों के अनुसार सजा मिलनी चाहिए।



रविशंकर भी होंगे साथ



अन्ना ने साफ कहा कि फिलहाल वो दोनों इस अभियान की शुरुआत कर रहे हैं, लेकिन कुछ दिनों में रविशंकर भी अभियान से जुड़ जाएंगे। इसके साथ ही अन्ना ने उन सब लोगों को भी अभियान से जुड़ने का निमंत्रण दिया जो समाज से जुड़े हैं।



भ्रष्टाचार पर फाइल



अन्ना टीम के मुख्य सहयोगी अरविंद केजरीवाल के गुड़गांव ना पहुंचने के विषय में एक सवाल का जवाब देते हुए अन्ना ने कहा कि हमारी अभी उनसे एक घंटे पहले बात हुई है। वे भ्रष्टाचारी नेताओं के खिलाफ सबूत एकत्रित कर फाइल बना रहे हैं।



महाराष्ट्र से जनलोकपाल



अन्ना ने कहा कि लोगों के हित के सभी महत्वपूर्ण बिल पहले महाराष्ट्र में पास हुए और उसके बाद दूसरे राज्यों व केंद्र में। इसलिए मैं चाहता हूं कि जनलोकपाल को पारित करने की शुरुआत भी पहले महाराष्ट्र सरकार करे। 26 अप्रैल को मेरा महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री से मुलाकात का कार्यक्रम है। वहां इस विषय पर चर्चा की जाएगी।

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