शुक्रवार, 17 जून 2011

ईवीएम के साथ मॉक वोटिंग निर्वाचन प्रक्रिया के नए इतिहास में सहभागी बनेगा जैसलमेर ईवीएम से मतदान में नई तकनीक जोड़ी, मॉक वोटिंग के लिए भारत के पांच जिलों का चयन



ईवीएम के साथ मॉक वोटिंग
निर्वाचन प्रक्रिया के नए इतिहास में सहभागी बनेगा जैसलमेर
ईवीएम से मतदान में नई तकनीक जोड़ी, मॉक वोटिंग के लिए भारत के पांच जिलों का चयन

जैसलमेर भारतीय निर्वाचन के इतिहास में आने वाले दिनों में जैसलमेर जिला नया इतिहास बनाने जा रहा है। भारत निर्वाचन आयोग ने भोगौलिक परिस्थितियों के अनुसार चयनित देश के पांच विभिन्न राज्यों के एक-एक जिले में परीक्षण के तौर पर ईवीएम की नई प्रक्रियाओं का प्रयोग करने का निर्णय लिया है। इनमें गर्म इलाका माना जाने वाला जैसलमेर जिला भी है। इसके अलावा जिन जिलों का चयन किया गया है उनमें चेरापूंजी, लद्दाख, त्रिवेंद्रम एवं दिल्ली शामिल है। ये सभी क्षेत्र अपनी विशेष भौगोलिक परिस्थितियों के कारण मशहूर हैं।

भारत निर्वाचन आयोग की ओर से नई दिल्ली में आयोजित बैठक से लौटकर कलेक्टर एम.पी. स्वामी ने बताया कि देश में जिन पांच स्थानों पर ईवीएम की नवीन तकनीक का प्रयोग होने जा रहा है उनमें जैसलमेर भी शामिल है। राजस्थान प्रदेश के लिए यह गौरव की बात है।

स्वामी के अनुसार जैसलमेर जिले में जुलाई के अंतिम सप्ताह में जिले के चुनिंदा 35 मतदान केंद्रों पर ईवीएम की नई तकनीक का प्रयोग होगा। इसके लिए मॉक वोटिंग का कार्यक्रम होगा जिसमें चुनाव की सभी प्रक्रियाओं की तर्ज पर ही सारी कार्रवाई होगी। इस नई तकनीक की जानकारी देते हुए कलेक्टर ने बताया कि इसमें मतदाता को मतदान हो चुकने की पूर्ण संतुष्टि की गारंटी की व्यवस्था की गई है। इसके लिए ईवीएम के साथ विशेष रूप से बना प्रिंटर जोड़ा गया है। मतदाता की ओर से ईवीएम का बटन दबाने पर बीप की आवाज के साथ ही प्रिंटर पर दिखने के साथ ही यह स्लिप भी निकलेगी कि उसने किस को वोट दिया है। इस मॉक वोटिंग के लिए जिला प्रशासन तैयारियों में जुट गया है। इसमें वे सभी प्रकार की तैयारियां की जाएंगी जो वास्तविक चुनाव के वक्त होती हैं। मॉक वोटिंग की वीडियोग्राफी भी होगी। इसके साथ ही मतदान केंद्र के बाहर टेंट लगाया जाएगा जहां इस प्रक्रिया का फीडबैक लेने के लिए फार्म भरने की कार्रवाई की जाएगी। जिसकी भी वीडियोग्राफी होगी। इससे पूर्व इस प्रक्रिया का जिले में व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाएगा। 25 जून को जैसलमेर में संबंधित अधिकारियों और कार्मिकों के लिए प्रशिक्षण निर्धारित किया है। भारत निर्वाचन आयोग का दल संपूर्ण जानकारी और व्यावहारिक प्रदर्शन के माध्यम से प्रशिक्षण देगा।

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