मंगलवार, 19 जुलाई 2011

मौत की सेज से जिंदा हो उठा वह, हक्के-बक्के रह गए लोग!

गाजियाबाद। सदर अस्पताल में उसके मरने के बाद पंचनामा कर दिया गया। बाप को बेटे की मरने की खबर भेज दी गई। दुखी बाप बेटे की लाश लेने के लिए मुर्दाघर पहुंच गया। शव लेने की प्रक्रिया अभी चल ही रही थी कि बाप के फोन की घंटी बजी। फोन उठाने के बाद जो आवाज गूंजी, उसे सुन बाप के होश फाख्ता हो गए। वह और किसी की नहीं बल्कि उसके तथाकथित मरे बेटे की थी।
 
जानकारी के मुताबिक, संत कबीरनगर के रहने वाले प्रकाश 12 जुलाई को ट्रेन से गिरकर घायल हो गया। पुलिस ने उसे घायलावस्था सगर अस्पताल में भर्ती करा दिया। 15 जुलाई की रात प्रकाश अस्पताल से गायब हो गया। अस्पताल प्रशासन में अफरा-तफरी मच गई। उस लड़के की जगह पर एक दूसरे मरे व्यक्ति को बेड पर लेटा दिया गया। 
 
अस्पताल प्रशासन ने प्रकाश को मरा घोषित कर दिया। जीआरपी के एसआई पंचनामा भरने के लिए हॉस्पिटल पहुंच गए। उन्होंने शव देखकर शक जताया पर डॉक्टर ने उनकी बात को अनसुना कर दिया। परिवार को फोन कर दिया गया। प्रकाश के घर में मातम छा गया। प्रकाश के पिता शवघर पहुंचे। इस दौरान प्रकाश भी अपने घर पहुंच गया। मां बेटे को देख हक्की-बक्की रह गई।

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