शनिवार, 23 जुलाई 2011

श्रद्धांजलि


मांड गायिका को दी श्रद्धांजलि 
श्रद्धांजलि


बाड़मेर  थार की लोक गायकी की मलिका रूकमा बाई के निधन पर शुक्रवार को कृष्णा संस्थान की ओर से श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। सचिव चंदनसिंह भाटी ने कहा कि रूकमों थार की एकमात्र मांड गायिका थी। उन्होंने मांड शैली को देश-विदेश में पहचान दिलाई। रूकमों का गाया हालरिया गीत आज भी लोगों के दिलों में बसा है। अध्यक्ष रिड़मलसिंह दांता, सुरतानसिंह रेडाणा, दुर्जनसिंह गुडीसर, मौलवी हनीफ मोहम्मद, ताराराम मेघवाल व विजय कुमार सहित कई कार्यकर्ताओं व सदस्यों ने रूकमों बाई को श्रद्धांजलि अर्पित की

1 टिप्पणी:

  1. रूखमों जी की स्मृति को हार्दिक नमन... विनम्र श्रद्दांजलि...
    वे हमारी स्मृतियों में हमेशा जीवित रहेंगी।

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