गुरुवार, 19 अप्रैल 2012

जासूसों ने बुलाई वेश्याएं, राष्ट्रपति की सुरक्षा पर सवाल

 

अमेरिका सुरक्षा सेवा के अधिकारियों की वेश्याओं से नजदीकियों के कारण राष्ट्रपति ओबामा और अमेरिका का दौरा करने वाले अन्य नेताओं की सुरक्षा को पैदा हुए खतरों को अमेरिकी खुफिया विभाग ने गंभीरता से लिया है।


गौरतलब है कि पिछले हफ्ते कोलंबिया में यूस सीक्रेट सर्विस के एजेंटों ने मौज मस्ती के लिए वेश्याओं को बुलाया था। इस दौरान वेश्याओं को जासूसों से बेहद संवेदनशील जानकारी हासिल हो गई जो राष्ट्रपति की सुरक्षा के लिए खतरा भी हो सकती थी।


अमेरिकी मीडिया की रिपोर्टों के मुताबिक सोमवार को संसदीय जांच समीति और यूएस सीक्रेट सेवा के निदेशक मार्क जे. सल्लीवन के बीच हुई मुलाकात में जांच समीति ने इस बात को गंभीरता से उठाया था।


संसदीय समीति ने सल्लीवन को पत्र लिखकर इस मामले में अधिक जानकारी मांगी है। पत्र में यह भी कहा गया है क क्या यूएस सीक्रेट सेवा के अधिकारियों ने क्या ये मालूम किया है कि जिन वेश्याओं को बुलाया गया था वो सब कम से कम 18 वर्ष की थी?



गौरतलब है कि कोलंबिया में सीक्रेट सेवा के जासूसों ने 11 और 12 अप्रैल को वेश्याओं को बुलाकर मौज मस्ती की थी। इस घटना के बाद से ही सीक्रेट सेवा पर सवाल उठ रहे हैं। अपने पत्र में संसदीय समीति ने भी कहा है कि यूएस सीक्रेट सर्विस को विश्व में एक दक्ष संस्था के रूप में जाना जाता है लेकिन जासूसों की इस हरकत से इसकी छवि को नुकसान हुआ है। ऐसा भी हो सकता है कि वेश्याएं किसी विदेशी ताकत के लिए जासूसी कर रही हों।



हालांकि कोलंबिया के एक होटल में वेश्याएं बुलाने की कीमत नौकरी से चुकानी पड़ी है। बुधवार को यूएस सीक्रेट सेवा ने कहा कि सेक्स स्केंडल में शामिल तीन एजेंटों को नौकरी से निकाल दिया गया है। इस मामले में फिलहाल 11 जासूसों और दस मिलिट्री सेवा के अधिकारियों के खिलाफ जांच चल रही है।





गौरतलब है कि राष्ट्रपति और अन्य वीवीआईपी लोगों की सुरक्षा और अमेरिका के मेहमानों की सुरक्षा यूएस सीक्रेट सेवा के हाथ में ही रहती है।

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