बुधवार, 27 जुलाई 2011

शहीद की शहादत को सलाम, लेफ्टिनेंट अर्चित वर्डिया का अंतिम संस्कार सेना सम्मान के साथ किया गया








































शहीद की शहादत को सलाम, लेफ्टिनेंट अर्चित वर्डिया का अंतिम संस्कार सेना सम्मान के साथ किया गयासियाचिन की अशोक चोटी पर शहीद हुए शहर के जांबाज लेफ्टिनेंट अर्चित वर्डिया का अंतिम संस्कार सेना सम्मान के साथ यहां रानी रोड श्मशान में बुधवार सुबह किया गया। इस मौके पर परिवार सदस्यों के साथ सेना, प्रभारी मंत्री महेंद्रजीत मालविया, सांसद रघुवीर मीणा, प्रशासन, गणमान्य नागरिक,स्थानीय लोगों ने अर्चित को सेल्यूट किया।
सेना का गार्ड ऑफ ऑनर: 
रेजीमेंट 175 मीडियम के जवान शहीद साथी को सिखली रेजीमेंट के जवानों ने गार्ड ऑफ ऑनर दिया। रेजीमेंट 175 मीडियम के जवान भी अंतिम संस्कार कार्यक्रम में पहुंचें। एकलिंगगढ़ छावनी ज्यों ही शहीद अर्चित का पार्थिव शरीर लिए सेना की गाड़ी माछला मगरा स्थित बड़े पापा के निवास पहुंची तो परिवार के सब्र का बांध फुट पड़ा। शहीद की शहादत को सलाम करने वहां पहुंचा जन समूह की आंखें नम हो गई।
अर्चित अमर रहे के नारे गूंज उठे : छावनी से लेकर रानी रोड श्मशान तक अर्चित के अमर रहने के नारों की गूंज बनी रही। बीच मार्गों में भी लोगों ने अर्चित को सेल्यूट किया।
छावनी से निकली शवयात्रा : सेना की गाड़ी में कैफीन में पार्थिव देह को रखा गया। कैफीन को तिरंगा झंडे से ढका गया। शवयात्रा छावनी से रवाना होकर माछला मगरा, उदियापोल, सूरजपोल, देहलीगेट, कोर्ट चौराहा, चेटक सर्कल, महाकालेश्वर मंदिर मार्ग होते हुए रानी रोड श्मशान पहुंची। इससे पूर्व माछला मगरा स्थित अर्चित के ताऊजी के निवास स्थल पर अंतिम दर्शन के लिए कुछ देर पार्थिव देह रखा, जहां लोगों और परिवारजनों ने अंतिम दर्शन करते हुए पुष्प अर्पित किए।

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