शुक्रवार, 15 जुलाई 2011

डेजर्ट नेशनल पार्क का नए सिरे से सीमांकन होगा

डेजर्ट नेशनल पार्क का नए सिरे से सीमांकन होगा

बाड़मेर डेजर्ट नेशनल पार्क का नए सिरे से सीमांकन कर एरिया कम करने के लिए वन व पर्यावरण मंत्रालय की गठित सेंट्रल हाई पॉवर कमेटी 16 जुलाई से 20 जुलाई तक बाड़मेर व जैसलमेर का दौरा करेगी। यह सारी मशक्कत शिव व म्याजलार में ओएनजीसी के तेल क्षेत्र व शाहगढ़ बल्ज में फोकस एनर्जी के गैस क्षेत्र को डेजर्ट नेशनल पार्क के दायरे से निकालने की संभावना को तलाशने के लिए की जा रही है। इसके साथ ही पार्क एरिया के दायरे में आने वाले गांव नहर और सड़क तमाम मूलभूत सुविधाओं से वंचित हैं। कमेटी इन समस्याग्रस्त गांवों को पार्क एरिया से निकालने के बारे में ग्रामीणों से फीडबैक लेगी। डेजर्ट नेशनल पार्क का सीमांकन नए सिरे से तय करने के लिए एमके रंजीत सिंह के नेतृत्व में नौ सदस्यीय हाई पॉवर कमेटी का गठन किया गया था।

डेजर्ट नेशनल... 

कमेटी 16 जुलाई को बाड़मेर पहुंचकर शिव तहसील में डेजर्ट नेशनल पार्क एरिया का अवलोकन करेगी। साथ ही इस पार्क के दायरे में आने वाले ग्रामीणों से मुलाकात कर फीडबैक लेगी। ग्रामीण लंबे समय से पार्क की वजह से सड़क, बिजली व टेलीफोन खंभे लगाने और नहर परियोजना का काम प्रभावित होने की शिकायत करते हुए पार्क का एरिया कम करने की मांग कर रहे हैं। इसके साथ ही ओएनजीसी को आबंटित ब्लॉक में तेल मिलने के संकेत मिलने के बावजूद दोहन करने की इजाजत नहीं मिल पाई थी। कमेटी के सदस्य ग्रामीणों से पार्क की वजह से आने वाली दिक्कतों की जानकारी लेने के अलावा तेल क्षेत्र का अवलोकन करेंगे। कमेटी बाद में जैसलमेर में डेजर्ट नेशनल पार्क एरिया का अवलोकन कर ग्रामीणों से फीडबैक लेगी। साथ ही शाहगढ़ बल्ज एरिया में फोकस एनर्जी के आबंटित ब्लॉक देखेगी। कमेटी बाड़मेर व जैसलमेर में डेजर्ट नेशनल पार्क एरिया का दौरा कर यह भी आकलन करेगी कि कौनसा एरिया कम किया जा सकता है। कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर मंत्रालय डेजर्ट नेशनल पार्क का नए सिरे से सीमांकन करने का फैसला करेगा।

कमेटी में ये शामिल: रंजीत सिंह की अध्यक्षता वाली कमेटी में लूणी विधायक मलखान सिंह, मुख्य वन्य जीव प्रतिपालक यूएन सहाय, राज्य वन्य जीव मंडल राजपाल सिंह,जोधपुर के एडवोकेट महेंद्र व्यास,ताज ग्रुप के पूर्व निदेशक दिव्य भानू जावड़ा सदस्य हैं।
 

टाइगर प्रोजेक्ट के लिए इसी महीने आएगी टीम: शाहगढ़ बल्ज इलाके में टाइगर प्रोजेक्ट शुरू करने की संभावना को तलाशने राष्ट्रीय वन्य जीव बोर्ड की गठित कमेटी भी इसी महीने जैसलमेर आएगी। इस कमेटी में भी रंजीत सिंह शामिल हैं। शाहगढ़ बल्ज में गैस भंडार होने के साथ ही बीएसएफ की फायरिंग रेंज बनने वाली है। इस वजह से विशेषज्ञों का मानना है कि टाइगर प्रोजेक्ट डेजर्ट नेशनल पार्क एरिया में विकसित किया जाना चाहिए, ताकि इस बहाने नेशनल पार्क को लेकर पर्यटकों में आकर्षण बढ़ सके। पर्यावरण मंत्रालय की हाईपावर कमेटी अपने इस दौरे के दौरान टाइगर प्रोजेक्ट को डेजर्ट पार्क में विकसित करने की संभावना भी तलाशेंगे।
 
पार्क में इतने गांव 
जैसलमेर के 34 गांव
बाड़मेर के 39 गांव
कुल एरिया 3162 वर्ग किमी
6 अगस्त 1980 को राज्य सरकार ने डेजर्ट नेशनल पार्क बनाने की घोषणा की थी। 8 मई 1981 को अधिसूचना जारी कर नेशनल डेजर्ट पार्क घोषित करने का संकल्प जताया था,लेकिन आज तक सही मायने में मूर्त रूप नहीं ले पाया।
इनका कहना है 
ञ्चडेजर्ट नेशनल पार्क का नए सिरे से सीमांकन करने के लिए वन व पर्यावरण मंत्रालय की गठित हाईपावर कमेटी 16 जुलाई से बाड़मेर व जैसलमेर के दौरे पर आ रही है।
 
आरएन मेहरोत्रा, प्रधान मुख्य वन संरक्षक

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें