मंगलवार, 31 जनवरी 2012

भंवरी मामला: इंद्रा के लिए मलखान के परिवार पर बनाया प्रेशर!



जोधपुर.सीबीआई ने लूणी विधायक मलखानसिंह विश्नोई के परिवार पर एक बार फिर दबाव बढ़ा दिया है। मलखान की बहन इंद्रा की गिरफ्तारी के लिए दबाव बनाने तथा जांच में आई नई बातों को वेरिफाई करने के लिए मलखान के भाई परसराम की पत्नी और बिलाड़ा प्रधान कुसुम विश्नोई से पहले बिलाड़ा में पूछताछ की गई, फिर महिला सिपाही के साथ उसे सर्किट हाउस लाकर इंटेरोगेशन किया गया।

 

इस दौरान मलखान सिंह के बेटे महेंद्र, चचेरे भाई छोगाराम और ममेरे भाई बाबूलाल के साथ साढू मांगीलाल लेगा से भी दिन भर पूछताछ का दौर चला। इसके अलावा परसराम के करीबी और सोहनलाल को शरण देने वाले गोपसिंह बरना से भी पूछताछ की गई।



उधर सीबीआई की दूसरी टीम रिमांड पर चल रहे सोहनलाल के बेटे पुखराज को उसके घर तिलवासनी ले गई, जहां पैसों की बरामदगी के लिए तलाशी ली और कुछ जगहों पर मौका तस्दीक कराई गई।



आमने-सामने पूछताछ कर वेरीफाई कर रही सीबीआई



भंवरी के अपहरण और हत्या की साजिश में लिप्त पुखराज, दिनेश और रेशमाराम को सीबीआई ने सोमवार सुबह अवकाशकालीन कोर्ट में पेश कर 4 फरवरी तक और रिमांड पर लिया है। अपहरण के मुख्य आरोपी सोहनलाल के बेटे पुखराज व भतीजे दिनेश ने 25 जनवरी को समर्पण किया था।



फिर 27 जनवरी को इंद्रा के सहयोगी रेशमाराम ने भी समर्पण कर दिया था। तब से ये तीनों सीबीआई की रिमांड पर चल रहे हैं। पुखराज व दिनेश इस मामले में हुई डील में सहयोगी रहे हैं, इसलिए उन्हें शनिवार-रविवार को जेल में बंद सोहनलाल, शहाबुद्दीन, अमरचंद व सहीराम से रूबरू कराया गया था।



जांच में कुछ अलग तथ्य आने पर सीबीआई इन दोनों से पूछताछ जारी रख कर हर बात का वेरिफिकेशन करना चाहती है, मगर दोनों का रिमांड सोमवार को खत्म हो गया था। इसलिए उन्हें अवकाशकालीन कोर्ट में पेश किया गया, जहां मजिस्ट्रेट ने उनकी रिमांड अवधि 4 फरवरी तक बढ़ा दी।



रेशमाराम इंद्रा के घर हुई साजिश का राजदार है तथा इंद्रा के साथ ही फरार हुआ था, इसलिए उसे भी कोर्ट में पेश कर 5 दिन और रिमांड पर लिया है।



हिरासत अवधि पर फैसला आज



लूणी विधायक मलखानसिंह विश्नोई, भंवरी के पति अमरचंद, पूर्व उप जिला प्रमुख सहीराम, गैंगस्टर विशनाराम, उसके साथी ओमप्रकाश, कैलाश जाखड़, अशोक और उमेशाराम की न्यायिक हिरासत अवधि 30 जनवरी तक बढ़ाई थी, इसलिए उन्हें भी सोमवार को कोर्ट में पेश करना था।



राजस्थान और आसाम हाईकोर्ट के पूर्व चीफ जस्टिस चांदमल लोढ़ा के निधन के कारण सोमवार को अदालतों में अवकाश था। अब मंगलवार को उनकी न्यायिक हिरासत अवधि बढ़ाई जा सकती है।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें