गुरुवार, 9 जून 2011

जब पुरुष से बलात्कार के आरोप में पुरुष को मिली सजा

इतिहास के पन्नों से नौ जून को जॉर्डन के शाह हुसैन की हत्या का प्रयास हुआ था। 1983 में मार्गरेट थैचर ने लगातार दूसरी बार बहुमत हासिल किया और इसी दिन 1995 में ब्रिटेन में एक पुरुष का बलात्कार करने के जुर्म में एक पुरुष को पहली बार सज़ा हुई थी।

1970 जॉर्डन के शाह हुसैन पर गोली चली

नौ जून को जॉर्डन के शाह हुसैन पर देश की राजधानी से कुछ किलोमीटर की दूरी पर गोलियां दागीं गईं थी। हालांकि शाह हुसैन इस हमले में बच गए थे पर उनके वाहन चालाक के घायल होने की ख़बर आई थी।

इस घटना से दो दिन पहले ही जॉर्डन के सैनिकों और फ़लस्तीनी लड़ाकों के बीच राजधानी अम्मान और अन्य शहरों में गोलीबारी हुई थी।

इसराइल के साथ शाह हुसैन के शांतिवार्ता में शामिल होने से ग़ुस्साए फ़लस्तीनियों ने शाह को ख़त्म करने की ठान ली थी। फलस्तीनियों के अल-फ़तह नामक संगठन के नेता यासिर अराफ़ात ने घोषणा की थी कि जो भी अरब नेता इसराइल के साथ शांति वार्ता की कोशिश करेगा उसका क़त्ल कर दिया जाएगा।

ये लड़ाई लम्बे समय तक चली पर आख़िरकार इसमें शाह हुसैन ने फ़लस्तीनी लड़ाकों को अपने यहाँ से हटा कर देश में अपना प्रभुत्व साबित करने में सफलता पाई।

1983 : मार्गरेट थैचर की लगातार दूसरी जीत

मार्गरेट थैचर के नेतृत्व में ब्रिटेन के आम चुनावों में कंज़र्वेटिव पार्टी ने विपक्षी लेबर पार्टी की 209 सीटों के मुक़ाबले 397 सीटें ले कर दूसरी बार बहुमत हासिल किया।

दोबारा प्रधानमंत्री चुने जाने के बाद थैचर ने घोषणा की कि वो स्थानीय निकायों से जुड़े क़ानूनों में फेरबदल करेंगी और श्रमिक संगठनों से जुड़े क़ानून में बदलाव लाएंगी। उन्होंने ये भी कहा कि वो सभी बिल दोबारा लाए जाएंगे जिन्हें पिछली सरकार में पारित नहीं किया जा सका था।

1995 : ब्रिटेन में पुरुष के बालात्कार के प्रयास में पहली बार एक पुरुष को सज़ा

अपने क़िस्म के पहले मुक़दमे में ब्रिटेन में एक पुरुष को दूसरे पुरुष के साथ बलात्कार के प्रयास में सज़ा सुनाई गई। अदालत ने 26 साल के एंड्रियू रिचर्ड्स को एक साल पहले बने एक नए कानून के तहत सज़ा सुनाई।

रिचर्ड्स के ऊपर ये आरोप साबित हुआ कि उन्होंने 18 साल के अपने एक साथी के साथ बलात्कार का प्रयास किया। इस अपराधी को पहले भी एक बार 15 साल की एक लड़की के साथ बलात्कार के लिए 1988 में सज़ा सुनाई गई थी। जज ने पीड़ित व्यक्ति की तारीफ़ करते हुए कहा कि उसने शिकायत करने के लिए सामने आ कर बड़ी हिम्मत का काम किया। रिचर्ड्स को 10 साल की सज़ा सुनाई गई थी।

 

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें