सोमवार, 27 जून 2011

छोटा राजन ने मरवाया पत्रकार जे. डे कोः मुंबई पुलिस

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मुंबई।। मुंबई पुलिस ने सीनियर पत्रकार जे. डे के मर्डर की गुत्थी को सुलझाने का दावा किया है। पुलिस के सूत्रों के मुताबिक, इस मामले में पकड़े गए सातो लोगों को आज अदालत में पेश किया गया जहां से उन्हें 4 जुलाई तक के लिए पुलिस हिरासत में भेज दिया गया। ये छोटा राजन गैंग के लिए काम करते थे। पुलिस के मुताबिक यह बात साफ हो गई है कि इस हत्या के पीछे छोटा राजन है।

मुंबई क्राइम ब्रांच के सूत्रों ने कहा कि जे. डे मर्डर केस में सात लोगों को तमिलनाडु और महाराष्ट्र के अलग-अलग हिस्सों से हिरासत में लिया गया है।

महाराष्ट्र के गृहमंत्री आर. आर. पाटिल ने कहा कि तीन लोग तमिलनाडु के रामेश्वरम, एक महाराष्ट्र के सोलापुर और तीन मुंबई से गिरफ्तार किए गए। उन्होंने कहा कि सातों महाराष्ट्र के ही रहने वाले हैं।

पाटिल ने दो आरोपियों की पहचान सतीश काल्या और अनिल वाघमोड़े के रूप में की है। पाटिल ने कहा, 'इस मामले में किए गए मुंबई क्राइम ब्रांच के बेहतरीन काम के लिए मैंने 10 लाख रुपये इनाम की घोषणा की है।'

गौरतलब है कि टैब्लॉइट मिड डे के खोजी पत्रकार जे. डे के हत्यारों का सुराग देने वाले को मुंबई पुलिस ने 50 लाख के भारी-भरकम इनाम का ऐलान किया था। मुंबई पुलिस के इतिहास में सुराग देने वालों के लिए यह अब तक की सबसे बड़ी इनामी राशि है।

56 वर्षीय जे डे की 11 जून को पवई इलाके में चार मोटरसाइकिल सवारों ने दिन-दहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी थी। पोस्टमार्टम की रिपोर्ट में कहा गया था कि जे. डे को काफी नजदीक से पांच गोली मारी गई थी।

हत्या के पीछे छोटा राजन गैंग 
मुंबई पुलिस कमिश्नर अरूप पटनायक और मुंबई पुलिस के सीनियर ऑफिसरों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस मामले की पूरी जानकारी मीडिया को दी। पुलिस के मुताबिक जे डे की हत्या छोटा राजन ने अपने खास शूटर सतीश काल्या के जरिए करवाई। उन्हें कहा गया था कि यह एक कॉरपोरेट प्रफेशनल है जिसे उन्हें टपकाना है।

जब पता चला मरने वाला पत्रकार है 
पुलिस के मुताबिक जे डे की हत्या करने से पहले तक सतीश काल्या और उसके लोगों को पता नहीं था कि उन्हें किसी पत्रकार को मारने के लिए कहा गया है। जे डे की हत्या को अंजाम देने के बाद शाम को टीवी देखने पर सतीश काल्या को पता चला कि उसका टारगेट पत्रकार था। यह जानकर वह घबरा गया। उसने छोटा राजन को फोन कर इस बात की शिकायत की कि उसके हाथों मीडिया वाले को क्यों मरवाया गया? उसने कहा कि यह बड़ा मामला हो गया है और अब वह नहीं बचेगा। इस पर छोटा राजन ने उसे कहा कि 'घबराओ मत, पैसे लो और तुम लोग मुंबई से निकल जाओ, बाकी मैं संभाल लूंगा।'
ये सब मुंबई से निकल भी गए, लेकिन पुलिस के हत्थे चढ़ने से नहीं बच सके।

क्या रही वजह? 
इस खुलासे को अहम इसलिए माना जा रहा है कि एक तो अब तक छोटा राजन भी इस काम के पीछे अपना हाथ होने से इनकार करता रहा है और दूसरे पत्रकार जे डे को छोटा राजन गैंग का ही करीबी माना जाता था। उनकी कई रिपोर्टें दाऊद विरोधी मानी गई थीं। ऐसे में पूछा जा रहा है कि आखिर अपने ही करीबी पत्रकार की हत्या छोटा राजन क्यों करवाएगा?
पुलिस ने इसका कोई जवाब नहीं दिया है। उसके मुताबिक अबी तक हत्या की वजह का पता नहीं चला है। हो सकता है, इन आरोपियों से पूछताछ के दौरान इस बारे में जानकारी मिले।

मगर, सूत्रों के मुताबिक जे डे ने मुंबई में दाऊद के भाई पर हाल में हुए हमले के बाद जिस तरह की आक्रामक रिपोर्टिंग की थी, उससे वह दाऊद गैंग के निशाने पर आ ही गए थे। ऐसे में छोटा राजन की यह चाल हो सकती है कि ऐसे मौके पर डे की हत्या से दोष दाऊद गैंग पर जाएगा और इसका खामियाजा भी डी गैंग को ही भुगतना पड़ेगा। हालांकि इसके अलावा क्या और भी वजहें थी छोटा राजन की जे डे से चिढ़ने की? क्या छोटा राजन के खिलाफ भी कोई अहम जानकारी जे डे के हाथ लग गई थी? उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही मुंबई पुलिस इन सवालों के भी जवाब ढूंढ़ लेगी।

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