रविवार, 24 जुलाई 2011

बापू मैं पढ़ूंगी, अभी शादी नहीं करूंगी


बापू मैं पढ़ूंगी, अभी शादी नहीं करूंगी

बाड़मेर  पढऩे लिखने की उम्र में शादी बेगानी लगती है। जिंदगी के पहले पड़ाव पर बेटी पढऩे की जिद कर रही है तो पिता उसकी जबरन शादी करवाने को आतुर है। कुछ ऐसी ही कहानी है छितर का पार निवासी कुमारी चैनी की। शिक्षा के उजियारे से जिंदगी संवारने की इच्छा रखने वाली चैनी ने पिता की हठधर्मिता से तंग आकर जिला पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंपकर उसे पाबंद करने की गुहार की है। छीतर गांव निवासी चैनी पुत्री मुकनाराम जाट ने जिला पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंपकर अपने पिता को पाबंद करने की मांग की है। ज्ञापन में बताया कि वह नाबालिग है, पिता ने उसकी सगाई बेरीवाला तला निवासी मूलाराम के साथ तय कर दी। जबकि मूलाराम पहले से शादीशुदा है तथा उसके दो बच्चे है। वह पढऩा चाहती है, लेकिन पिता उसकी जबरन शादी करवाना चाहता है, मना करने पर उसके साथ मारपीट की जा रही है। उसने बताया कि मैं पढ़ाई पूरी करने के बाद ही शादी करूंगी।

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