शनिवार, 30 जुलाई 2011

निजी बैंकिंग कंपनियों की जांच के लिए चलेगा विशेष अभियान


निजी बैंकिंग कंपनियों की जांच के लिए चलेगा विशेष अभियान
सतर्कता समिति की बैठक में कलेक्टर ने दिए निर्देश
बाड़मेर
गैर सरकारी निजी बैंकिंग कंपनियों एवं क्रेडिट को- ऑपरेटिव सोसायटीज की पड़ताल के लिए विशेष जांच अभियान चलाया जाएगा। जिला स्तरीय अभाव अभियोग एवं सतर्कता समिति की शुक्रवार को आयोजित बैठक में कलेक्टर गौरव गोयल ने ये निर्देश दिए।

उन्होंने कहा जिले के बैंकिंग क्षेत्र में गैर सरकारी एवं निजी फाइनेंसर एवं क्रेडिट को- ऑपरेटिव सोसायटीज की संख्या बढ़ रही है। ये संस्थाएं लोगों को अधिक ब्याज, कम समय में जमा धन दुगुना अथवा तीन गुना जैसी लुभावनी योजनाओं के जरिए गुमराह कर रही हैं। साथ ही ऊंची ब्याज दरों पर ऋण देकर जबरन वसूली सहित गैर कानूनी गतिविधियों में लिप्त हैं। पुलिस के आर्थिक मामलों के विशेषज्ञ अधिकारियों का दल बना कर इनकी जांच के लिए अभियान चलाया जाए।

उन्होंने लीड बैंक अधिकारी को भारतीय रिजर्व बैंक की ओर से मान्यता प्राप्त संस्थाओं की सूची मंगाने, मान्यता के नियमों आदि की विस्तृत जांच करने को कहा। साथ ही बैंकिंग एवं सोसायटी की गतिविधियों से संबंधित मामलों की जानकारी एवं शिकायत सीधी उन्हें करने को कहा। सरकारी बैंकों में ऋण प्रक्रिया पर भ्रष्टाचार की बढ़ती शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए लीड बैंक अधिकारी से कड़ी कार्रवाई करने को कहा। वाहन चोरों के खिलाफ अभियान चलाने के निर्देश देते हुए नाकाबंदी कर कार्रवाई की जाए।
 

उन्होंने शाम आठ बजे के बाद अवैध शराब की बिक्री की रोकथाम के लिए पुलिस एवं आबकारी विभाग को त्वरित कार्रवाई करने की हिदायत दी। बैठक में जिले के कपूरडी गांव में बोथिया जागीर में सरकारी पड़त भूमि को गलत तरमीम करवा कर ओएनजीएसएल से करीब 33 लाख रुपए का मुआवजा दिलाने के प्रकरण में भूमि अवाप्ति अधिकारी को दुबारा जांच करने के निर्देश दिए गए। बैठक में जिला प्रमुख मदन कौर, विधायक कर्नल सोना राम चौधरी, मेवाराम जैन, पदमाराम मेघवाल, नगरपालिका अध्यक्ष उषा जैन, सहित संबंधित विभागीय अधिकारी मौजूद थे।

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