शनिवार, 9 जुलाई 2011

माया सरकार की नीति, नीयत खराब

माया सरकार की नीति, नीयत खराब
 

अलीगढ़। कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी ने अलीगढ़ में किसान महापंचायत को सम्बोधित करते हुए माया सरकार पर एक बार फिर जमकर निशाना साधा। राहुल ने कहा कि यूपी सरकार की नीति ही नहीं, नीयत भी ठीक नहीं है।

राहुल ने कहा कि भट्टा परसौल, टप्पल और यूपी के हर कोने में किसानों को अपना हक मांगने पर गोलियां मिली है। उन्होंने पड़ौसी राज्य से यूपी की तुलना करते हुए कहा कि जब हरियाणा अपने किसानों को उचित मुआवजा दे सकता है तो यूपी क्यों नहीं।

राहुल ने कहा कि मुझे ऎसा कोई मजदूर, किसान नहीं मिला जो विकास के खिलाफ हो। मजदूर, किसान देश के विकास के लिए अपनी जमीन देने को तैयार है लेकिन इसके लिए उनका हक नहीं छिना जाना चाहिए। यूपी के किसान का गुस्सा जायज है।


राहुल ने कहा कि यदि दिल्ली लखनऊ में कोई जमीन बेचता है तो उसे उचित पैसा मिलता है लेकिन किसान अपने हक की बात करते हैं तो उन्हें गोली मिलती है। हरियाणा और यूपी में अधिग्रहण के लिए समान कानून है लेकिन हरियाणा सरकार किसानों के भविष्य के लिए सोचती है। उन्हें उचित मुआवजा देती है यूपी सरकार नहीं। दरअसल यूपी सरकार की नीति ही नहीं नीयत भी खराब है।

राहुल ने अपनी पदयात्रा को नौटंकी कहे जाने पर पलटवार करते हुए कहा ऎसा कहने वालों की वे परवाह नहीं करते। मेरा मानना है कि नेता को अपने लोगों से बात करनी चाहिए। उनके बीच जाना चाहिए। राहुल ने कहा कि उन्होंने चार दिन की यात्रा में इतना सीखा जितना दिल्ली में भी नहीं सीखा। इसे वे कभी नहीं भूलेंगे।

किसानों की राय से बने कानून

राहुल ने कहा कि भूमि अधिग्रहण कानून किसानों की राय और सुझाव से बनाया जाना चाहिए। इसके लिए उन्होंने सुझाव मांगे है।


राहुल दिल्ली से हेलीकॉप्टर से अलीगढ़ पहुंचे और इसके बाद नुमाइश मैदान पहुंचे। राहुल के समर्थकों ने उन्हें हल भेंट कर उनका स्वागत किया । इसके बाद राहुल को किसानों के नेता के तौर पर स्थापित करने के लिए रीता बहुगुणा जोशी ने उनके सिर पर साफा बांधकर स्वागत किया। इस मौके पर उत्तरप्रदेश कांग्रेस की अध्यक्ष रीता बहुगुणा, दिग्विजय सिंह सहित कई नेता मंच पर थे।

सभा में किसानों को भी बोलने का मौका मिला। हर एक मंडल से एक किसान सभा को सम्बोधित किया। सभा में करीब 40 किसानों ने अपनी बात करेंगे। एक तरफ किसानों का मंच बनाया गया और दूसरी तरफ राहुल का मंच था। राहुल किसानों की बात सुनी और इसके बाद उनके सवालों के जवाब दिए।


इससे पहले, कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी की पदयात्रा शुक्रवार को मथुरा के बाजना गांव में सामप्त हो गई। राहुल ने करीब 26 गांवों से होते 70 किलोमीटर की यात्रा की थी।

उत्तर प्रदेश की मायावती सरकार पर हमला बोलने के साथ-साथ विरोधियों को संदेश देते हुए राहुल ने कहा कि लखनऊ या दिल्ली में बैठकर किसानाें की समस्याएं नहीं सुलजाई जा सकती हैं। इस दौरान उन्होंने मानसून सत्र में किसान हितौषी भूमि अधिग्रहण विधेयक लाने का वादा किया।

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