गुरुवार, 7 जुलाई 2011

केन्द्रीय भविष्य निधि और कर्मचारी भविष्य निधि विभाग में 169 करोड़ रूपए का घोटाला

जयपुर। केन्द्रीय भविष्य निधि और कर्मचारी भविष्य निधि विभाग में 169 करोड़ रूपए का घोटाला सामने आया है। घोटाले में सीबीआई ने बुधवार को विभाग से जुड़े नौ आला अफसरों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। सीबीआई ने जयपुर समेत देश के 23 शहरों में स्थित केन्द्रीय भविष्य निधि (पीएफ) कार्यालयों पर छापे डाले। सीबीआई ने आरोपियों के कार्यालय कक्षों और उनके आवास पर कार्रवाई की और पूछताछ की है।

सीबीआई सूत्रों के मुताबिक, करोड़ों रूपए के भविष्य निधि घोटाले में केंद्रीय भविष्य निधि और कर्मचारी भविष्य निधि के तत्कालीन सहायक उपायुक्त समेत नौ आला अफसरों पर आपराधिक षड्यंत्र रचकर धोखाधड़ी करने और सरकार को नुकसान पहुंचाने का मामला दर्ज हुआ। आरोपियों ने दिल्ली की एक निजी फर्म के साथ आपराधिक षड्यंत्र रचा और गलत तरीके से 169 करोड़ रूपए हासिल करने के लिए सार्वजनिक धन का गबन किया।
आरोपियों ने फर्म के साथ मिलकर कर्मचारियों और उनकी कार्य अवधि के गलत आंकडे पेश किए। सेवानिवृत्त कर्मचारियों का आंकड़ा भी बढ़ा-चढ़ा दर्शा दिया। भविष्य निधि की देय राशि में भी उलटफेर किया गया। सीबीआई (दिल्ली) की प्रवक्ता धारिणी मिश्रा ने बताया कि दिल्ली, चंडीगढ़, लुधियाना, गाजियाबाद, फरीदाबाद, गुड़गांव, नोएडा समेत 23 स्थानों पर छापे की कार्रवाई की गई। आरोपियों की चल-अचल संपत्ति से जुड़े दस्तावेज भी बरामद किए गए हैं। बरामद दस्तावेजों की सीबीआई पड़ताल कर रही है।
हड़कम्प मचा : जयपुर में तीन-चार घण्टे चली कार्रवाई के दौरान टीम ने दस्तावेज खंगाले। कार्रवाई की सूचना पर विभाग में हड़कम्प मच गया। दोपहर को कार्रवाई पूरी कर टीम दिल्ली रवाना हो गई।
जयपुर में भी तलाशी : सीबीआई ने सुबह 11 बजे जयपुर पीएफ कार्यालय में पदस्थापित सहायक आयुक्त सी.एस.गोगना के ऑफिस तथा विभाग के ज्योतिनगर स्थित पेइंग गेस्ट हाउस के उस कक्ष की तलाशी ली, जिसमें गोगना ठहरते हैं। गोगना से पूछताछ भी की। वे करीब एक साल पहले दिल्ली से जयपुर आए।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें