हिना ख्वाजा की चौखट पर
अजमेर/जयपुर/नई दिल्ली। पाकिस्तान की विदेश मंत्री हिना रब्बानी खार गुरूवार को ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती की दरगाह की जियारत की। बतौर विदेश मंत्री अजमेर शरीफ की यह उनकी पहली यात्रा है। कड़ी सुरक्षा के बीच हिना का काफिला सर्किट हाउस से दरगाह के गेट पहुंचा। दरगाह निजाम गेट पर खादिम सैयद नातिक चिश्ती ने उनका इस्तकबाल किया। बाद में उन्हें आस्ताने शरीफ ले जाया गया जहां उन्होंने चादर पेशकर दुआ मांगी। हिना ने दरगाह के शिल्प सौंदर्य को भी निहारा तथा आध्यात्कि शांति का अनुभव किया। हिना के साथ आठ सदस्ययीय दल भी दरगाह आया। सुरक्षा की दृष्टि से हिना के दरगाह पहुंचे से पहले ही जायरीन का दरगाह में प्रवेश रोक दिया गया तथा आस्ताना शरीफ को खाली करा लिया गया।
इससे पहले हिना जयपुर से सेना के एक विशेष हेलीकॉप्टर के जरिए दोपहर करीब डेढ़ बजे अजमेर की किशनगढ़ हवाई पट्टी पहुंची। वहां से कार के जरिए सर्किट हाउस गई। करीब साढ़े तीन बजे वे सर्किट हाउस से दरगाह के लिए रवाना हुई। हिना अपने 14 सदस्यीय दल के साथ पहले दिल्ली से जयपुर पहुंची। यहां मौसम खराब होने के कारण उनकी अजमेर रवानगी में करीब एक घंटे का विलम्ब हुआ। अजमेर से वे जयपुर होती हुई स्वदेश लौट जाएंगी।
हिना ने गुरूवार को दिल्ली में निजामुद्दीन औलिया की मजार पर जाकर चादर पेश की। सूत्रों के अनुसार हिना ने भारत यात्रा से पूर्व दिल्ली की जामा मस्जिद में नमाज अता करने की भी इच्छा व्यक्त की थी। जिसके बाद वहां आवश्यक प्रबंध कर लिए गए थे लेकिन उनका जामा मस्जिद जाने का कोई कार्यक्रम नहीं बना। अलबत्ता वे अजमेर शरीफ पहुंची। हिना एक उच्चस्तरीय शिष्टमंडल के साथ विदेश मंत्री स्तर की बातचीत के लिए मंगलवार को भारत पहुंची थीं।
अजमेर/जयपुर/नई दिल्ली। पाकिस्तान की विदेश मंत्री हिना रब्बानी खार गुरूवार को ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती की दरगाह की जियारत की। बतौर विदेश मंत्री अजमेर शरीफ की यह उनकी पहली यात्रा है। कड़ी सुरक्षा के बीच हिना का काफिला सर्किट हाउस से दरगाह के गेट पहुंचा। दरगाह निजाम गेट पर खादिम सैयद नातिक चिश्ती ने उनका इस्तकबाल किया। बाद में उन्हें आस्ताने शरीफ ले जाया गया जहां उन्होंने चादर पेशकर दुआ मांगी। हिना ने दरगाह के शिल्प सौंदर्य को भी निहारा तथा आध्यात्कि शांति का अनुभव किया। हिना के साथ आठ सदस्ययीय दल भी दरगाह आया। सुरक्षा की दृष्टि से हिना के दरगाह पहुंचे से पहले ही जायरीन का दरगाह में प्रवेश रोक दिया गया तथा आस्ताना शरीफ को खाली करा लिया गया।
इससे पहले हिना जयपुर से सेना के एक विशेष हेलीकॉप्टर के जरिए दोपहर करीब डेढ़ बजे अजमेर की किशनगढ़ हवाई पट्टी पहुंची। वहां से कार के जरिए सर्किट हाउस गई। करीब साढ़े तीन बजे वे सर्किट हाउस से दरगाह के लिए रवाना हुई। हिना अपने 14 सदस्यीय दल के साथ पहले दिल्ली से जयपुर पहुंची। यहां मौसम खराब होने के कारण उनकी अजमेर रवानगी में करीब एक घंटे का विलम्ब हुआ। अजमेर से वे जयपुर होती हुई स्वदेश लौट जाएंगी।
हिना ने गुरूवार को दिल्ली में निजामुद्दीन औलिया की मजार पर जाकर चादर पेश की। सूत्रों के अनुसार हिना ने भारत यात्रा से पूर्व दिल्ली की जामा मस्जिद में नमाज अता करने की भी इच्छा व्यक्त की थी। जिसके बाद वहां आवश्यक प्रबंध कर लिए गए थे लेकिन उनका जामा मस्जिद जाने का कोई कार्यक्रम नहीं बना। अलबत्ता वे अजमेर शरीफ पहुंची। हिना एक उच्चस्तरीय शिष्टमंडल के साथ विदेश मंत्री स्तर की बातचीत के लिए मंगलवार को भारत पहुंची थीं।
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