रविवार, 10 जुलाई 2011

टाइगर’ को अचानक सामने देख हड़बड़ाए पुलिसकर्मी

पुष्कर. शनिवार शाम पुष्कर पुलिस थाने में ‘टाइगर’ को अचानक थाने में देख वहां मौजूद पुलिसकर्मियों जबर्दस्त हड़बड़ाहट मच गई। थानाप्रभारी दिनेश कुमावत उस समय पुष्कर में मौजूद नहीं थे। उन्हें अजमेर से तत्काल पुष्कर लौटना पड़ा।

एसपी बिपिन कुमार पांडे शनिवार शाम बिना पूर्व सूचना दिए पुष्कर पुलिस थाने का निरीक्षण करने पहुंचे थे। जिले के सबसे बड़े अधिकारी को अचानक अपने सामने मौजूद देख थाने में मौजूद कई पुलिसकर्मियों की तो सिट्टी-पिट्टी गुम हो गई थी। कारण कि वे सब बिना वर्दी में थे। उन्होंने आनन-फानन में वर्दी पहनी। हालांकि एसपी खुद सिविल ड्रेस में थे। सूचना मिलते ही थानाप्रभारी कुमावत भी अजमेर से भागे। एसपी ने कुमावत से अजमेर जाने की वजह पूछी तो वे भी एक बार हकबका गए।

एसपी ने रिकार्ड रूम, मैस, हवालात सहित पूरे थाना परिसर का जायजा लिया। एसपी ने थानाप्रभारी को अपराधों पर अंकुश तथा थाने की व्यवस्थाओं में सुधार करने के निर्देश दिए। इस बीच वहां पहुंचे पत्रकारों से बातचीत में एसपी ने अनसुलझे रावत हत्याकांडों के संबंध में कहा कि गनाहेड़ा के सूरज एवं रावत मंदिर के महंत सेवापुरी की हत्याओं का पर्दाफाश करने की पूरी कोशिश की जा रही है। इसके लिए गोपनीय तरीके से भी जांच करवाई जा रही है।

कभी मामलों में समय कम लगता है तो कई बार अधिक भी। कंवलाई में महिलाओं के साथ छेड़छाड़ एवं मारपीट की घटना में अजमेर पुलिस लाइन के सिपाही भागचंद की लिप्तता के संबंध में उन्होंने बताया कि यह उनका निजी मामला है। इसे जॉब से जोड़ना गलत है। ब्रह्मा मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था को उन्होंने संतोषजनक बताया। एसपी ने औचक निरीक्षण के संबंध में पूछ गए सवाल को यह कहते हुए टाल दिया कि यह हमारा थाना है, हम यहां रोज आ सकते हैं।

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