बुधवार, 27 जुलाई 2011

सोलर व विंड एनर्जी का हब बनेगा जैसलमेर


सोलर व विंड एनर्जी का हब बनेगा जैसलमेर
विकास
केंद्रीय मंत्री फारूख अब्दुल्ला एवं ऊर्जा मंत्री डॉ. जितेन्द्र सिंह ने विंड मिल की नवीन तकनीक का उद्घाटन किया

जैसलमेर बिजली उत्पादन का हब बन रहा है। यहां हवा से बिजली का उत्पादन हो रहा है और आने वाले समय में सोलर हब के रूप में यह जिला विकसित होगा। केन्द्र सरकार के नवीन एवं नवीनीकरण ऊर्जा मंत्री फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि विंड एनर्जी के लिए तैयार होने वाली मशीन पूरी तरह से भारतीय है। मंगलवार को सुजलोन की तेजुआ साइट पर केन्द्रीय मंत्री डॉ. फारूक अब्दुल्ला व राजस्थान के ऊर्जा मंत्री डॉ. जितेन्द्र सिंह ने सुजलोन की नवीन तकनीकी से बनाई गई एस 97-2.1 मेगावॉट की विंड टरबाइन का उद्घाटन कर राष्ट्र को समर्पित किया।

इस अवसर पर केन्द्रीय मंत्री डॉ. अब्दुल्ला ने कहा कि वर्तमान में देश का सबसे बड़ा पॉवर हाउस राजस्थान राज्य है। यहां हवा से बिजली का उत्पादन हो रहा है और आने वाले समय में सोलर हब बन जाएगा। उन्होंने सुजलोन के चेयरमेन व मैनेजिंग डायरेक्टर तुलसी आर. तांती से कहा कि शीघ्र ही जैसलमेर में भी संयंत्र बनाने की फैक्ट्री लगाई जाए।

एटोमिक, गैस व कोयले ने संसार की आबोहवा बदली

केन्द्रीय मंत्री डॉ. फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि एटोमिक एनर्जी व गैस तथा कोयले के उपयोग से बनने वाली बिजली के चलते संसार की आबोहवा ही बदल गई है। हमारे देश में बिजली की बेहद डिमांड है, इसके बावजूद हम ग्रीन एनर्जी की तरफ बढ़ रहे हैं। हवा व सूर्य की किरणों से बिजली बनाने में जुटे हुए हैं।

जैसलमेर में टेस्ट स्टेशन लग सकता है

केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि अब हम जमीन की गर्मी से बिजली उत्पादन करने का प्रयास कर रहे हैं। जिसका टेस्ट स्टेशन जैसलमेर में लग सकता है।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें