शनिवार, 4 जून 2011

क्लब जो सिखाता है पति को संतुष्ट करने की कला


क्लब जो  मुस्लिम महिलाओं 

सिखाता है पति को संतुष्ट करने की कला


जकार्ता. यहाँ एक क्लब खोला गया है जिसमे मुस्लिम महिलाओं को अपने पति को खुश रखने की कला सिखाई जाती है.
क्लब की प्रवक्ता सीती मजनाह मोहम्मद तौफीक का कहना है कि समाज में बढ़ रहे असंतोष का एक बहुत बड़ा कारण पति-पत्नी के संबंधों में आ रहा तनाव है. उन्होंने कहा कि पत्निओं द्वारा पति की बात को न सुनना घरेलू हिंसा के बढ़ने का एक बड़ा कारण है. यह सही कि पति को अपनी पत्नी के सुख-दुःख का ख्याल रखना चाहिए लेकिन, पत्नी के लिए भी ज़रूरी है कि वह पति की बात को सुने.

पांच बच्चों कि मां बन चुकी इस ४८ वर्षीया महिला ने कहा कि अगर दोनों के बीच सेक्स सम्बन्ध अच्छे हों तो पति दूसरी महिला की ओर नहीं देखेगा. पति को खुश रखने लिए ज़रूरी है की पत्नी अपने साज-श्रृंगार पर ध्यान दे और अपना व्यवहार अच्छा करे.

गौरतलब है कि इस क्लब कि स्थापना के पीछे ग्लोबल इखवान नामक संस्था का हाथ है जो प्रतिबंधित अल-अर्काम इस्लामिक ग्रुप के सदस्यों द्वरा स्थापित किया गया है.

मजनाह का कहना है कि वह अपने पति कि पहली पत्नी के साथ बिलकुल अपनी बड़ी बहन का सा व्यवहार करती हैं. हमारे घर में १६ बच्चें है, इसके बावजूद मेरे पति हमसे बेहद खुश है.

इस इखवान पोलिगैमी क्लब के १००० सदस्य हैं, जिनमे वाइफ और हसबेंड दोनों शामिल हैं. शाम, इन परिवारों में बच्चों का औसत चार से लेकर २६ तक है.

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