शुक्रवार, 3 जून 2011

प्रभारी सचिव कान्त ने की समीक्षा समस्याओं को जानने के लिए प्रभावी निरीक्षण पर जोर


प्रभारी सचिव कान्त ने की समीक्षा
समस्याओं को जानने के लिए
प्रभावी निरीक्षण पर जोर
बाडमेर, 3 जून। जिले के प्रभारी सचिव तथा श्रम एवं नियोजन विभाग के प्रमुख शासन सचिव मनोहर कान्त ने जिले के उपखण्ड अधिकारियों को अपने क्षेत्र में नियमित रूप से निरीक्षण कर पानी, बिजली, सडक तथा चिकित्सा समेत मूलभूत सुविधाओं को परखने की हिदायत दी गई है ताकि धरातल पर जन समस्याओं से रूबरू होकर उनका प्रभावी समाधान किया जा सकें। वह शुक्रवार को कलेक्ट्रेट सभागार में समीक्षा बैठक को सम्बोघित कर रहे थे।
इस अवसर पर कान्त ने कहा कि हमारी शासन पद्धति में उपखण्ड अधिकारी मुख्य धुरी है तथा वे प्रशासन का प्रमुख अंग है। वे अपने उपखण्ड में समस्त विभागों के नियन्त्रक तथा पर्यवेक्षक है, इसलिए आम जन के अभाव अभियोगों के निराकरण में वे सक्रियता तथा संवेदनशीलता से कार्य करें। उन्होने कहा कि उपखण्ड अधिकारी अपने क्षेत्र का व्यापक भ्रमण कर पानी व बिजली की समस्या की गहराई से जानकारी कर लोगों को राहत पहुंचाए। उन्होने निरीक्षण के दौरान क्षेत्र के विद्यालयों व चिकित्सालयों की पडताल करने को भी कहा। साथ ही चिकित्सालयों में चिकित्सा कर्मियों की हाजरी तथा बीपीएल मरीजों को निशुल्क दवाईयों का वितरण व्यवस्था देखने को कहा। उन्होने भ्रमण के दौरान प्रधानमंत्री सडक योजना में निर्मित सड़कों की भी रिपोर्ट करने को कहा।
उन्होने जिले में संचालित विभिन्न योजनाओं की समीक्षा करते हुए कहा कि राज्य सरकार द्वारा संचालित योजनाओं के बेहतर क्रियान्वयन से इनका लाभ आखरी व्यक्ति तक मिलना चाहिए।
इस अवसर पर प्रभारी सचिव ने बताया कि बाड़मेर जिले की सबसे प्रमुख समस्या पीने के पानी की है तथा आने वाले समय में यह विकराल रूप ले सकती है तथा दिनों दिन जिले में गर्मी का प्रकोप बढता जा रहा है। इसलिए जलदाय विभाग इसे संवेदनशीलता के साथ लेते हुए पानी की आपूर्ति को सर्वोच्च प्राथमिकता दे। उन्होंने कहा कि स्वच्छ पानी उपलब्ध करवाना नैतिक दायित्व भी है। उन्होंने समस्याओं का विस्तृत ब्योरा बनाकर अर्द्धशासकीय पत्रांक के जरिए उन्हें अवगत कराने के निर्देश दिए।
प्रभारी सचिव ने नरेगा में उपयुक्त कार्यो का चयन करने तथा व्यक्तिगत लाभ योजना बनाने पर जोर दिया। उन्होंने किये गये कार्य का समय पर भुगतान करने, सभी गांवों में कार्य स्वीकृत करने, आवेदन करते ही रोजगार उपलब्ध करावाने तथा औसत मजदूरी में बढोतरी करने समेत सम्पूर्ण योजना में पारदर्शिता रखने के निर्देश दिए।
कान्त ने जिले में आने वाली वृक्षारोपण की सीजन की अभी से तैयारी करने के निर्देश देते हुए कहा कि मरूस्थलीय परिस्थिति के अनुसार उपयुक्त पौधों को अभी से ही नर्सियों में तैयार कराना प्रारम्भ कर दे।
इस मौके पर जिला कलेक्टर गौरव गोयल ने उन्हें विभागवार योजनाओं तथा कार्यो की प्रगति से अवगत कराया। बैठक में अतिरिक्त जिला कलेक्टर अरूण पुरोहित  तथा मुख्य कार्यकारी अधिकारी बी.एल. कन्दोई समेत संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।
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