रविवार, 10 जुलाई 2011

जालोर ..मेहरबान हुए इंद्र, मुस्कुराई वसुंधरा

मेहरबान हुए इंद्र, मुस्कुराई वसुंधरा













जालोर जिले भर में  रात को इंद्र देव ने बरसात की ऐसी झड़ी लगाई कि वसुंधरा भी मुस्कुरा उठी। जिले भर में रात को करीब पौने दस बजे से बरसात शुरु हुई और कुछ स्थानों को छोड़कर यह पूरी रात जारी रही। जिसके कारण रानीवाड़ा और जसवंतपुरा क्षेत्र के कई नदी नालों में पानी आया। बीते २४ घंटे में सर्वाधिक बरसात जिले के रानीवाड़ा में २०२ एमएम दर्ज की गई। जबकि भीनमाल में १५२ एमएम और सबसे कम आहोर में ३२.८ एमएम बरसात हुई। बरसात के कारण कई घरों में पानी घुस गया। कई जगहों पर यातायात बाधित रहा। आहोर उपखंड के कुआरडा गांव के समीप निंबला व भाद्राजून गांव के बीच रात को करीब दो घंटे तक यातायात बाधित रहा। जिसके कारण रोडवेज की बसें भी देरी से पहुंची। जिले भर में मानसून की यह पहली अच्छी बरसात है। जिसके कारण किसानों के चेहरे खिल गए। आमजन समेत किसान पिछले कई दिनों से बरसात का इंतजार कर रहे थे। इस बरसात से लोगों को जहां एक ओर गर्मी से राहत मिली है वहीं दूसरी ओर किसान भी अब खेतों की ओर रुख करेंगे। जिला मुख्यालय पर शुक्रवार रात पौन दस बजे बरसात शुरु हुई। आसमान में तेज बिजली चमकने के साथ ही जोरदार बरसात शुरु हुई।

भीनमाल. शुक्रवार रात्रि को नगर सहित उपखंड क्षेत्र में करीब ढाई घंटे मूसलाधार बारिश हुई। जिससे कई निचले इलाकों में पानी भर गया। नियत्रंण कक्ष के अनुसार भीनमाल में १५२ एमएम यानि ६ इंच बारिश आंकी गई। शुक्रवार रात करीब १० बजकर २० मिनट पर तेज हवा के साथ जोरदार बारिश प्रांरभ हुई। जो करीब १ बजे तक जारी रही। वहीं शहर में रेबारियों की ढाणी, गुणी नाडा, ओडो की गली, मेघवाल बस्ती आदि मोहल्लों के कुछ घरों में पानी भर गया। जबकि करीब एक दर्जन से अधिक कच्चे मकान और दीवार भी ढही।

सांचौर. उपखंड सहित पूरे क्षेत्र में शुक्रवार रात को जोरदर बरसात हुई। जानकारी के अनुसार क्षेत्र के धमाणा, कारोला, डेडवा, हाड़ेचा, सरवाना, सरनाऊ, लियादरा, विरावा, नैनोल, झाब सहित आस-पास के गांवों में अच्छी बारिश होने से किसानों ने खेत में बुवाई की तैयारी शुरु कर दी।

जसवंतपुरा. पिछले तीन दिन के दौरान हुई बरसात के बाद कस्बे समेत आस पास के क्षेत्र में शुक्रवार रात को भी बरसात हुई। जिससे कई जगहों पर नालों में पानी आया। वहीं पहाड़ों पर झरने चले।

मांडोली. कस्बे समेत आस पास के क्षेत्र में बीती रात करीब तीन घंटे तक रिमझिम बरसात हुई। बरसात के कारण जहां सड़कों पर पानी चला वहीं कई छोटे मोटे नालों में भी पानी आया।

चितलवाना. कस्बे सहित क्षेत्र भर में रात करीब ११.४० बजे शुरू हुई तेज बारिश का दौर देर रात १.२५ तक जारी रहा। तेज बारिश के कारण नेहड़ क्षेत्र के टांपी व दूठवा को जोडऩे वाले मार्ग अवरुद्ध हो गए। ऐेसे में चितलवाना से दूठवा जाने वाली बसों का परिवहन गांधव से करना पड़ा। इसके अलावा तेज अंधड़ और बारिश के कारण कस्बे में स्थित कच्चे मकानों के छप्पर भी उड़ गए। शनिवार को दिनभर आसमान में बादल छाए रहे और रिमझिम फुंहारों का दौर जारी रहा। निकटवर्ती केरियां गांव में पानी की टंकी ढह गई।

करड़ा. कस्बे समेत क्षेत्र के कोड़का, कोटड़ा, करवाड़ा, चाटवाड़ा, दांतवाड़ा, खारा, डीगांव व सामरानी समेत सभी जगह शुक्रवार रात तेज अंधड़ के साथ हुई जोरदार बारिश से तालाब, नाडी व एनिकट पानी से लबालब हो गए।

आहोर. कस्बे में शुक्रवार देर रात तेज हवा के साथ करीब घंटे भर तक बारिश हुई। जिससे कस्बेवसायिों ने राहत की सांस ली। बारिश होने से सड़कों पर पानी बहना शुरू हो गया। कस्बे सहित भैंसवाड़ा, नोसरा, सांडण, बाला, निंबला, भाद्राजून, बांकली बांध, किशनगढ़, चुंडा, शंखवाली, मूलेवा, नोरवा, रामा, घाणा, बरवा, चरली, रायथल, गोदन व सांकरना सहित कई गांवों में अच्छी बारिश होने से किसानों के चेहरे खिल गए हैं। वहीं शुक्रवार रात को भाद्राजून-निंबला गांव के बीच पहाड़ी नाला पूरे वेग के साथ चलने से जालोर-जोधपुर सड़क मार्ग पर करीब दो घंटे तक यातायात प्रभावित हुआ।

गुड़ा बालोतान. कस्बे सहित आसपास के गांवों में करीब तीन घंटे तक जोरदार बारिश हुई। बारिश के बाद खेतों और गांवों के गली मोहल्लों में पानी ही पानी हो गया। कस्बे सहित अगवरी, दयालपुरा, मादड़ी, उम्मेदपुर, बेदाना, पादरली, चांदराई, कवराडा, थूंबा, वलदरा, भूति, कंवला, बिठूड़ा व जोड़ा में अच्छी बारीश के समाचार मिले।

यहां भी हुई बरसात : जिले के बागरा, बागोड़ा, सियाणा, बिशनगढ़, हरजी, उम्मेदाबाद, खरल, हाडेचा, मालवाड़ा, बागोड़ा, भाद्राजून और बाकरागांव में भी बरसात हुई। इ इन गांवों में कई छोटे नालों में पानी की आवक हुई। साथ ही खेतों में पानी भर गया। जिससे किसान खुश हैं। कुछ ही दिनों बाद वे अपनी नई फसल की तैयारी करेंगे।

रानीवाड़ा में २०२ एमएम बरसात

रानीवाड़ा. उपखंड क्षेत्र में मानसून की पहली बरसात किसानो के लिए खुशहाली का संदेश लेकर आई है। क्षेत्र में शुक्रवार रात नौ बजे से लगातार चार घंटे मध्यम व तेज दर्जे की मूसलाधार बरसात हुई। जिससे क्षेत्र में करीब करीब सभी एनिकट एवं बांध ओॅवर फ्लो होने की जानकारी मिली है। कई जगह सडकें क्षतिग्रस्त हो गई। करवाड़ा गांव में एक रहवासी ढाणी से टीन की चद्दरें उडऩे के समाचार मिले हैं। बरसात के कारण गोलवाड़ा में दो मोर मर गए। क्षेत्र में शनिवार सवेरे तक २०२ एमएम बरसात दर्ज की गई। जिसके कारण क्षेत्र की कोड़ी, रोपसी, वणधर आदि नदियों में सवेरे तक पानी चला। वही मेड़ा, गोलवाड़ा, मालवाड़ा, जालेरा सहित कई नालों में पानी उफान के साथ बहा। पाल, सिलासन बांध में भी चादर चली। वणधर बांध में 3 मीटर पानी आ चुका है,

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