रविवार, 26 जून 2011

प्रेमी से मिल कराई पति की हत्या

प्रेमी से मिल कराई पति की हत्या
 

जयपुर। एक विवाहिता ने डेढ़ महीने पहले प्रेमी के साथ मिलकर न केवल पति की हत्या करवा दी, बल्कि हत्या के बाद प्रेमी ने शव को खुद के घर में गाड़ दिया। फिर फर्जी तरीके से मृतक का मकान बेचने से मिले लाखों रूपए लेकर विवाहिता व प्रेमी फरार हो गए। साले हेमन्त की ओर से बहन व बहनोई की गुमशुदगी रिपोर्ट और मृतक की आठ साल की बच्ची के बयान के बाद पुलिस ने विवाहिता व प्रेमी से पूछताछ की तो हत्या का राज खुला। 

मृतक के भाई ने दोनों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज करवाया है। पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर प्रेमी की निशानदेही पर शव को जमीन से निकाला। शव का पोस्टमार्टम रविवार को होगा। 

पत्थर मार हत्या की : एडिशनल डीसीपी (साउथ) करण शर्मा ने बताया कि वारदात का शिकार केसर सिंह (32) हुआ है। वह पंचवटी कॉलोनी, खातीपुरा रोड पर खुद के मकान में पत्नी गीता (28) और दो पुत्री व एक पुत्र के साथ रहता था। केसर सिंह शराब का आदी था और पत्नी से मारपीट करता था। इस दौरान पति के व्यवहार से दुखी उसकी पत्नी गीता का पड़ोस में रहने वाले पवन मीणा (18) से सम्बंध बन गए। जिसके बाद उसने अपने प्रेमी पवन के साथ मिलकर पति की हत्या का षड्यंत्र रचा।

10 मई, 2011 की रात जब केसर सिंह शराब के नशे में धुत्त था तो पत्नि गीता ने उसके हाथ-पैर बांध दिए और प्रेमी पवन को बुलाया। पवन ने उसके सिर पर पत्थर मारकर उसकी हत्या कर दी। हत्या के बाद शव को कमरे में रखे एक बक्से में रख दिया। 


हत्या के बाद पीहर चली गई थी गीता
. गीता ने अपने प्रेमी पवन मीणा से मिलकर पंचवटी कॉलोनी, खातीपुरा रोड पर पति की हत्या कर शव मकान में कुईं खुदवाकर गाड़ दिया था। घटना के दूसरे दिन गीता बच्चों को लेकर अपने मां के पास चली गई। पवन मीणा चौखटी पर गया और दो मजदूर बुलाकर लाया और फिर खुद के घर में कुई खुदवाई। मजदूरों के जाने के बाद पवन ने लाश के बक्से को कुई में डालकर उस पर मिट्टी डाल दी।

फर्जी दस्तावेज से बेचा मकान 

इसके बाद प्रेमी पवन ने फर्जी दस्तावेज से केसर सिंह के मकान का बेचाननामा पहले अपनी मां के नाम करवाया। फिर इसे बलदेव नाम के व्यक्ति को आठ लाख रूपए में बेच दिया। यह राशि मिलते ही पवन और गीता फरार हो गए। 

मां ने पैर बांधे, चाचा ने भाटा मारा
सोढाला थानाधिकारी नेम सिंह ने बताया कि जिस कमरे में गीता व पवन मीणा ने केसर सिंह की हत्या की, उस समय तीनों बच्चे भी मौजूद थे। प्रत्यक्षदर्शी गवाह और केसर सिंह की आठ साल की पुत्री ने पुलिस को बताया कि घटना के दिन मम्मी ने पापा के शराब पीने के बाद हाथ-पैर रस्सी से बांध दिए। फिर मां पड़ोस में रहने वाले पवन चाचा को बुलाकर लाई। चाचा ने पत्थर उठाकर पापा के सिर पर दे मारा। उनके सिर से खून बह निकला। दोनों ने उसे इस घटना के बारे में किसी से नहीं बताने को कहा। 

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