शुक्रवार, 29 जुलाई 2011

बनारसी साड़ी में कंडोम का इस्तेमाल!

बनारसी साड़ी में कंडोम का इस्तेमाल! 
 

नई दिल्ली। क्या आपको मालूम है कि भारत ही नहीं पूरी दुनिया में मशहूर बनारसी साडियों को बनाने के लिए आम तौर पर किन चीजों की जरूरत होती है? आपमें से अधिकतर का जवाब होगा- सिल्क के धागे, जरी, बॉबिन वाला करघा और इसके साथ ही एक अनुभवी बुनकर। लेकिन यदि हम आपको ये बता दें कि इन सबके अलावा भी एक और अहम चीज है, जिसका बनारसी साड़ी बनाने में सालों से इस्तेमाल किया जाता रहा है। चौंकिएगा मत।

आप मानें या न मानें पर यह सच है कि बनारसी साड़ी बनाने में "कंडोम" की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। बनारस के एक बुनकर के अनुसार खासकर हैंडलूम की बनारसी साडियों में बॉबिन को चिकना बनाने के लिए "कंडोम" का इस्तेमाल किया जाता है। मोटे तौर पर एक अनुमान के मुताबिक बनारस के उन इलाकों में जहां पर बनारसी साडियों की बुनाई का काम सबसे अधिक होता है, रोजाना लगभग छह लाख कंडोम की खपत होती है।

कैसे होता है इस्तेमाल ?
बनारसी साड़ी बनाने वाले एक कारीगर महफूज आलम के अनुसार करघे पर काम करने वाला बुनकर कंडोम को बीच से काटने के बाद इसे बॉबिन पर घिसता है। कंडोम में मौजूद लुबरिकेंट बॉबिन को चिकना बना देता है, जिससे यह धागों के बीच काफी तेज गति से चलता है और बुनाई जल्दी-जल्दी होती है। आलम ने बताया कि "बनारसी साड़ी बनाने में कंडोम का इस्तेमाल किए जाने की इस तकनीक को किसने ईजाद किया, यह कोई नहीं जानता। लेकिन बनारस में जितने भी बुनकर है, लगभग वो सभी साड़ी बुनने में कंडोम का इस्तेमाल करते हैं।" आलम के मुताबिक बनारस में तकरीबन 1.5 लाख करघे हैं, जिन पर बनारसी साड़ी बुनने का काम किया जाता है और एक करघे पर रोजाना चार कंडोम इस्तेमाल किया जाता है।

फ्री व सस्ते ब्रांड का "जुगाड़"
बनारसी साड़ी बनाने के लिए इतनी भारी मात्रा में कंडोम के बंदोबस्त की कहानी भी दिलचस्प है। आलम के अनुसार परिवार नियोजन के लिए मुफ्त में बांटी जाने वाले कंडोम बनारसी साड़ी बुनने में इस्तेमाल किए जाते हैं। बनारस में ऎसे कई एनजीओ और सरकारी संस्थाएं हैं, जो फैमिली प्लानिंग के क्षेत्र में काम कर रही हैं। साड़ी बनाने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली कंडोम के लिए बुनकर आमतौर पर यहां से मिलने वाले मुफ्त कंडोम पर निर्भर करते हैं। इसके अलावा सस्ते ब्रांड के कंडोम भी बुनकरों द्वारा खरीदे जाते हैं। लेकिन बुनकर कंडोम तभी खरीदता है, जब फ्री में मिलने की गुंजाइश नहीं बची हो। बुनकरों से बनारस में संचालित हेल्थ सेंटर्स के कर्मचारियों से अच्छी मिली-भगत होती है और इस जुगाड़ की बदौलत वो काफी अधिक मात्रा में कंडोम फ्री में हासिल करने में कामयाब हो जाते हैं। 

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