बुधवार, 27 जुलाई 2011

"बातचीत से भरोसा हुआ और मजबूत"

"बातचीत से भरोसा हुआ और मजबूत" 
 

नई दिल्ली। भारत और पाकिस्तान के विदेश मंत्रियों ने बुधवार को हुई बातचीत को सकारात्मक बताया है। हैदराबाद हाऊस में बैठक के बाद दोनों नेताओं ने एक साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बातचीत को सकारात्मक बताते हुए इसे जारी रखने पर जोर दिया। दोनों देशों ने द्विपक्षीय व्यापार और आर्थिक सहयोग बढ़ाने के लिए एक संयुक्त आयोग का काम फिर से शुरू करने का निर्णय लिया है।

आतंकवाद दोनों देशों के लिए खतरा

विदेश मंत्री एस एम कृष्णा ने कहा कि दोनों देश इस पर सहमत है कि इस बातचीत को जारी रखा जाएगा। आतंकवाद दोनों देशों के लिए बड़ा खतरा है और इससे लड़ने के लिए दोनों देशों को मिलकर काम करने की जरूरत है।

कृष्णा ने कहा कि दोनों देशों ने इस पर सहमति जताई है कि सभी विवादित मुद्दे बातचीत के जरिए ही सुलझाए जा सकते हैं। उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर पर भी चर्चा जारी रखनी चाहिए। ताकि इस मुद्दे का शांतिपूर्ण हल निकाला जा सका।

कृष्णा ने कहा कि एलओसी के दोनों तरफ व्यापार और लोगों की बेहतरी के लिए और काम करने की जरूरत है। भारत और पाकिस्तान की दोस्ती पूरे क्षेत्र के लिए आवश्यक है और इस की बेहतरी के लिए दोनों देशों को बातचीत आगे लेकर जाना चाहिए। हम सकारात्मक रूख के साथ आए हैं और हम महसूस करते हैं कि दोनों देशों के बीच रिश्ते अतीत से बाहर निकल कर नए स्तर पर पहुंचे।

कृष्णा ने कहा कि भारत दक्षिण एशिया को आतंकवाद मुक्त दक्षिण एशिया का सपना रखता है। हम चाहते है कि हम शांत, स्थिर और समृद्ध पाकिस्तान और वहां के लोगों की बेहतरी चाहते हैं। पूरे दक्षिण एशियों में हमारी चुनौतियां समान है। ऎसे में हम विकास के मार्ग पर चलने वाले आतंकवाद मुक्त वातावरण की चाह रखते हैं।

खार को पाकिस्तान का विदेश मंत्री नियुक्त होने पर बधाई देते हुए उन्होंने कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच रिश्तों की बेहतरी के लिए मैं पाक विदेश मंत्री के साथ आगे काम करना चाहता हूं।

इस मौके पर पाक विदेश मंत्री हिना रब्बानी खार ने कृष्णा की बात का समर्थन करते हुए कहा कि पाकिस्तान भारत के साथ सकारात्मक, सहयोग और दोस्ताना रिश्ते रखना चाहता है। हम महसूस करते हैं कि दोनों को अतीत से आगे बढ़ने की जरूरत है। इसके लिए दोनों देशों को एक दूसरे का सम्मान करने की जरूरत है।

खार ने कृष्णा की बात का समर्थन करते हुए कहा कि दोनों देशों को अभी लम्बा रास्ता तय करना है। रब्बानी ने कहा कि आज की बातचीत से दोनों देशों के बीच भरोसा और मजबूत हुआ है। दोनों देशों को राजनीतिक इच्छाशक्ति दिखाते हुए सभी मुद्दों को बातचीत से हल ढूंढने की जरूरत है।

खार ने कहा कि पाकिस्तान चाहता है कि दोनों देशों के बीच आपसी समझ और सहयोग के क्षेत्र में एक नए अध्याय की शुरूआत हो। पाकस्तिान सरकार, राजनीतिक पार्टियां भारत के साथ दोस्ताना रिश्ते की ख्वाहिश रखती है। इसके लिए दोनों सरकारों को दृढ़ रवैया अपनाने की जरूरत है।

विदेश मंत्री स्तर की इस बातचीत में दोनों देशों ने बातचीत जारी रखने का फैसला किया। अगले साल दोनों देशों के विदेश मंत्री इस्लामाबाद में मुलाकात करेंगे। पाकिस्तान पाक सरकार और पार्टियां हम दोनों देशों को दोस्ताना रिश्ते की इच्छा रहते हैं।

हैदराबाद हाऊस में दोनों नेताओं के बीच बैठक से पहले हीना रब्बानी ने भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी से मुलाकत की।

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