शुक्रवार, 8 जुलाई 2011

मां-बाप जल मरे बच गई बच्ची

मां-बाप जल मरे बच गई बच्ची
 

जयपुर। पारिवारिक क्लेश ने शुक्रवार को फिर से एक भरे-पूरे परिवार को उजाड़ डाला। मां-बाप ने खुद को आग के हवाले करके जान दे दी। उनकी कोशिश थी कि बच्ची भी उनके साथ जल मरे लेकिन सात महीने की बच्ची बुरी तरह झुलसने के बावजूद बच गई। दंपत्ति के रिश्तेदारों को अब यह समझ नहीं आ रहा है कि वे बच्ची के बच जाने को उसकी किस्मत कहें या बदकिस्मती? क्योंकि उसे इस दुनिया में लाने वाले मां-बाप तो अब रहे ही नहीं। बच्ची फिलहाल, रिश्तेदारों के पास ही है और मां के बिना बिलख रही है।

मामला करणी विहार थाना क्षेत्र का है। पुलिस के अनुसार, बगरू के कलवाड़ा क्षेत्र में रहने वाले भागचंद (25) की शादी करीब आठ साल पहले करणी विहार में रहने वाली बुलबुल (22) से हुई थी। शादी के कुछ समय के बाद से ही दोनों में पारिवारिक क्लेश के कारण तनाव रहने लगा। करीब सात साल से दोनों में तनाव चल रहा था। इसी तनाव के कारण बीते करीब एक साल से बुलबुल अपने पिता के घर करणी विहार में रह रही थी। गुरूवार सवेरे ही भागचंद अपनी सात महीने की बेटी तनिष्ाा और पत्नी बुलबुल को लेने आया था।

गुरूवार शाम ही दोनों में फिर से किसी बात को लेकर विवाद हो गया। बाद में बुलबुल के परिजनों ने मामला शांत कराया। शुक्रवार तड़के करीब चार बजे भागचंद उठा और अपनी पत्नी बुलबुल और सात महीने की बेटी तनिष्ाा पर केरोसिन उड़ेल दिया। साथ ही भागचंद ने खुद पर भी करोसिन उड़ेल लिया। उसके बाद भागचंद ने पत्नी-बच्ची समेत खुद को आग लगा ली।

चीख-पुकार सुन कर घर के सदस्य उठे और आग पर काबू कर तीनों को बाहर निकाला। लेकिन तब तक बुलबुल की मौत हो चुकी थी। बच्ची तनिष्ाा और भागचंद को अस्पताल भर्ती कराया गया। जहां भागचंद ने भी दम तोड़ दिया। परिजनों के अनुसार दोनों में शादी के बाद से ही किसी न किसी बात को लेकर क्लेश होता रहता था लेकिन घर के बुजुर्ग अक्सर बीच-बचाव कर मामला शांत करा देते थे।

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