रविवार, 24 जुलाई 2011

जायरीनों ने नम आंखों से मांगी दुआएं


जायरीनों ने नम आंखों से मांगी दुआएं
बाड़मेर
सूजा शरीफ दरगाह में या मौला-ए-करीम, या परवर दिगार परेशान हाल है। हम सारे सवालियों की परेशानी दूर अता फरमा। मुल्क को आबाद व अमनो-अमान में रखना। ये दुआ सूजा शरीफ दरगाह पीर में शनिवार को सैय्यद कुत्बे आलम शाह जीलानी के सालाना उर्स मुबारक मौके पर पीर सैय्यद गुलाम हुसैन शाह जीलानी, सैय्यद मेहमूद अशरफ जीलानी अशरफी व सैय्यद मोहम्मद कलीम अशरफ जीलानी ने पढ़ी। जायरीनों ने अपने दिलों की आरजू पूरा होने, हाजरी कबूल होने, रोजी रोजगार में बरकत व नेक मकसद व जायज तमन्ना पूरी होने की दरगार में रो-रो कर दुआ मांग रहे थे। तो किसी की आंखें नम थीं। घंटों तक जियारत करने का सिलसिला चलता रहा।

शुक्रवार रात उर्स में हजारों जायरीनों ने कतारबद्ध होकर फूल, इत्र व चादर मुबारक आस्ताना-ए-आलिया में पेश किए। राजस्थान, गुजरात व महाराष्ट्र सहित कई जिलों के लोग अपने-अपने वाहनों से सूजों का निवाण पहुंचे। जायरीनों का रेला एक किलोमीटर परिधि में वाहनों की पार्किंग नजर आईं। पंडाल जायरीनों से खचाखच भरा था। उससे दस गुना लोग बाहर मैदान व रेत के टीलों पर बैठे थे।

उर्स के मौके पर दारुल उलूम फैजे सिद्दीकिया संस्था के सरपरस्त व दरगाह शरीफ कमेटी संयोजक पीर सैय्यद गुलाम हुसैन शाह जीलानी, सैय्यद मासूम शाह जीलानी स्वयं जायरीनों की खेर-खबर व खिदमत में लगे हुए थे। सदर मुदर्रिस मौलाना नूर मोहम्मद, कार्यालय सचिव अब्दुल रशीद सहित संस्था के कर्मचारी, कमेटी के सदस्य एवं समीपवर्ती गांवों के लोगों ने अपनी सेवाएं दीं।

जायरीन हुए लाभान्वित : चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की मेडिकल टीम ने निशुल्क प्राथमिक चिकित्सा परामर्श केंद्र लगाया जिससे कई जायरीन लाभान्वित हुए। उर्स में सेड़वा झांगी, सम्मो की ढाणी के लोगों ने कई जगह ठंडा पानी व शरबत की व्यवस्था की। इस मौके पर लगाई गई दुकानों से जायरीनों ने जमकर खरीदारी की।

छोटा पड़ गया गांव : पचास हजार से भी ज्यादा जायरीनों की उपस्थिति व वाहनों की लंबी कतारों से सूजों का निवाण गांव छोटा नजर आया। जलसे में जमा जायरीनों की भारी तादाद को बुजुर्गों की करामात बता लोग आपस में मुबारकबाद दे रहे थे

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें