शुक्रवार, 30 सितंबर 2011

फ्लॉप राजस्थान सरकार बना रही है ब्यूरोक्रेसी को निशाना : गडकरी



जयपुर। भाजपा की नेशनल एक्जीक्यूटिव की मीटिंग में शुक्रवार को दिल्ली में राजस्थान की सरकार पर जमकर निशाने साधे गए। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष नितिन गडकरी ने अपने भाषण में कहा कि कांग्रेस की सरकार ने राजस्थान को मरणासन्न हालात में धकेल दिया है। अशोक गहलोत की सरकार राजनीतिक रूप से बुरी तरह फ्लॉप हो गई है। वह अपनी नाकामियों को छुपाने के लिए प्रशासन और कानून और व्यवस्था संभाल रहे अधिकारियों को निशाना बना रहे हैं। गडकरी ने कहा कि गहलोत सरकार के ऐसे कदमों से उन्हीं अफसरों को मनोबल तोड़ा जा रहा है, जो लोगों में भरोसा जगाने का काम कर सकते हैं।
गडकरी ने कहा कि राजस्थान में हालात दिनोंदिन बदहाल और बेकाबू होते जा रहे हैं। हम मांग करते हैं कि प्रदेश में हालात को सामान्य बनाने के लिए सरकार तत्काल समुचित कदम उठाए। लोगों का पलायन रुके और पलायन कर चुके लोग वापस लौट सकें। इन हालात को हर कीमत पर सामान्य बनाने की जरूरत है। गडकरी ने कहा कि राजस्थान के गृह मंत्री शांति धारीवाल के गैरजिम्मेदाराना बयानों ने इस आग में घी का काम किया है। वे आहत और दु:खी लोगों के जख्मों पर नमक छिड़क रहे हैं।
अरुण चतुर्वेदी ने भी बताए राजस्थान के हालात



राजस्थान के प्रदेशाध्यक्ष अरुण चतुर्वेदी ने भी पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में हालात बताए। उनका कहना था कि राजस्थान में सरकार नाम की कोई चीज नहीं रह गई है। कानून और व्यवस्था बदहाल है। खुद मुख्यमंत्री ही ऐसे लोगों पर निशाना साध रहे हैं, जिन पर सरकार और प्रशासन चलाने का जिम्मा है। उनका कहना था कि प्रदेश में भाजपा अच्छा प्रदर्शन कर रही है। हाल ही के मंडी चुनावों में पार्टी को कामयाबी मिली है। पंचायती राज के उपचुनाव में कांग्रेस को तीन तो भाजपा को 7 सीटों पर सफलता हासिल हुई है। उन्होंने भंवरी देवी प्रकरण भी उठाया।
ये नेता हैं राजस्थान से



प्रदेशाध्यक्ष अरुण चतुर्वेदी के अलावा राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में नेता प्रतिपक्ष वसुंधरा राजे, गुलाबचंद कटारिया, ओम माथुर, घनश्याम तिवाड़ी, किरण माहेश्वरी, सुमन शृंगी, सुनील भार्गव आदि लोग हैं।

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