रविवार, 31 जुलाई 2011

जांच में बताया बालिकाओं की हुई स्वाभाविक मौत


जांच में बताया बालिकाओं की हुई स्वाभाविक मौत
जैसलमेर जिले के सीतोड़ाई व छोड़ में नवजात बालिकाओं की मौत होने से जहां एकबारगी प्रशासन में हड़कंप मच गया था वहीं शनिवार को हुई जांच में दोनों बालिकाओं की स्वाभाविक मौत होने की पुष्टि होने पर प्रशासन ने राहत की सांस ली। गौरतलब है कि छोड़ व सीतोड़ाई गांव में जन्म के दो दिनों के भीतर नवजात बालिकाओं की मौत होने से हत्या का संदेह गहरा गया था। मामले की गंभीरता को देखते हुए कलेक्टर एम.पी. स्वामी ने फतेहगढ़ एसडीम से इसकी जांच करवाई। 

शनिवार को एसडीएम फतेहगढ़ द्वारा की गई जांच में सामने आया कि छोड़ में हुई बालिका की मौत का कारण बुखार आना पाया गया। उपखंड अधिकारी को परिवार के सदस्यों ने बताया कि 25 जुलाई की रात्रि में नवजात बालिका को तेज बुखार आया था जिससे उसकी मौत हो गई। परिजनों ने बताया कि प्रसूता के तीन लड़के व तीन लड़कियां पहले से है। इसी प्रकार सीतोड़ाई वाले मामले में भी बालिका की प्राकृतिक कारणों से मौत होना पाया गया। जांच के दौरान सामने आया कि प्रसूता का पहला प्रसव 22 जून 2010 को हुआ था। उस दौरान सात माही बच्ची ने जन्म लिया था। जिस पर परिजनों ने लाखों रुपए खर्च कर महंगा इलाज करवाकर बच्ची को बचाया और वर्तमान में बच्ची जीवित है।

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